“मां, माटी, मानुष का नारा देकर ममता जी बंगाल की मुख्यमंत्री बनीं. और अब तुष्टिकरण के चक्कर में नारा मुल्ला, मदरसा और माफिया में बदल गया है. मुल्लाओं को पूरी आज़ादी दे दी गई है, मदरसों को हमारी संपत्ति दे दी गई है और माफियाओं को खुलेआम गरीब आबादी को लूटने की इजाज़त दे दी गई है. ममता बनर्जी जी, ये चीजें भविष्य में काम नहीं करेंगी.”

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने 10 मई को पश्चिम बंगाल के बीरभूम में एक चुनावी भाषण दिया. इस दौरान उन्होंने भाजपा नेताओं द्वारा लगातार इस्तेमाल की जाने वाली सांप्रदायिक रूप से विभाजनकारी बयानबाज़ी की और मुसलमानों को अपमानजनक शब्द ‘मुल्ला’ के साथ संदर्भित किया. उन्होंने ये भी आरोप लगाया कि राज्य में ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस (TMC) सरकार ने ‘मुल्लाओं’ को पूरी आज़ादी दे दी है. भाजपा के प्रचारों में मुसलमानों की निंदा का नेतृत्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया है, जिन्होंने बांसवाड़ा में इस समुदाय को ‘घुसपैठियों’ और ‘जिनके ज़्यादा बच्चे हैं’ के रूप में संदर्भित किया था. बीरभूम भाषण में अमित शाह ने भी उसी रास्ते पर चलते हुए दावा किया कि TMC जैसी पार्टियों ने मुस्लिम तुष्टीकरण के लिए ‘घुसपैठ की अनुमति’ दी थी. उन्होंने ये भी कहा कि वोट बैंक की राजनीति के कारण TMC और कांग्रेस नेता अयोध्या में राम मंदिर के प्रतिष्ठा समारोह में शामिल नहीं हुए थे.

अमित शाह का भाषण

ऊपर दिए गए वीडियो में 5 मिनट 23 सेकेंड पर अमित शाह कहते हैं, ”गुजरात में कहते हैं ज़िले में एक भी नदी हो तो पूरा ज़िला समृद्ध हो जाता है. हमारे बीरभूम में ज़िले में 19 नदियां हैं. मगर आज देखिए, कम्युनिस्टों के शासन और तृणमूल कांग्रेस के अत्याचारी शासन के कारण ये नदियां भ्रष्टाचार का अड्डा बनी हैं, अवैध रेत खनन का अड्डा बनी हैं. TMC की सिंडिकेट अवैध रेत खनन पत्थर, कोयला और पशु तस्करी में लिप्त ये सिंडिकेट, ममता बनर्जी के भतीजे के सह पर चलती है. मैं आप सभी को एक वादा करता हूं, इस बार बंगाल में 30 सीट बीजेपी को दिला दीजिए ये सारी सिंडिकेट को चुन-चुन कर जेल के सलाखों के पीछे डालने का काम भारतीय जनता पार्टी करेगी. और ममता दीदी, आप भी समझ लो ऐसा मत समझो के ये सिंडिकेट आपको चुनाव जिता देगी, ये लाल मिट्टी पर (बीरभूम की धरती) इस बार भगवा तूफान आने वाला है. 4 जून को बंगाल से 30 कमल, 30 कमल मोदी जी के झोली में जाने वाले हैं.

7 मिनट 5 सेकेंड पर वो कहते यहीं- “आज मैं ममता दीदी से पूछना चाहता हूं, 15 साल आप मुख्यमंत्री बनी. आपके ज़िले में कोई औद्योगिक परियोजना क्यों नहीं आई? यहां के लोगों को नौकरी के लिए बाहर क्यों जाना पड़ता है? सूरी के लोगों को पीने का पानी क्यों उपलब्ध नहीं हुआ है? राजनगर के लोगों को आज भी इतनी नदियां होने के बावजूद शुद्ध पीने का पानी नहीं मिलता है. हमारे बीरभूमि चिकित्सा सुविधाएं भी नहीं हैं. और शक्तिपीठ और ये पांच महादेव होने के बावजूद पर्यटन का भी नामोनिशान नहीं है. पर अवैध रेत का खनन उसका कारोबार बहुत फल फूल रहा है.”

