सोशल मीडिया पर एक वीडियो क्लिप वायरल है जिसमें DMK सांसद T R बालू एक कार्यक्रम में भाषण दे रहे हैं. दावा है कि वो अपने भाषण में हिंदू मंदिरों को तोड़ने की बात बड़े गर्व से बता रहे हैं.

इस वीडियो में T R बालू को ये कहते हुए सुना जा सकता है, “मैंने अपने गृहनगर, अपने निर्वाचन क्षेत्र में 100 साल पुराने मंदिरों को तोड़ दिया है… एक सरस्वती मंदिर, एक लक्ष्मी मंदिर… और एक पार्वती मंदिर. तीनों मंदिर GST (ग्रैंड साउथर्न ट्रंक) रोड पर मेरे निर्वाचन क्षेत्र में थे. मैंने ये जानते हुए उन्हें तोड़ा है कि ऐसा करने पर मुझे वोट नहीं मिलेंगे. लेकिन मुझे ये भी पता था कि लोगों से वोट कैसे लेना है. तो दोस्तों, मैं बस इतना कह रहा हूं कि टेंशन मत लो कि वोट नहीं मिलेगा…’

तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष के अन्नामलाई ने ये क्लिप ट्वीट करते हुए लिखा, “DMK के लोग 100 साल पुराने हिंदू मंदिरों को गिराने में गर्व महसूस करते हैं.” उन्होंने ये भी कहा कि इसी वजह से BJP TN चाहती है कि हिंदू धार्मिक और धर्मार्थ बंदोबस्ती विभाग को भंग कर दिया जाए ताकि “मंदिरों को सरकार के चंगुल से मुक्त किया जा सके.”

केंद्रीय उद्यमिता, कौशल विकास, इलेक्ट्रॉनिक्स और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री, राजीव चंद्रशेखर, ने ‘मेघ अपडेट्स’ के एक ट्वीट को कोट ट्वीट करते हुए लिखा, “राहुल और कांग्रेस पार्टनर्स इन तमिलनाडु में हिन्दू @arivalayam DMK से और महाराष्ट्र में @OfficeofUT से नफरत करते हैं. ये सभी विरोधाभास केवल “वंशवाद” के कॉमन थ्रेड हैं. कांग्रेस का भव्य विज़न है- वंशवाद की वापसी.” मेघ अपडेट्स का अनवेरीफ़ाईड और सांप्रदायिक रूप से ग़लत जानकारी शेयर करने का इतिहास रहा है.

इस वीडियो क्लिप को शेयर करने वाले अन्य यूज़र्स में वेरीफ़ाईड ट्विटर यूज़र्स सरन शनमुगम, @Shibin_twitz और मेघ अपडेट शामिल हैं.

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फ़ैक्ट-चेक

वायरल क्लिप को ध्यान से देखने पर हमने नोटिस किया कि 5 सेकंड पर अचानक एक कट है. नीचे हमने एक स्क्रीन रिकॉर्डिंग रखी है जिससे पाठकों को क्लिप में मौजूद कट देखने में मदद मिलेगी.

यूट्यूब पर की-वर्ड्स सर्च करने पर हमें T R बालू का 57 मिनट लंबा भाषण मिला जिसे ABP नाडु ने 28 जनवरी को लाइव स्ट्रीम किया था. इस वीडियो के विज़ुअल्स वायरल क्लिप के विज़ुअल्स से मेल खाते हैं. हालांकि, लाइव स्ट्रीम की क्वालिटी उतनी अच्छी नहीं थी.

इसे ध्यान में रखते हुए हमने और वीडियोज़ की तलाश की जिससे हमें न्यूज़18 तमिलनाडु के दो घंटे की एक लाइव स्ट्रीम मिली. वीडियो के टाइटल का अनुवाद इस तरह किया जा सकता है, “सेतु सागर नहर परियोजना के इम्प्लीमेंटेशन का आग्रह करने के लिए कांफ्रेंस.” T R बालू के भाषण का सबंधित हिस्सा 49 मिनट 45 सेकेंड से शुरू होता है.

DMK नेता T R बालू का कहना है कि उन्होंने पश्चिम बंगाल में 4 लेन हाईवे बनाने के लिए 100 साल पुराने मंदिर और मस्जिदों को तोड़ा था. उस वक्त T R बालू संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार में केंद्रीय राजमार्ग मंत्री थे.

उनका कहना है कि उस समय कम्युनिस्ट नेता ज्योति बसु और अन्य सांसद/विधायकों ने उन्हें रोकने की कोशिश की थी. क्योंकि उनके फैसले से वोट बैंक प्रभावित हो सकता था और लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत हो सकती थीं. ज्योति बसु ने उनसे पूछा कि क्या वो इन्हें तोड़ने को लेकर आश्वस्त हैं, साथ ही ये भी कहा कि वो जाकर उन सांसदों से बात करें जो उनके फैसले से नाराज़ हैं.

T R बालू ने कहा, “मैं उनके पास गया और सीधे तौर पर उन्हें कहा कि मेरे गृहनगर, मेरे निर्वाचन क्षेत्र में, मुझे एक सरस्वती मंदिर, एक लक्ष्मी मंदिर और एक पार्वती मंदिर को गिराना है. मुझे पता था कि वोट नहीं आएंगे. लेकिन मुझे ये भी पता था कि उन्हें कैसे हासिल करना है. इसलिए जब कामरेडों ने कहा कि मुझे वोट नहीं मिलेंगे, तो मैंने उनसे कहा कि कोई और रास्ता नहीं है और क्योंकि वो सिर्फ एक मंदिर चाहते हैं, मैं एक बेहतर, ज़्यादा सुंदर मंदिर का निर्माण करूंगा, जहां करीब एक साथ 250 लोगों के लिए खाने की ज़गह हो. इन्हें गिराने के बाद, मैंने नए ढांचों का निर्माण किया.”

इसके बाद उन्होंने कहा कि उन्होंने पुजारियों को आमंत्रित किया और उन्हें गुलदस्ते भेंट किए. एक घंटे से ज़्यादा समय तक प्रेज़ेंटेशन दी और उसके बाद उन्होंने उनके प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया. वो कहते हैं कि जो कोई भी ऐसा करना चाहता है, उसके लिए इन डिटेल्स का वेरिफ़िकेशन संभव है.

T R बालू ने ये भी कहा कि उन्होंने पवित्र नदियों के ऊपर इन्फ्रास्ट्रक्चर का निर्माण किया है और ये चीजों को तोड़कर ही किया गया था. लेकिन उस वक्त किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचाई गई थी. उनका कहना है कि “सभी जल निकायों की पूजा करना अच्छा है, उन्हें” थाई “(मां) कहें लेकिन धर्म के आधार पर इनमें से किसी को भी रंग न दें.”

कुल मिलाकर, DMK सांसद T R बालू ने एक भाषण दिया था जिसमें उन्होंने अलग-अलग नेताओं को ये समझाने की बात की कि सरकारी परियोजनाओं के लिए कुछ धार्मिक संरचनाओं को तोड़ना ज़रूरी है. इस भाषण का क्लिप वीडियो सोशल मीडिया पर 100 साल पुराने हिंदू मन्दिरों को तोड़े जाने के बारे में गर्व से बताने के रूप में शेयर किया गया.

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