ऑल्ट न्यूज़ के व्हाट्सऐप नंबर (76000 11160) पर एक वीडियो की पड़ताल के लिए कई रिक्वेस्ट मिलीं हैं. इसके साथ शेयर किये जा रहे मेसेज के मुताबिक, DPS स्कूल राजबाग का शिक्षक अहमद अंसारी बच्चों को बेरहमी से पीट रहा है.
2019 से शेयर
20 जुलाई, 2019 को मेघालय के तत्कालीन राज्यपाल तथागत रॉय ने भी ये वीडियो शेयर किया था. उन्होंने लिखा कि वीडियो में बच्चों की बेरहमी से पिटाई करने वाले शख्स की पहचान DPS राजबाग स्कूल के एक शिक्षक शकील अहमद अंसारी नाम के रूप में हुई है. गूगल पर स्कूल के बारे में सर्च करने पर, हमनें पाया कि DPS स्कूल जिसे DPS राजबाग स्कूल बताया गया है वह जम्मू कश्मीर के कठुआ में स्थित है.
फ़ेसबुक और ट्विटर पर कई लोगों ने दावा किया कि ये घटना DPS राजबाग की है.
@Diptang27657182 @UNICEFIndia
जिन शिक्षखो को हम गुरु मानते है वही शिक्षक आज बच्चो को ऐसे बुरी तरह से मार रहे है ।
मै ऐसे हरकतो का विरोध करता हू।@tathagata2 #stopbeatingchildren pic.twitter.com/OZ6RxJKFh2— Dyutimay Banerjee (@Dyutimay_SPM__) July 19, 2019
2019 में भी ऑल्ट न्यूज़ के व्हाट्सऐप नंबर पर कई लोगों ने इस वीडियो की पड़ताल के लिए संपर्क किया था.
मिस्र का वीडियो
ऑल्ट न्यूज़ ने इस वीडियो की पड़ताल जुलाई 2018 में ही थी. उस वक़्त बच्चों को पीट रहे शख्स को गुजरात के वलसाड के RM VM स्कूल का शिक्षक बताया गया था. हमनें पाया था कि वायरल वीडियो भारत का नहीं है, बल्कि मिस्र का है. ओसामा मोहम्मद ओथमैन नाम के एक अनाथालय का मैनेजर बच्चों को पीट रहा था तो उसकी पत्नी ने चुपके से इसे रिकॉर्ड कर लिया था.
5 अगस्त, 2014 के डेली मेल में प्रकाशित एक लेख के मुताबिक, “वीडियो में दिख रहा है ओसामा मोहम्मद ओथमैन बच्चों को पैर से मारता है. बच्चे दर्द से चीख उठते है और वहां से भाग जाते हैं. राज्य द्वारा संचालित अल-अहराम अख़बार ने बताया कि ओथमान की पत्नी ने दो महीने पहले गीज़ा में डार मक्का अल-मोकरमा अनाथालय में ये वीडियो रिकॉर्ड किया था.”
BBC की 2014 में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक, ओथमान को सात बच्चों को प्रताड़ित करने और उनके जीवन को खतरे में डालने के लिए तीन साल की जेल की सज़ा सुनाई गई थी. दो साल की सख्त सज़ा और तीसरे साल में जमानत के लिए $110 (£87) का भुगतान देने की बात लिखी गई है.
कुल मिलाकर, ये व्यक्ति DPS स्कूल के शिक्षक नहीं है. सोशल मीडिया पर मिस्र के बच्चों की पिटाई का वीडियो जम्मू-कश्मीर के एक स्कूल के शिक्षक के दावे के साथ शेयर किया गया. इससे पहले भी इस वीडियो को गुजरात के वलसाड के शिक्षक के रूप में शेयर किया गया था.
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