सोशल मीडिया में अख़बार की एक तस्वीर शेयर की जा रही है. इस तस्वीर में दावा किया गया है कि आम आदमी पार्टी (आप) दंगों में सिर्फ़ मुस्लिम पीड़ितों की ही मदद कर रही है. 20 फ़रवरी 2021 को एक ट्विटर यूज़र ने इसे शेयर करते हुए लिखा, “हिन्दु मरे तो उसके घर भी नही जाओ ओर मुस्लिम मरे तो 10 लाख यही है आपका सेक्युलरवाद.”

दिल्ली दंगों के बाद से ही वायरल

नीचे ‘नमो इंडिया’ नाम के एक फ़ेसबुक पेज द्वारा पोस्ट की गई इस तस्वीर में इसे देखा जा सकता है. वायरल तस्वीर में दिख रही हेडिंग में लिखा हुआ है -“दंगा पीड़ितों की मदद हेतु (मुस्लिम)”

सोशल मीडिया में कई यूज़र्स इस तस्वीर को शेयर कर रहे हैं.

फ़ैक्ट-चेक

फ़ेसबुक पर की-वर्ड्स सर्च से हमें 29 फ़रवरी, 2020 की ‘आप दिल्ली’ की एक पोस्ट मिली. पोस्ट में अख़बार की मूल क्लिप को शेयर किया गया था. इस पोस्ट की तस्वीर में कहीं भी ‘मुस्लिम’ था ही नहीं.

दंगा पीड़ितों के लिए दिल्ली सरकार द्वारा दिये जाने वाले मुआवज़े का विवरण। यदि आप किसी दंगा पीड़ित को जानते हैं तो उससे साझा करें। और हर संभव मदद करें।

इंसानियत से बड़ा कोई धर्म नहीं है।

Posted by Aam Aadmi Party – Delhi on Friday, 28 February 2020

आप ने ये असली तस्वीर ट्विटर पर भी शेयर की है.

‘द क्विन्ट’ ने पहले ही इस वायरल तस्वीर की पड़ताल कर के ये साबित किया था कि वायरल तस्वीर को 29 फ़रवरी के ‘दैनिक जागरण’ अखबार के दिल्ली संस्करण से लिया गया और फ़िर इसे एडिट करने के बाद शेयर किया गया. वायरल तस्वीर में ऊपर बाएं कोने में ‘दैनिक जागरण’ लिखा हुआ है.

इसके अलावा, अख़बार की मूल तस्वीर को शेयर कर के भी सोशल मीडिया में आम आदमी पार्टी पर निशाना साधा गया. ‘I Support Modi Ji and BJP’ नाम के फ़ेसबुक पेज ने मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल को मृत लोगों का ‘रेट कार्ड’ जारी करने के लिए आरोपी बताया था. फ़ोटोशॉप की गई तस्वीर से अलग इस तस्वीर में ‘मुस्लिम’ शब्द नहीं दिखता है.

केजरीवाल की सियासत चालू। दिल्ली में मरनेवालों की रेट लिस्ट जारी। साथ में केजरीवाल की मुस्कुराते हुए फोटो भी ।

हे भगवान!

Posted by I Support Modi Ji and BJP on Saturday, 29 February 2020

इस तरह एक एडिटेड अख़बार की क्लिप को सोशल मीडिया में शेयर कर ये झूठा दावा फ़ैलाया जा रहा है कि दिल्ली के दंगों में आप सिर्फ़ ‘मुस्लिमों’ की ही सहायता करेगी.

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About the Author

Pooja Chaudhuri is a senior editor at Alt News.