फिलहाल सोशल मीडिया और व्हाट्सऐप पर इस टेक्स्ट के साथ एक वीडियो वायरल हो रहा है, “पंजाब… रोहिंग्या मुस्लिमों के समर्थन में कुछ भारतीय मुस्लिम इकट्ठा हुए… उन्होंने सड़क के बीच में हाय हाय भारत… और पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाते हुए हमारा राष्ट्रीय ध्वज जलाया जबकि वहाँ बहुत सारे पुलिसकर्मी मौजूद थे… कोई पुलिसकर्मी उन्हें रोक नहीं पाया। लेकिन फिर एक सिख आदमी अपनी तलवार लेकर बाघ की तरह उनकी तरफ दौड़ा… और उस राष्ट्र-विरोधी और कायर भीड़ पर इसका असर देखें। (अनुवाद)”
यह वायरल वीडियो यहाँ देखा जा सकता है:
वास्तव में, न तो राष्ट्रीय ध्वज जलाया गया था, न किसी ने “हाय हाय भारत” या “पाकिस्तान जिंदाबाद” के नारे लगाए थे, और न ही उस भीड़ में मुस्लिम लोग शामिल थे। वीडियो में एकमात्र जो नारा सुना जा सकता है वह “आतंकवाद हाय हाय” है।
इस मामले की पहली बार सूचना एक वेबसाइट सिख सियासत ने दी जो खुद को पंजाब स्थित एक सिख न्यूज नेटवर्क के रूप में प्रस्तुत करता है। सिख सियासत ने दावा किया कि पुतला जला रहे कुछ हिंदुत्व कार्यकर्ता तब वहाँ से भाग खड़े हुए जब वहाँ की स्थानीय सिख आबादी गुस्से में आ गई। फिलहाल वायरल हो रहे इस वीडियो का एक लंबा संस्करण शरनीत सिंह रतौल द्वारा 6 जून, 2017 को उनके फ़ेसबुक प्रोफ़ाइल पर सबसे पहले पोस्ट किया गया था जिसे नीचे देखा जा सकता है।
ਆਖਿਰ ਬਾਦਰਾਂ ਨੇ ਕੜੀ ਘੋਲ ਹੀ ਦਿੱਤੀ ..ਲਾਹੌਰੀ ਗੇਟ ਦੇ ਬਾਹਰ ਸੰਤਾਂ ਦਾ ਪੁਤਲਾ ਸਾੜਨ ਦੀ ਕੋਸਿਸ਼ ਕਰਦਿਆਂ ਨੂੰ ..ਗੁਰੂ ਕੇ ਲਾਲ ਇਕੱਲੇ ਸਿੰਘ ਨੇ ਚਢਿਆਂ ਵਿੱਚ ਪੂਛਾਂ ਦੇ ਕੇ ਭੱਜਣ ਨੂੰ ਮਜਬੂਰ ਕਰ ਦਿੱਤਾ ਇਹਦੇ ਨਾਲੋਂ ਤਾਂ ਚੰਗਾ ਕਿਸੇ ਖੂਹ ਖਲੜੇ ਵਿੱਚ ਛਾਲ ਮਾਰ ਕੇ ਮਰ ਜਾਵੋ ਬਾਦਰੋ ..ਬਾਦਰਾਂ ਦੀ ਕਰਤੂਤ ਵੇਖ ਕ੍ਰੋਧ ਤਾਂ ਆਇਆ ਹੀ ਹੈ..ਲੇਕਿਨ ਉਸ ਨਾਲੋਂ ਵਧ ਹਸ ਹਸ ਕੇ ਵਖੀਆਂ ਟੁੱਟ ਗਈਆਂ ..ਕਿ ਇਹਨਾਂ ਦੇ ਤਿਲਾਂ ਵਿੱਚ ਏਨਾ ਹੀ ਤੇਲ ਹੈ.. ਆਹ ਵੀਡੀਓ ਵੇਖ ਕੇ ਫੈਸਲਾ ਤੁਸੀਂ ਕਰਨਾ ਸਿੰਘੋ …
ਸ਼ਰਨਜੀਤ ਸਿੰਘ ਰਟੌਲ —Posted by Sharnjit Singh Rataul on Tuesday, 6 June 2017
बाबुशाही नामक एक अन्य सिख समाचार साइट ने 7 जून को इससे संबंधित स्टोरी प्रकाशित की, जिसमें दावा किया गया कि शिवसेना के सदस्य ऑपरेशन ब्लू स्टार की 33वीं वर्षगांठ पर उग्र प्रचारक जर्नेल सिंह भिंडरावाले का पुतला जला रहे थे। जब परमजीत सिंह नामक एक व्यक्ति ने उन पर धावा बोला तो शिव सैनिक वहाँ से तेज़ी से भाग खड़े हुए।
12 जून को हिंदुस्तान टाइम्स में इसी से जुड़ी एक और रिपोर्ट में बताया गया, “ऑपरेशन ब्लूस्टार की 33वीं वर्षगांठ पर दक्षिणपंथी नेता सुधीर कुमार सूरी, जिन्होंने मारे गए कुख्यात उग्र प्रचारक जर्नेल सिंह भिंडरावाले का पुतला जलाया, उन्हें धार्मिक भावनाओं को कथित तौर पर उकसाने के लिए पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार कर लिया। (अनुवाद)”
जैसा कि देखा जा सकता है, इस वायरल वीडियो में किया गया कोई भी दावा वास्तविक नहीं है। सबसे पहले SMHoaxSlayer ने इस अफवाह का पर्दाफाश किया। यह एक और उदाहरण है जिसमें देश के अल्पसंख्यकों को ‘राष्ट्र-विरोधी’ के रूप में चित्रित करने के लिए नकली वीडियो का इस्तेमाल किया गया है। ऑल्ट न्यूज पहले भी ऐसे कई फर्जी वीडियो के बारे में बता चुका है जैसे उत्तर अमेरिका के ग्वाटेमाला का एक पुराना वीडियो, जिसे बुर्का न पहनने पर एक मारवाड़ी महिला को भारतीय मुस्लिमों द्वारा जलाने के रूप में फैलाया गया था या बांग्लादेश का एक वीडियो जिसे नवादा, बिहार में मुस्लिमों द्वारा एक हिंदू को मारने के तौर पर फैलाया गया था या चैंपियंस ट्रॉफी में भारत के खिलाफ पाकिस्तान की जीत का भारतीय मुस्लिमों द्वारा जश्न मनाते हुए दिखाने वाले झूठे वीडियो।
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