सोशल मीडिया में साझा किये जा रहे वीडियो में एक व्यक्ति को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में हुई हिंसा और नागरिकता संशोधन कानून (CAA) प्रदर्शन के बारे में बात करते हुए सुना जा सकता है। वीडियो को इस दावे से साझा किया जा रहा है कि यह व्यक्ति भाजपा विधायक अनिल उपाध्याय है। वह व्यक्ति कहते हैं कि किसी में इतनी हिम्मत है कि वह गृह मंत्री अमित शाह से सवाल कर सके। वह आगे कहते है, “कोई ऐसा पत्रकार बताओ किसी में हिम्मत है जो जेएनयू और जामिया में हुई हिंसा के खिलाफ सवाल पूछे।” उन्होंने आगे बताया कि, “नरेंद्र मोदी के खिलाफ कोई भी बोलेगा तो अभी जो कॉलेजो में घुस कर मार रहे हैं ना तो कोई कुछ कर पाया है और अगर बहुत ज़्यादा बोलोगे तो घर में घुस कर भी मारेंगे और वहीं पर पटक कर मारेंगे और जान से भी खत्म कर देंगे।” यह बयान एक भाजपा विधायक द्वारा दी गई कथित धमकी के बाद आया था।

 

BJP MLA Anil Upadhyaya

Se the comments to all INDIAN Citizen Ab tu jago …..

Posted by Mohiuddin Mohammed Ali Kutchi on Tuesday, January 14, 2020

खुर्शीद आलम नामक उपयोगकर्ता ने भी समान दावे से इस वीडियो को साझा किया है।

एक अन्य वीडियो समान सन्देश के साथ सोशल मीडिया में वायरल है कि वह व्यक्ति भाजपा विधायक अनिल उपाध्याय है। हालांकि, वीडियो में दिख रहे व्यक्ति सरकार की आलोचना करते है और हिन्दू-मुस्लिम भाईचारे की बात करते हैं। वह कहते है, “हम ईद, बकरीद, दिवाली और होली मनायेंगे।” और आगे कहते हैं कि यह देश सभी का है। वीडियो के साथ साझा किये गए सन्देश के मुताबिक, “यह भाजपा के विधायक अनिल उपाध्याय है। उनके भाषण के बारे में नरेंद्र मोदी क्या कहेंगे?”(अनुवादित) एक फेसबुक उपयोगकर्ता ने इस वीडियो को समान दावे से साझा किया है।

 

Bjp Mla Anil upadhyaya.
ಇದು ಬಿಜೆಪಿ ಶಾಸಕ ಅನಿಲ್ ಉಪಾಧ್ಯಾಯ.ಇವರ ಈ ಮಾತಿನ ಕುರಿತು ನರೇಂದ್ರ ಮೋದಿಯವರು ಏನು ಹೇಳುತ್ತೀರಾ?

Posted by Sulaiman Kallarpe on Sunday, January 12, 2020

तथ्य जांच

हम अपनी पड़ताल में इन दोनों वीडियो की सत्यता की जांच करेंगे।

पहला वीडियो

वीडियो में दिख रहे व्यक्ति सेवा दल के पूर्व जिला अध्यक्ष हरीश मिश्रा हैं, जो कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) से जुड़ा हुआ एक संगठन है। ऑल्ट न्यूज़ ने पहले भी नवंबर, 2019 में इस वीडियो की पड़ताल की थी, जब यह इस दावे से वायरल था कि एक भाजपा नेता पत्रकार को धमकी दे रहे हैं। हालांकि, पूरे वीडियो को देखने पर मालूम होता है कि मिश्रा, भाजपा के समर्थक नहीं बल्कि आलोचक है। बूम ने वाराणसी जिले के अध्यक्ष राजेश्वर सिंह पटेल से बात की, जिन्होंने इस बात की पुष्टि की कि मिश्रा कांग्रेस से जुड़े हुए सक्रीय नेता हैं।

दूसरा वीडियो

वीडियो को करीब से देखने पर स्क्रीन के बाएं कोने में एक समाचार संगठन का लोगो “DS4 न्यूज़” देखा जा सकता है। ऑल्ट न्यूज़ ने पाया कि इस पूरे वीडियो को समाचार संगठन के यूट्यूब चैनल पर 24 दिसंबर, 2019 को अपलोड किया गया था।

वीडियो में 5:36 मिनट पर, पत्रकार को इस व्यक्ति का परिचय पंकज श्रीवास्तव के रूप में देते हुए सुना जा सकता है। इस प्रकार, वीडियो में दिख रहे व्यक्ति ‘भाजपा विधायक अनिल उपाध्याय’ नहीं है। श्रीवास्तव ने नागरिकता संशोधन अधिनियम से लेकर महिलाओं की सुरक्षा और मुद्रास्फीति के मुद्दों पर सरकार की आलोचना की थी। DS4 न्यूज़ ने फैक्ट चेकिंग संगठन Fact-Crescendo से इस बात की पुष्टि की है कि श्रीवास्तव एक आम नागरिक हैं और वे नई दिल्ली के राज घाट में प्रदर्शन के लिए आए थे। इसके अलावा, हमें प्रदर्शन का एक लाइव वीडियो भी मिला, जिसमें पंकज श्रीवास्तव को सोशल मीडिया की एक प्रमुख आवाज़ के रूप में परिचय दिया गया है।

‘अनिल उपाध्याय’, नाम का प्रयोग सोशल मीडिया में प्रपोगंडा फ़ैलाने के लिया जाता रहा है। हालांकि, काफी दिलचस्प है कि मायनेता के मुताबिक, इस नाम से कोई विधायक मौजूद नहीं हैं। इस नाम का प्रयोग सोशल मीडिया में कभी भाजपा विधायक या फिर कभी कांग्रेस विधायक के रूप में किया जाता है। नीचे मायनेता वेबसाइट के सर्च परिणाम के स्क्रीनशॉट को शामिल किया गया है।

दो असंबंधित – एक कांग्रेस सदस्य द्वारा सरकार की आलोचना करने का और दूसरा नागरिकता कानून के खिलाफ एक आम नागरिक द्वारा विरोध करने का वीडियो भाजपा विधायक ‘अनिल उपाध्याय’ के झूठे दावे से सोशल मीडिया में साझा किये गए।

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About the Author

Jignesh is a writer and researcher at Alt News. He has a knack for visual investigation with a major interest in fact-checking videos and images. He has completed his Masters in Journalism from Gujarat University.