हिजाब पहने और हाथों में तिरंगा लिए चल रही मुस्लिम लड़कियों का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. इसे शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि फिलिस्तीन के लोग और वहां की माहिलाएं हाथ में तिरंगा लेकर फिलिस्तीन छोड़ रहे हैं क्योंकि इज़राइल भारतीय झंडे पर फायर नहीं करता है.
सुधीर मिश्रा ने वीडियो इसी दावे के साथ वीडियो पोस्ट किया. (आर्काइव लिंक)
फिलिस्तीन के हमास “आतंकी” तिरंगे का उपयोग करके फिलिस्तीन से निकल रहे हैं?
क्योंकि तिरंगा देख कर इजराइल नहीं मार रहा इन आतंकियों को। pic.twitter.com/KYNUw2gQIX
— Sudhir Mishra 🇮🇳 (@Sudhir_mish) October 17, 2023
दीक्षा चौधरी नाम की यूजर ने भी ये वीडियो ट्वीट करते हुए इसे इज़राइल- फिलिस्तीन से जोड़ा है. (आर्काइव लिंक)
दिलीप कुमार सिंह नाम के यूज़र ने भी ये वीडियो ट्वीट करते हुए ऐसा ही दावा किया. (आर्काइव लिंक)
ऑल्ट न्यूज़ के व्हाट्सएप्प हेल्पलाइन नंबर (7600011160) पर भी इस वीडियो के फ़ैक्ट-चेक के लिए रिक्वेस्ट आयी हैं.
फ़ैक्ट-चेक
ऑल्ट न्यूज़ ने वायरल वीडियो के एक फ़्रेम को रिवर्स इमेज सर्च किया तो हमें ये वीडियो इंस्टाग्राम पर जवाद हुसैन नामक यूज़र द्वारा 4 सितंबर 2023 को अपलोड किया हुआ मिला. इस वीडियो के कैप्शन में “अरबीन वॉक 2023” लिखा है. यही वीडियो हमें ‘मकसद-ए-कर्बला’ नाम के अकाउंट पर 1 सितंबर 2023 को और फलक हक़ नाम की यूज़र द्वारा 31 अगस्त को अपलोड किया हुआ मिला, इसके कैप्शन में भी “अरबीन वॉक 2023” लिखा है. यानी, ये वीडियो कम-से-कम 2 महीने से ज्यादा पुराना है. जबकि इज़राइल और फिलिस्तीन के बीच संघर्ष की शुरुआत 7 अक्टूबर से हुई है. इसका मतलब है कि इस वीडियो का संबंध इज़राइल-फिलिस्तीन संघर्ष से नहीं है.
बूमलाइव से बात करते हुए फलक हक के पति अली हक ने बताया कि ये वीडियो उन्होंने ही शूट किया है. वीडियो में दाहिने तरफ काले बैग के साथ दिख रही महिला उनकी पत्नी फलक हक़ हैं. वो 30-31 अगस्त को नज़फ़ से कर्बला के लिए निकले और 1 सितंबर को वहां पहुंचे थे. इसी दौरान उन्होंने वीडियो शूट किया था और इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया था.
हमने ज़्यादा जानकारी जुटाने के लिए अरबीन वॉक के बारे में सर्च किया. ये मुस्लिम धर्म की एक धार्मिक यात्रा है जिसमें दुनिया भर से आए लोग इराक़ के कर्बला शहर जाते हैं. हमें एनडीटीवी की एक रिपोर्ट भी मिली जिसमें कई भारतीय मुसलमान अरबीन के महीने में इराक़ तीर्थयात्रा करने पहुंचे हैं. वीडियो में देखा जा सकता है कि हिन्दुस्तानी मुसलमान लड़के-लड़कियां वहां भारतीय झण्डा लेकर पहुंचे हैं.
कुल मिलाकर, कई सोशल मीडिया यूज़र्स ने मुस्लिम लड़कियों द्वारा भारतीय झंडे को लेकर चलने का वीडियो इस झूठे दावे के साथ शेयर किया कि फिलिस्तीन के लोग हाथ में भारत का तिरंगा लेकर फिलिस्तीन छोड़ रहे हैं. क्योंकि इज़राइल भारतीय झंडे पर फायर नहीं करता है.
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