व्हाट्सअप पर दो लड़कों को बेरहमी से लाठी द्वारा पीटने का वीडियो साझा किया जा रहा है। वीडियो की संवेदनशीलता को देखते हुए ऑल्ट न्यूज़ वीडियो का समावेश अपने लेख में नहीं कर रहा है। वीडियो के स्क्रीनशॉट को आप नीचे देख सकते हैं।
ऐसी दो वीडियो क्लिप प्रसारित है। इसमें से एक वीडियो 1:37 मिनट का है, जहां पर अन्य क्लिप 36 सेकंड की है। दूसरी वीडियो क्लिप में, दोनों लड़कों को एक छोटे पिंजरे में कैद हुए देखा जा सकता है, जहां वो उन्हें आज़ाद करने के लिए याचना कर रहे हैं। ऑल्ट न्यूज़ को कई उपयोगकर्ताओं ने इस वीडियो की पड़ताल करने के लिए अनुरोध किया है।
वीडियो के साथ साझा किया गया संदेश गुजराती भाषा में है। इसके अतिरिक्त, हमलावर और वीडियो में दिख रहे बच्चे गुजराती भाषा में बोल रहे हैं। संदेश को नीचे पोस्ट किया गया है।
બિગ બ્રેક..બપોરના 12..20 કલાકે
– બાળકોને બેહ-રહેમી માર મારતો વિડિઓ વાઇરલ
– બે બાળકોને લાકડી વડે એક શખ્સ માર મારતો વિડિઓ વાઇરલ
– વિડિઓ ભાવનગર જિલ્લાનો હોવાનું પ્રાથમિક તારણ
– વિડિઓમાં ગુજરાતી ગામઠી ભાષાનો સપષ્ટ ઉલ્લેખ
– સમગ્ર માર મારવાનો મામલો ચોરીનો હોવાનું વિડિઓમાં દેખાઈ છે
– બાળકોનું વિડીઓમાં ભયાનક રો-કકણ
(अनुवाद: बड़ी खबर..दोपहर 12.20 बजे
– बच्चों को बेरहमी से मारने का वीडियो हुआ वायरल
– दो बच्चों को छड़ी से मारते हुए शख्स का वीडियो हुआ वायरल
– पहली नज़र में वीडियो भावनगर जिले का होने का अनुमान लगाया गया
– वीडियो में देहाती गुजराती भाषा को स्पष्ट रूप से सुना जा सकता है
– वीडियो में दिख रहा है कि चोरी के कारण उन्हें मारा जा रहा है
– वीडियो में बच्चे दर्द से रो रहे है)
गुजरात के पोरबंदर का वीडियो
वीडियो के साथ साझा किये गए संदेश में इस वीडियो का गुजरात के भावनगर जिले से होने का अनुमान लगाया गया है। इस दावे की पुष्टि करने के लिए ऑल्ट न्यूज़ ने भावनगर के एक पत्रकार से संपर्क किया। क्रुणाल बराड़ ने हमें बताया कि उन्हें कुछ दिन पहले यह वीडियो उनके मोबाइल फ़ोन में प्राप्त हुआ था और बाद में उन्होंने पाया कि यह घटना गुजरात के पोरबंदर जिले में हुई है।
इन सुरागों के आधार पर, ऑल्ट न्यूज ने पोरबंदर के एक पत्रकार जितेश चौहान से बात की, जिन्होंने इस बात की पुष्टि की कि यह घटना वास्तव में पोरबंदर में हुई थी। उन्होंने हमें यह भी बताया कि पोरबंदर के हार्बर मरीन पुलिस स्टेशन में इस घटना के संबंध में एक मामला भी दर्ज किया गया था।
ऑल्ट न्यूज़ ने हार्बर मरीन पुलिस स्टेशन से संपर्क किया और एसपी मोढवाडिया से बात की जिन्होंने इस बात की पुष्टि की,“घटना कुछ दिन पहले ही हुई थी। उन दो लड़कों (वीडियो में दिख रहे) पर डेयरी से चोरी करने का आरोप लगाया गया था, जिसके बाद उनकी पिटाई की गई थी। वीडियो के वायरल होने के बाद, इस संबंध में एक शिकायत दर्ज की गई थी और तीन लोगों को इस हमले के लिए गिरफ्तार किया गया था”(गुजराती से अनुवादित)।
संदेश की गलत खबर
इस घटना को गुजराती मीडिया संगठन संदेश ने गलत दावे से प्रकाशित किया था कि बच्चों को एक शिक्षक द्वारा शारीरिक सजा दी गई है। ऑल्ट न्यूज़ ने इस दावे को गलत पाया है। वीडियो में दिख रहा व्यक्ति स्कूल के शिक्षक नहीं है और ना ही यह शारीरिक सजा की घटना है।
यह ध्यान देने लायक बात है कि बच्चों को बेरहमी से मारने वाला वीडियो गुजरात के पोरबंदर जिले का है।
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