8 मिनट 15 सेकेंड पर अमित शाह कहते हैं- “सुभेंदु दा बीरभूम जीतकर 30 सीटें हम जीत जाएं हैं तो आपको आने वाले दिनों में ये सारे काम बीरभूम के पूरा करने की ज़िम्मेदारी लेनी है. भाइयों और बहनों तृणमूल कांग्रेस का मतलब है तुष्टीकरण, माफिया और करप्शन. मुझे बताओ, बीरभूम वालों के घुसपैठियों रोकनी चाहिए या नहीं रोकनी चाहिए? अरे ज़ोर से बोलो, रोकनी चाहिए या नहीं रोकनी चाहिए? और जो शरणार्थी आए है हमारे मतवा समाज के उनको नागरिकता देनी चाहिए या नहीं देनी चाहिए? ममता दीदी घुसपैठियों को तो आप लाल जाजम बिछाकर स्वागत करती हो क्योंकि वो आपके वोट बैंक है. मगर हिंदू, बौद्ध, सिख शरणार्थी जो आये हैं, इनकी नागरिकता का आप विरोध कर रही हो. मैं आपको बताता हूं मेरे सामने जो हज़ारों हज़ारों लोगों का सैलाब है, ममता दीदी इस बार ये आपका हिसाब किताब करने वाला है.”

9 मिनट 39 सेकेंड पर- “मां, माटी, और मानुष ये नारे के साथ ममता बनर्जी बंगाल की मुख्यमंत्री बनीं. और देखते-देखते तुष्टिकरण में मां माटी और मानुस का नारा मुल्ला, मदरसा और माफिया में बदल गया है. मुल्लाओं को खुली छूट दी है, मदरसों को हमारा धन दिया जाता है और माफियाओं को गरीब जनता पर लूटमारी करने के लिए खुला छोड़ दिया है, ममता बैनर्जी जी, ये सारी चीजें अब आगे नहीं चलेगी.”

10 मिनट 21 सेकेंड पर- “अणुब्रत मंडल, जानते हो ना आप सभी लोग? जानते हो या नहीं जानते हो, अरे डरो मत जेल में गए वो, जानते हो या नहीं जानते हो? इन्होंने यहां ये सारा अवैध कारोबार खोल दिया. गौ तस्करी में लिप्त पाए गए और आज दोनों तिहाड़ जेल की हवा खा रहे हैं. आज मैं कहने आया हूं जो कट मनी चलाते हैं, जो सिंडिकेट चलाते हैं, अभी भी सुधर जाओ समय है. हमारी सरकार बनने के बाद यहां कटमनी और सिंडिकेट चलाने वालों को उल्टा लटका कर सीधा करने का काम ये भारतीय जनता पार्टी करेगी.”

11 मिनट 18 सेकेंड- “मैं आपसे पूछना चाहता हूं: बंगाल में भ्रष्टाचार बंद होना चाहिए या नहीं होना चाहिए? ज़ोर से बोलो होना चाहिए या नहीं होना चाहिए? ये गरीब युवाओं को नौकरी देने का काम जिन पर था वो मंत्री के घर से 51 करोड़ रुपया मिलता है. कांग्रेस के एक MP के घर से 350 करोड़ रुपया मिलता है, झारखंड के एक मंत्री के पीए के वहां से 30 करोड़ मिलता है.. किसी ने 300 करोड़ साथ में देखा है भाई? देखा है जरा बोलो किसी ने? बताओ देखा है? अरे बीरभूम वालों ये पैसा किसका है? ये पैसा वो मंत्री साहेब का नहीं है, पार्थ चटर्जी का नहीं है. ये पैसा बंगाल की गरीब दीदियों का है, बंगाल के युवा का है, जो ममता के आशीर्वाद से लूट कर अपने घर में डाले हैं. और ममता बैनर्जी कहती हैं हमारे पर ED आई या CBI आई नहीं, ममता दीदी ED और CBI हमने नहीं भेजा हाईकोर्ट ने भेजा है. और अगर किसी के भी घर से 50 करोड़ के 350 करोड़ मिलेगा तो ये जो मोदी सरकार है भ्रष्टाचार करने वालों के लिए एक ही जगह बाकी है और सबको जेल की सलाखों के पीछे जाना पड़ेगा.”

13 मिनट 10 सेकेंड पर- “आपने बहुत सारा समय कम्युनिस्टों को शासन दिया, TMC को दिया.. 5 साल भाजपा को दे दो. 30 कमल खिला दो, यहां हमारी कमल फूल की सरकार बनेगी ये कटमनी और सिंडिकेट वाले बंगाल छोड़कर भाग जाएंगे इसका मैं आपको वादा करता हूं. भाइयो और बहनों ये बीरभूम में डराने के लिए बम धमाके होते हैं, मैं आज ये युवाओं को कहने आया हूं, ममता के फ़र्ज़ी बम धमाके से डरने की ज़रूरत नहीं है सेंट्रल फ़ोर्स लगा है. दम ख़म के साथ वोटिंग करना ममता दीदी के गुंडे आपका बाल भी बांका नहीं सकते.”

