11 मई को हुगली जिले के तेलीनिपारा और भद्रेश्वर इलाके में दो समुदायों के बीच दंगा भड़कने की खबरें आईं. इसके बाद पश्चिम बंगाल से भाजपा सांसद अर्जुन सिंह ने एक वीडियो पोस्ट किया जिसमें साम्प्रदायिक दंगे के विजुअल थे. सिंह ने वीडियो शेयर करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को निशाने पर लेते हुए लिखा, “कब तक हिन्दुओं का खून बहेगा दीदी? मजाक बनाकर रख दिया है आपने और आपकी राजनीति ने बंगाल में हिंदुओं का!” इस कैप्शन के ज़रिए मेसेज दिया जा रहा है कि वीडियो तेलीनिपारा की घटना में हिंदुओं के साथ हुई ज़्यादती दिखा रहा है. इस पोस्ट को 2,500 से ज़्यादा बार शेयर किया गया है. वीडियो में 40वें सेकेंड पर खून से लथपथ शख्स को देखा जा सकता है.

(वीडियो में विचलित करने वाले दृश्य हैं. ऑल्ट न्यूज़ इसे एम्बेड नहीं कर रहा है.)

ट्विटर हैंडल @Saaho_sher ने खून से सने इसी शख्स का वीडियो शेयर करते हुए लिखा है, “आज बंगाल में खून सिर्फ हिंदुओं का बह रहा है.” इस ट्वीट को 2,400 से ज़्यादा बार रिट्वीट किया जा चुका है. दो और लोगों- दिव्यांश पाठक और विश्वप्रताप कुमार ने भी इसी नरेटिव के साथ वीडियो शेयर किया है.

फ़ैक्ट-चेक

ऑल्ट न्यूज़ को कोलकाता के एक सामाजिक कार्यकर्ता मोहम्मद ज़िम नवाज़ का फ़ेसबुक पोस्ट मिला जिसमें कहा गया है कि वीडियो में दिख रहा शख्स असल में मुस्लिम समुदाय से आता है. 38 साल के इस शख्स का नाम मंज़ूर आलम है और वह भद्रेश्वर इलाके में जूट मिल मजदूर हैं. जूट मिल क्वार्टर्स में 12वीं लाइन पर मिली जगह में आलम अपने परिवार के साथ रहते हैं. वह बिहार से आते हैं.

গত দু’তিনদিন ধরে হুগলির চন্দননগরের তেলানিপাড়ায় সাম্প্রদায়িক উত্তেজনা তৈরি হয়েছে। এবিষয়ে বেশকিছু গুরুত্বপূর্ণ তথ্য হাতে…

Posted by Md Zim Nawaz on Wednesday, 13 May 2020

ऑल्ट न्यूज़ ने नवाज़ से संपर्क किया उन्होंने हमारी आलम से बात कराई. उन्होंने कहा, “मैं शाम को रोज़ा खोलने के बाद अपने कमरे में परिवार के साथ बैठा था. हथियार लिए कुछ लोग हमारी लाइन में आ गए, वो वहां पहुंचे (घर के पास मैदान) जहां हम नमाज़ पढ़ रहे थे और हमें पीटने लगे. पहली बार जब उन्होंने चाकू जैसे धारदार हथियार से मेरे सिर पर वार करना चाहा तो मैंने हाथ से रोक लिया, हाथ में गहरा ज़ख्म हो गया. उसके बाद मेरे सिर में चोट लगी. वीडियो में जिस शख्स के खून बह रहा है वो मैं ही हूँ. मुझे बाद में हॉस्पिटल पहुंचाया गया. मेरे हाथ और सिर पर कई टांके लगे हैं. आलम ने वीडियो देखते हुए हमसे फोन पर बात की और वीडियो में दिख रहे कुछ लोगों की पहचान की. उन्होंने बताया, “लाल बनियान में दिख रहा आदमी ‘इंसाफ़’ है और दूसरे लड़के का नाम भोलू है. दोनों मेरे पड़ोसी हैं. मेरा छोटा बेटा परवेज़ अख़्तर भी वीडियो में देखा जा सकता है.” नीचे दी गई तस्वीर में लाल कपड़ों में दिख रहा शख्स इंसाफ़ है.

ऑल्ट न्यूज़ को एक और वीडियो मिला जिसे मंज़ूर आलम पर हमले के बाद शूट किया गया है, जिसमें उनके परिवार को घाव से खून बहने से रोकने की कोशिश करते देखा जा सकता है, हालांकि विचलित करने वाले विजुअल की वजह नहीं लगाया जा रहा है. नीचे दी गई तस्वीर में हमने इस वीडियो से आलम का चेहरा दिखाता फ्रेम लेकर उनके हॉस्पिटल से डिस्चार्ज होने के बाद की तस्वीर से तुलना की है.

इसके अलावा हमने पीड़ित के बेटे से बात की और वीडियो देखते हुए उसमें लोगों को पहचानकर बयान रिकार्ड करने को कहा. जावेद अख़्तर मंज़ूर आलम के सबसे बड़े बेटे हैं और अपने परिवार से दूर दिल्ली में रहते हैं. नीचे दिए गए वीडियो में वो अपने मोबाइल में वीडियो चलाकर अपने पिता और पड़ोसियों की पहचान करते दिखते हैं. एक जगह मोबाइल में चल रहा वीडियो पॉज़ करते हुए उन्हें यह कहते सुना जा सकता है, “ये (मेरे) दोस्त हैं जो यहां खड़े हैं. जो पीछे खड़ा है वह इमरान है और जो लाल टी-शर्ट में है उसका नाम इंसाफ़ है.”

यानी भाजपा सांसद अर्जुन सिंह ने पश्चिम बंगाल में साम्प्रदायिक हिंसा के दौरान खून से सने शख्स का वीडियो शेयर करते हुए बताया कि जिस शख्स पर हमला हुआ है वह हिंदू कम्युनिटी से आता है. हालांकि, यह पता चल गया कि वीडियो में दिख रहा शख्स मुस्लिम समुदाय का है जिस पर कथित रूप से दूसरे समुदाय के लोगों ने हमला किया था.

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About the Author

Jignesh is a writer and researcher at Alt News. He has a knack for visual investigation with a major interest in fact-checking videos and images. He has completed his Masters in Journalism from Gujarat University.