एक वीडियो क्लिप इस दावे के साथ शेयर की जा रही है कि एक बुज़ुर्ग व्यक्ति ने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के सामने कहा, “तुमने केवल मस्जिद बनवाई, हम वोट नहीं देंगे.”

भाजपा सदस्य प्रीति गांधी, भाजपा हिमाचल प्रदेश प्रभारी अविनाश राय खन्ना, भाजपा प्रवक्ता सारिका ए जैन, भाजपा यूपी के सोशल मीडिया सह-संयोजक सौरभ ने ये वीडियो ट्वीट किया.

कई फ़ेसबुक और ट्विटर यूज़र्स ने ने वीडियो पोस्ट किया. इसे कई बीजेपी समर्थक पेज पर भी शेयर किया गया था जिनमें टीम किशनाराम बिशनोई [20 हज़ार से ज़्यादा फ़ॉलोअर्स], भाजपा का परिवार मेरा परिवार{यूपी मिशन 2022- प्रभामंडल का स्वागत है} [1.4 लाख फ़ॉलोअर्स] और प्रधानमंत्री – नरेंद्र मोदी जी ✅ [1.4 लाख से ज़्यादा फ़ॉलोअर्स] शामिल हैं.

2019 का वीडियो, ग़लत दावा

वायरल वीडियो को ध्यान से सुनने पर हमें पता चला कि इसकी बोली समझना मुश्किल है. यूपी के एक रिपोर्टर ने ऑल्ट न्यूज़ को बताया कि इसमें बुज़ुर्ग ये कह रहे थे कि वोट डालने के बाद इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) की अदला-बदली की जाती है. अखिलेश यादव के साथ बातचीत में, उन्होंने आरोप लगाया कि लोग सपा को वोट देते हैं लेकिन उन वोटों की गिनती नहीं की जाती क्योंकि मशीनों की अदला-बदली की जाती है. वायरल दावे में “मशीन” शब्द को “मस्जिद” के रूप में गलत तरीके से पेश किया गया है.

ऑल्ट न्यूज़ ने सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अब्दुल हाफ़िज गांधी से भी बात की. उन्होंने बताया कि बुज़ुर्ग ये नहीं कह रहे थे जैसा कि दावा किया जा रहा है. हाफ़िज गांधी ने बताया, “बुज़ुर्ग ने मस्जिदें नहीं, मशीनें कहा था. उनका मानना ​था कि EVM की अदला-बदली के वज़ह से सपा नहीं जीतती है.”

इसे ध्यान में रखते हुए, ऑल्ट न्यूज़ ने फ़ेसबुक पर एक कीवर्ड सर्च (अखिलेश यादव बुज़ुर्ग EVM मशीन) किया. हमें 2019 में शेयर किए गए वीडियो के लंबे वर्जन के दो इंस्टैंस मिले. [पहला, दूसरा] इनमें से पहला वीडियो सपा प्रवक्ता रोली तिवारी मिश्रा ने पोस्ट किया था. इस वीडियो में हम साफ तौर पर सुन सकते हैं कि बुज़ुर्ग व्यक्ति ने “मशीन” कहा, न कि “मस्जिद.” उन्होंने दावा किया कि भाजपा ने चुनाव इसलिए जीता क्योंकि लोगों द्वारा सपा को वोट देने के बाद ईवीएम की अदला-बदली की गई थी.

यूपी स्थित रिपोर्टर ने ऑल्ट न्यूज़ को बताया कि उस व्यक्ति ने असभ्य भाषा का इस्तेमाल किया. इसे लंबे वीडियो के अंत में देखा जा सकता है. यहां तक कि ऐसी भाषा का इस्तेमाल करने पर अखिलेश यादव को से उसे मना करते हुए भी सुना जा सकता है. ऑल्ट न्यूज़ ने लंबे वीडियो को एम्बेड नहीं किया है, लेकिन रोली तिवारी मिश्रा की पोस्ट को ऊपर हाइपरलिंक किया गया है और नीचे इसका स्क्रीनशॉट देखा जा सकता है.

नीचे दिया गया वीडियो रोली तिवारी मिश्रा की पोस्ट का आधा हिस्सा है जिसमें सिर्फ वायरल सेगमेंट शामिल किया गया है.

2019 के एक ट्वीट में पत्रकार किरण पटनायक ने ये भी लिखा कि वो व्यक्ति सपा की हार के लिए EVM को ज़िम्मेदार ठहरा रहा था. उन्होंने लिखा कि अखिलेश यादव के एक समर्थक ने कहा, ”मशीन में आग लगा दो” और ”EVM खराब हैं. EVM को हटा देना चाहिए.”

भाजपा नेताओं और सदस्यों ने अखिलेश यादव और एक सपा समर्थक की बातचीत को ये दिखाते हुए शेयर किया कि वो व्यक्ति सपा का विरोध कर रहा था. जबकि उस व्यक्ति ने सपा पर मुस्लिम तुष्टीकरण के लिए “मस्जिद” बनाने का आरोप नहीं लगाया था, बल्कि ये आरोप लगाया कि लोगों द्वारा सपा को वोट देने के बाद ईवीएम की अदला-बदली की जाती है, जिससे भाजपा चुनाव जीतती है.

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