सोशल मीडिया पर पुलिस की बर्बरता का एक वीडियो सामने आया है. वीडियो में 2 पुलिसकर्मी एक व्यक्ति के पैर पर डंडा रखकर उसपर चढ़ रहे हैं. दर्द से वो व्यक्ति चिल्ला रहा है. इस कथित वीडियो को उत्तर प्रदेश का बताया जा रहा है और कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री योगी की पुलिस जनता पर ऐसा ज़ुल्म कर रही है. X अकाउंट ‘समाजवादी प्रहरी’ ने ये वीडियो ऐसे ही दावे के साथ पोस्ट किया. (आर्काइव लिंक)
ये योगी जी का उत्तर प्रदेश है @Uppolice
और योगी जी की पुलिस है
जो जनता पर कर रही है अत्याचार https://t.co/z1wThqejhE— Samajwadi Prahari (@SP_Prahari) June 4, 2025
खुद को समाजवादी पार्टी की छात्र सभा के राष्ट्रीय सचिव बताने वाले X अकाउंट ‘@parmanandyadavv’ ने ये वीडियो ‘यूपी पुलिस के अत्याचार’ का बताते हुए पोस्ट किया. (पोस्ट का आर्काइव लिंक)
एक और X यूज़र ने ये वीडियो भाजपा के शासन में जनता पर अत्याचार बढ़ने के दावे के साथ पोस्ट किया.
ये योगी जी सरकार का उत्तर प्रदेश है
और योगी जी सरकार की पुलिस हैं
जो जनता पर कर रही है अत्याचारबीजेपी सरकार में जनता पर दिन प्रतिदिन अत्याचार बढ़ता चला जा रहा है। pic.twitter.com/dPnDmHd8Q5
— DRx.Naved Raza (@NaveedR95475805) June 4, 2025
यूट्यूब पर भी ये वीडियो इसी दावे के साथ पोस्ट किया गया है. (लिंक)
X पर ये वीडियो हाल में काफी यूज़र्स पोस्ट कर रहे हैं.
फ़ैक्ट-चेक
ऑल्ट न्यूज़ ने इस कथित वीडियो के संदर्भ में अगस्त 2019 में फ़ैक्ट-चेक किया था. उस वक़्त ये वीडियो ‘चाय नहीं लाने पर गहमर थाना पुलिस द्वारा लड़के की पिटाई करने’ के गलत दावे से वायरल था.
19 नवंबर 2017 की NDTV इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, महिला की शिकायत पर चोरी के आरोप में पुलिस ने इस लड़के को बेरहमी से पीटा था. इस मामले का वीडियो सामने आने के बाद पनियारा थाना के इनचार्ज को सस्पेन्ड कर दिया गया था.
5 जून, 2025 को वायरल पोस्ट का खंडन करते हुए यूपी पुलिस फ़ैक्ट-चेक ने बताया कि ये वीडियो साल 2017 में महाराजगंज की घटना का है. और इस मामले में उस वक़्त उचित कार्रवाई की गई थी. महाराजगंज पुलिस के खंडन पत्र के अनुसार, 2017 में थाना पनियरा जनपद में एक महिला ने कथित व्यक्ति के खिलाफ चोरी का आरोप लगाया था जिसके बाद इस व्यक्ति को थाना पनियरा में पूछताछ के लिए बुलाया गया. और बाद में ये वीडियो सामने आया था. वीडियो में दिख रहे उपनिरीक्षक व आरक्षी के खिलाफ कार्रवाई की गई थी. पुलिस ने लोगों से इस पुरानी घटना का वीडियो हाल में शेयर नहीं करने का आग्रह किया.
#Maharajganjpolice
वर्ष 2017 की घटना को वर्तमान में सोशल मीडिया पर पोस्ट कर अफवाह फैलाने का प्रयास किया जा रहा है। उक्त वीडियो का वर्तमान से कोई संबंध नहीं है। https://t.co/XdrtBwF0xH
कृपया बिना सत्यापन भ्रामक पोस्ट न करें।@Uppolice @UPPViralCheck pic.twitter.com/S4y2lO1hwA— MAHARAJGANJ POLICE (@maharajganjpol) June 5, 2025
यानी, साल 2017 में यूपी के महाराजगंज में चोरी के आरोप में एक लड़के को प्रताड़ित कर रही पुलिस का वीडियो अलग-अलग दावों से अक्सर सामने आता रहा है. हालांकि, साल 2017 की ये घटना उत्तर प्रदेश की ही है और उस वक़्त भी योगी आदित्यनाथ ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री थे.
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