सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसे एक अस्पताल में शूट किया गया है. वीडियो में दिखता है कि एक ऑपरेशन थियेटर के अंदर दो डॉक्टर आपस में झगड़ रहे हैं. पाकिस्तानी-कनाडाई लेखक तारिक फ़तह ने @HasnaZarooriHai नामक यूज़र द्वारा शेयर की गई इस क्लिप को कोट-ट्वीट करते हुए पूछा कि पाकिस्तान इतने सारे ‘रेक्टम’ (मलाशय) कैसे बनाता है. तारिक फ़तह के मुताबिक, वीडियो पाकिस्तान के एक अस्पताल में लिया गया है, उनके ट्वीट को 118000 से ज़्यादा बार देखा गया. (आर्काइव)

पत्रकार ममता त्रिपाठी ने वीडियो ट्वीट करते हुए इसे पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ़ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च, चंडीगढ़ का बताया. (आर्काइव)

नियो न्यूज़ मथुरा ने भी वीडियो ट्वीट करते हुए दावा किया कि वीडियो पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ़ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च, चंडीगढ़ में शूट किया गया था. (आर्काइव)

ये वीडियो फ़ेसबुक पर भी इसी दावे के साथ शेयर किया गया है.

फ़ैक्ट-चेक

की-वर्ड्स सर्च करने पर हमें अगस्त 2017 के कई आर्टिकल मिलें जिनमें वायरल वीडियो के स्क्रीनशॉट थे. हिंदुस्तान टाइम्स के 31 अगस्त, 2017 के एक आर्टिकल के मुताबिक, ये वीडियो जोधपुर के उम्मेद अस्पताल का है जहां स्त्री रोग विशेषज्ञ अशोक नैनवाल एक मरीज का ऑपरेशन करते समय एनेस्थेटिस्ट मथुरा लाल टाक से बहस कर रहे थे. रिपोर्ट के अनुसार, ये आरोप लगाया गया था कि इस विवाद और चिकित्सकीय लापरवाही के कारण अनीता नामक रोगी ने अपने नवजात शिशु को खो दिया. इसके बाद ये मामला राजस्थान हाई कोर्ट पहुंचा था.

राजस्थान विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव ने अदालत को बताया कि वीडियो शूट के दौरान ऑपरेटिंग टेबल पर नसीम बानो नाम की एक महिला ने एक स्वस्थ लड़की को जन्म दिया था. अनीता भी C-सेक्शन के लिए ऑपरेशन थिएटर में थी और उसकी नवजात बच्ची, जन्म के बाद ही मर गई थी. अधिकारी ने कहा था कि उस वक्त की एक डिटेल इन्क्वायरी से पता चलेगा कि क्या बच्ची की मौत में दोनों डॉक्टरों के विवाद की कोई भूमिका थी.

इंडियन एक्सप्रेस के 31 अगस्त, 2017 के एक आर्टिकल के मुताबिक, अस्पताल अधीक्षक डॉ. रंजना देसाई ने कहा था कि नवजात शिशु की मौत का डॉक्टरों के विवाद से कोई संबंध नहीं है.

NDTV, बीबीसी, द हिंदू, डेक्कन हेराल्ड, स्क्रॉल.इन और न्यूज़ एजेंसी ANI सहित अन्य मीडिया संगठनों ने अगस्त 2017 में इस घटना को कवर किया था.

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कुल मिलाकर, कई सोशल मीडिया यूज़र्स ने जोधपुर के उम्मेद अस्पताल में एक सर्जरी शॉट के दौरान ऑपरेटिंग थियेटर के अंदर दो डॉक्टरों के आपस में झगड़ने और गंदी भाषा का इस्तेमाल करने का एक वीडियो इस दावे के साथ शेयर किया कि ये हाल की घटना का है. तारिक फ़तह ने झूठा दावा किया कि वीडियो पाकिस्तान का है. वहीं पत्रकार ममता त्रिपाठी ने दावा किया कि वीडियो पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ़ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च, चंडीगढ़ में शूट किया गया था.

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Student of Economics at Presidency University. Interested in misinformation.