पिछले कुछ महीनों से एक वीडियो जो सोशल मीडिया पर बार बार घूम रहा है जिसमें एक लड़की को भीड़ द्वारा पीटा जाता है और फिर उसे आग के हवाले कर दिया जाता है। इस वीडियो के सारे दृश्य को शब्दों में लिखा गया है जिसमें बताया गया है कि एक मारवाड़ी लड़की जिसने आंध्रप्रदेश में एक मुस्लिम लड़के से शादी की। उसकी बुरी तरह पिटाई कर उसे आग के हवाले सिर्फ इसलिए किया गया क्योंकि उसने बुर्का पहनने से इंकार कर दिया था। हम तथ्यों को साफ करने के लिए वीडियो यहाँ दे रहे है और बता रहे है कि कैसे एक 2 वर्ष पुरानी वीडियो जिसमें भीड़ द्वारा एक लड़की की हत्या की जाती है जो ग्वाटेमाला (उत्तरी अमेरिका) की है उस वीडियो को मुस्लिम के द्वारा मारवाड़ी लड़की की हत्या बता कर फ़ैलाया जा रहा है। कृपया नीचे दिए गए वीडियो देखें कि नफरत फैलाने वाले और फर्जी समाचार फैलाने वाले कैसे इतने डरावने तरीके से काम करते है। जो कि समाज के लिए बिल्कुल भी सही नहीं है।
उसके साथ पूरा एक लंबा-चौड़ा वाक्य लिखा गया है जिसमें वीडियो की एक-एक घटना को अपने शब्दों के हिसाब से बनाया गया है जो फेसबुक और व्हाट्सएप्प पर फैल रहा है।
बुर्का ना पहनने के लिये – -देखिये दिल दहला देने वाली video
सभी ग्रुप मेमबर्स से निवेदन है की इस विडियो को इतना फैलाओ की देश के प्रधान मंत्री श्री मोदी जी इस पर कोई instant action ले आज Whatsapp के माध्यम से इतना सभी तक पहुँचावें की प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी तक यह पहुँचानें का आज whatsapp इस्तेमाल करनें का असली दिन है ।
plz plz plz..
ये video send करो
उस घटना का नीचे एक स्क्रीनशॉट भी दिया गया है
नीचे दिए गए कोलाज में ऐसे कई पोस्ट का एक नमूना दिखाया गया है
तो सच्चाई क्या है? सच्चाई! जैसा की पहले ही बताया जा चुका है वीडियो ग्वाटेमाला (उत्तरी अमेरिका) की है और जिस लड़की को पीटा जा रहा है वो अपने दो साथियों के साथ एक टैक्सी ड्राइवर की हत्या करने के आरोप में अभियुक्त है। भीड़ के द्वारा उस लड़की को ही पिटा जा रहा है और जिंदा आग में जलाया जा रहा है जबकि उसके दो साथी भागने में कामयाब हो गए। इस घटना को अंतरराष्ट्रीय मीडिया में भी मई 2015 में जगह मिली थी जब ये घटना घटी थी।
आप मई 2015 में इस घटना को कवर किए गए समाचार लेखों और वीडियो देखने के लिए निम्न Google खोज लिंक पर क्लिक कर सकते हैं। यहाँ पर हम आपको यह सचेत कर दें कि इस वीडियो में बहुत ज्यादा बर्बरता है जिसे आप सह नहीं पाएंगे। इसलिए कोशिश करें कि वीडियो ना देखें।
https://www.google.co.in/search?q=guatemala+16+year+old+burnt+beaten
भारतीय मीडिया ने भी इस घटना को कवर किया था। नीचे दैनिक भास्कर के द्वारा कवर किये गए इस घटना का स्क्रीनशॉट है।
इस से ये तो पता चल गया कि कुछ दछिणपन्थियों द्वारा नफरत फैलाने के उद्देश्य से इस वीडियो को फैलाया जा रहा है। लेकिन यह कैसे प्रभावी है? इस वीडियो की तहकीकात करने के लिए हमने बैक ट्रैकिंग की ताकि पता चल सके यह वीडियो कहाँ से वायरल होना शुरू हुआ। तब मुझे पता चला कि यह वीडियो एक ‘फेसबुक मीडिया’ पेज जो कि एक पेज है उसके द्वारा 22फरवरी 2016 को पब्लिश हुआ था। उस पेज का यूजर नाम @HinduRashtraSena है।
इससे ये पता चला कि ये वीडियो एक वर्ष से अधिक समय से सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा है। वीडियो जिसके साथ एक मैसेज भी है वो फेसबुक पर हजारों बार फैलाया जा चुका है और लाखों लोगों के व्हाट्सएप्प पर पहुँच चुका है। नफरत फैलाने वाले संगठन अपने मकसद में इसी तरह कामयाब हो जाते है जो कि काफी डराने वाला है। अगर आप वीडियो को ध्यान से सुनेंगे तो पाएंगे कि ये भाषा भारत की है ही नहीं। जिनलोगों ने वीडियो शेयर किया है उनलोगों ने वीडियो जरूर देखा होगा। ये एक दूसरा डराने वाला पहलू है। समाज में इतनी ज्यादा नफरत है कि एक फेक वीडियो को भी सच मानकर इसे बिना किसी जांच-पड़ताल के शेयर कर रहे है। इसलिए अभी उन नागरिकों की बहुत आवश्यकता है जो इस नकली समाचार संघठन के खिलाफ हैं, ताकि उनके तरीकों से सचेत रहें और इसके खिलाफ सक्रिय रूप से कार्य करें। यही एकमात्र रास्ता है।
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