इन दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है जिसमें एक शख्स एक बुजुर्ग मुस्लिम व्यक्ति के साथ हाथापाई व बदसलूकी करते (चश्मा तोड़ते,सिर से टोपी गिराते) नज़र आता है. वीडियो के साथ शेयर किये जा रहे दावों में भारत में विशेष समाज यानी कथित रूप से हिन्दू व्यक्ति को आरोपी बताया गया है. अलग-अलग दावों के साथ ‘#AllEyesOnIndianMuslim’ जैसे हैशटैग का इस्तेमाल किया गया है.

X यूज़र ‘मिस्टर कूल’ ने ऐसे ही दावे के साथ ये वीडियो पोस्ट किया. (आर्काइव लिंक)

वेरिफ़ाइड X यूज़र ‘चाँदनी’ ने भी ये वीडियो शेयर करते हुए ‘#AllEyesOnIndianMuslim’ के साथ ट्वीट किया. (आर्काइव लिंक)

वेरिफ़ाइड X यूज़र ‘करिश्मा अजीज’ ने ये वीडियो पोस्ट किया और लिखा, “दाढ़ी टोपी दिखी नहीं की अंदर का शैतान जाग गया”. वहीं वेरिफ़ाइड X यूज़र ‘बिट्टू शर्मा’ ने भी ये वीडियो इसी तरह के दावे के साथ शेयर किया. (आर्काइव लिंक)

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फैक्ट-चेक

ऑल्ट न्यूज़ ने वायरल वीडियो के एक फ़्रेम को सर्च किया. हमें 8 सितंबर 2024 को kaler kantho (समय की आवाज़) का एक आर्टिकल मिला. इस रिपोर्ट में बताया गया है, “बरगुना ज़िला स्वतंत्रता सेनानी कांग्रेस के पूर्व कमांडर और ज़िला अवामी लीग के स्वतंत्रता सेनानियों के सचिव अब्दुल रशीद मिया को ज़िला बीएनपी अध्यक्ष के बेटे इफ्तिखार आलम शवोन मोल्ला ने पीटा था. 8 सितंबर को उपायुक्त कार्यालय के सामने ये घटना हुई थी. साथ ही पूर्व ज़िला कमांडर अब्दुर रशीद ने कहा, “मैं इस मामले में कानूनी कार्रवाई करूंगा”

यहां, ये बात तो साफ हो जाती है कि वायरल वीडियो बांग्लादेश का है. और जो शख्स बुजुर्ग की पिटाई कर रहा है वो भी मुस्लिम समुदाय से ही है. (आर्काइव लिंक)

हमें 8 सितंबर की ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट मिली. इस रिपोर्ट में लिखा हैं, “बरगुना बीएनपी के नेताओं ने दावा किया कि राशिद को ज़िले की स्वतंत्रता सेनानी सूची में नाम शामिल करने के लिए फारुक मोल्ला सहित कई नेताओं से पैसा मिला था और आरोप लगाया कि राशिद की सिफारिशों के कारण कुछ बीएनपी नेताओं को सूची से हटा दिया गया, जिसके कारण कथित तौर पर विवाद हुआ”.

इस आर्टिकल में बीएनपी अध्यक्ष के बेटे इफ्तिखार आलम शवोन के हवाले से बताया गया है कि ये विवाद पार्टी के उपाध्यक्ष नूरुल इस्लाम मोनी के बारे में अपमानजनक टिप्पणियों के कारण हुआ था.

9 सितंबर की somoy tv की वीडियो रिपोर्ट में भी इस घटना के बारे में जानकारी दी गई है.

कुल मिलाकर, जिस वीडियो को भारत में कथित रूप से हिन्दू व्यक्ति द्वारा मुस्लिम बुजुर्ग की पिटाई का बताकर शेयर किया गया वो दरअसल बांग्लादेश का है. और इस घटना में आरोपी और पीड़ित एक ही समुदाय के हैं.

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