कई फ़ेसबुक और ट्विटर यूज़र्स ने 40 सेकेंड का एक वीडियो शेयर किया है जिसमें एक शख्स अपनी बाइक चलाते हुए उसकी मदद से फ़ेरी वाले झूले को ले जाता हुआ दिख रहा है. झूले के पहिए के पास की सीट में एक महिला सामान के साथ बैठी दिखती है. “भारत का यह प्रवासी मजदूर अपने दिमाग के लिए जरूर एक अवॉर्ड का हक़दार है, यह आविष्कार प्रैक्टिकल और काम का जुगाड़ है कि उसने बाइक का अगला पहिया निकालकर उसे छोटे टायर्स वाले बड़े पहिए में जोड़ दिया है. उसने ऊपर सोने के लिए एक चारपाई भी रखी है.” इस दावे के साथ वीडियो को वायरल किया जा रहा है.
16 मई को ट्विटर यूज़र @IndurChhugani ने यह वीडियो वायरल टेक्स्ट के साथ शेयर किया और वीडियो का क्रेडिट शशि भग्नारी को दिया. इस ट्वीट को 900 से ज़्यादा बार रिट्वीट किया गया है और 48,000 से ज़्यादा बार देखा गया है. (आर्काइव लिंक)
This migrant labour in India surely deserves an award for their Brains, innovation & Practical and workable solutions
He has removed the front wheel of his bike & welded his bike to the giant wheel with tyres
He has put a charpoy on top to sleep also
Courtesy Shashi Bhagnari pic.twitter.com/j1UJg3RnRG
— Indur Chhugani (@IndurChhugani) May 16, 2020
ट्विटर यूज़र मेजर सुब्रत मिश्रा (आर्काइव लिंक) ने भी वायरल वीडियो पोस्ट किया है.
इसी तरह फेसबुक यूज़र डॉक्टर शिशिर अग्रवाल की पोस्ट को भी 1,700 से ज़्यादा बार देखा गया. (आर्काइव लिंक)
फ़ैक्ट-चेक
ऑल्ट न्यूज़ ने वायरल वीडियो के पहले फ़्रेम का स्क्रीनशॉट लेकर Yandex पर रिवर्स इमेज सर्च किया और पाया कि यह वीडियो ‘टाइम फ़ॉर ऊटपटांग’ यूट्यूब चैनल पर नवंबर 2018 में अपलोड किया गया था.
जब यह वीडियो 2018 में अपलोड किया गया था इसका मतलब कि यह प्रवासी मजदूर का ताज़ा वीडियो नहीं है. इसके अलावा बाइक चलाते व्यक्ति के आस-पास पर्याप्त ट्रैफ़िक है और इसमें दिख रहे किसी भी व्यक्ति ने मास्क भी नहीं पहना है.
हमारी रिपोर्ट से पहले सोशल मीडिया होक्स स्लेयर ने एक फ़ैक्ट-चेक रिपोर्ट पब्लिश की जिसमें पाया गया था कि वायरल वीडियो न्यूज़18 गुजराती की पत्रकार संध्या पांचाल ने 2018 में पोस्ट किया था.
talent of indian engineer🤘🏻 pic.twitter.com/IKGSpRTC8t
— Sandhya Panchal (News18 Gujarati) (@SandhyaPanchal_) October 29, 2018
हालांकि सोशल मीडिया यूज़र्स ने ये कहीं नहीं कहा है की वीडियो नया है लेकिन उन्होंने कहा है कि इसमें प्रवासी मजदूर दिख रहा है, यह बात पूरी तरह से गलत है और इससे लगता है कि यह घटना लॉकडाउन के दौरान घटी है.
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