14 मिनट 10 सेकेंड पर- “मैं आपको पूछना चाहता हूं..आज मुझे बताओ राम मंदिर बनना चाहिए था? या नहीं बनना चाहिए था? ज़ोर से बोलिए बनना चाहिए था? या नहीं बनना चाहिए था? 70-70 साल से ये कांग्रेस पार्टी TMC राम मंदिर को रोक के रखी थी. आपने मोदीजी को दूसरी बार प्रधानमंत्री बनाया. पांच ही साल में मोदी जी ने केस भी जीता, भूमिपूजन भी किया और प्राण प्रतिष्ठा करकर जय श्री राम कर दिया.. ये कांग्रेस पार्टी के शहजादे राहुल बाबा, उनकी माताजी, खड़गे साहब, ममता दीदी और अभिषेक बैनर्जी ये सबको, ये सबको निमंत्रण भेजा गया था. मगर वो नहीं गए, राम लल्ला की प्राण प्रतिष्ठा में नहीं गए क्योंकि उनको अपनी वोट बैंक का डर लगता है. उनकी वोट बैंक कौन है जानते हो ना भाई? जानते हो या नहीं जानते हो? आपलोग नहीं हो. उनकी वोट बैंक तो घुसपैठ काके यहां जो आतंक फैला रहे हैं वो लोग हैं. मगर मैं आज बताने आया हूं हम उनकी वोट बैंक से नहीं डरते हैं. मोदीजी ने डंके की चोट पर राम मंदिर को पूरा करने का काम भी किया और कश्मीर से धारा 370 को समाप्त करकर आतंकवाद को देश से समाप्त करने का काम मोदीजी ने किया.”

16 मिनट पर- “मोदीजी ने नक्सलवाद और आतंकवाद से इस देश को मुक्त कराने का काम किया है. और आज इतनी सारी दीदी बैठी है यहां पर. संदेशखाली की शर्मनाक, संदेशखाली की शर्मनाक घटना का भी मैं आपसे बात करना चाहता हूं. ममता बनर्जी एक महिला मुख्यमंत्री हैं. उनके नाक के नीचे सालों से तक उनका ही पार्टी का नेता संदेशखाली की गरीब माताओं पर अत्याचार करता रहा, शोषण करता रहा, ममता बनर्जी तुष्टिकरण की राजनीति के कारण उसको रोकी नहीं है. मुझे बताओ माताओं बहनों, क्या संदेशखाली की बहनों को न्याय मिलना चाहिए? कि नहीं मिलना चाहिए? ज़ोर से बोलिए मिलना चाहिए? कि नहीं मिलना चाहिए? जब इसको पकड़ा तो उन्होंने कहा कि ये तो CBI है, फ़र्ज़ी काम कर रही है. ममता जी आपको मौका था, आपने वोट बैंक के डर से नहीं पकड़ा, हाई कोर्ट को ऑर्डर करना पड़ा. हाई कोर्ट ने CBI को ऑर्डर करा. घर पे रेड डाली तो ढेर सारे शस्त्र भी मिले.. इन्होंने वोट बैंक के लिए सालों तक धर्म के आधार पर गरीब माताओं का शोषण होने दिया है, इसका जवाब इस वक्त के चुनाव में आपको देना है.”

अमित शाह ने अपने भाषण के अंत में अपने समर्थकों से चार सवाल पूछे: “क्या आप बंगाल को बदलना चाहते हैं? क्या हम बम धमाकों वाले बंगाल को स्वर्णिम बंगाल बनाना चाहते हैं? क्या आप घुसपैठ को रोकना चाहते हैं? क्या आप चाहते हैं कि शरणार्थियों को नागरिकता मिले? क्या आप चाहते हैं कि कट मनी और सिंडिकेट वाले जेल जाएं? इसलिए बंगाल को 400 सीटों के अलावा 30 कमल भी खिलने की ज़रूरत है.” अंत में उन्होंने अपने समर्थकों से हाथ उठाकर “भारत माता की जय” और “जय श्री राम” के नारे लगाने का आग्रह किया.

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About the Author

Student of Economics at Presidency University. Interested in misinformation.