पुलिस के सामने भीड़ द्वारा पत्थरबाज़ी करने का दो मिनट का एक वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो में बाद में पुलिस और भीड़ को एक साथ पत्थरबाज़ी करते हुए देखा जा सकता है. यूज़र्स दावा कर रहे हैं कि ये वीडियो अप्रैल 2022 में दिल्ली के जहांगीरपुरी में हुई हिंसा के दौरान का है और इस ओर संकेत किया गया कि पुलिस दंगाइयों के साथ मिलकर काम कर रही थी. इसे #DelhiRiots2022 के साथ शेयर किया जा रहा है.
गुजरात कांड,
अब पूरे भारत मे होने जा रहा है,
गुजरात,का मुख्यमंत्री भी ज़ालिम था!
और भारत का प्रधानमंत्री भी ज़ालिम है।गुजरात मे रात को सुरक्षा बलों से मुसलमानों पर हमला करवाया,
और अब भारत के विभिन्न जगहों पर पुलिस वालों से गोलियां पत्थर और बुल्डोजर चलवा रहा है।#DelhiRiots2022 pic.twitter.com/RLcfZ8qSL9
— Shahin khan (@KhanGirl_4) April 21, 2022
सरकारी खाकी और Pvt खाकी एक साथ मुसलमानों पर हमले करते हुए कपड़ों से पहचानों दहशतगर्दो को
pic.twitter.com/QePUbIyqvs— Akbaruddin Owaisi (@Akbaruddin_MIM) April 21, 2022
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2020 में भी हुआ था शेयर
29 फ़रवरी 2020 को इंडियन नेशनल कांग्रेस (INC) की सदस्य और पूर्व अभिनेत्री नगमा ने ये वीडियो ट्वीट किया. उनके इस ट्वीट को 6,700 बार रीट्वीट और 1.5 लाख बार देखा जा चुका है. (ट्वीट का आर्काइव लिंक)
Is this why the #Delhigenocide #DelhiPolice nd 4wks ? किसी को लगता है
कि दिल्ली पुलिस अपना काम कर रही है ..तो वो अपनी गलतफहमी इस वीडियो को देख कर दूर कर ले…..@IndiaToday @TimesNow Question the ones who r 2b https://t.co/nHgJVDWABn do your job . @RahulGandhi @priyankagandhi pic.twitter.com/R8a4tANngC— Nagma (@nagma_morarji) February 29, 2020
इसी दावे से फ़ेसबुक पर मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के सदस्य दिग्विजय सिंह ने ये वीडियो पोस्ट किया है. (आर्काइव किया हुआ पोस्ट) वीडियो शेयर करते हुए उन्होंने नगमा के मेसेज को भी अपने पोस्ट में शेयर किया है. इस पोस्ट को 1,300 बार शेयर और वीडियो को 47,000 बार देखा जा चुका है.
पूरा संरक्षण दिल्ली पुलिस का रहा है और अब भी एकतरफ़ा कार्यवाही की जा रही है।
Nagma –
Is this why the #Delhigenocide #DelhiPolice nd 4wks ? किसी को लगता है कि दिल्ली पुलिस अपना काम कर रही है ..तो वो अपनी गलतफहमी इस वीडियो को देख कर दूर कर ले…..
@IndiaToday@TimesNow Question the ones who r 2b questioned Media do your job .Posted by Digvijaya Singh on Sunday, 1 March 2020
ये वीडियो कई यूज़र्स फ़ेसबुक और ट्विटर पर भी शेयर कर रहे हैं.
फ़ैक्ट-चेक
1 जनवरी को अपडेट की गई ‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ की रिपोर्ट में वायरल वीडियो को शेयर किया गया है. रिपोर्ट में 20 दिसम्बर, 2019 को फ़िरोज़ाबाद में CAA विरोधी प्रदर्शन के बारे में बताया गया है. रिपोर्ट में वीडियो के बारे में लिखा गया है कि करीब 15 से 20 लोग पुलिस के साथ मिलकर राजा खान की लकड़ी की दुकान (राजा की लकड़ी की टाल) पर पत्थर फेंक रहे हैं. पत्थरबाज़ी के बाद उन्होंने राजा की दुकान में रखी हुई लकड़ियों में आग भी लगा दी. ये दुकान रसूलपुर पुलिस के इलाके में पड़ने वाले नालबंद चौराहे के नज़दीक शिकोहाबाद अडा रोड पर है.
दिग्विजय सिंह ने ‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ की इसी रिपोर्ट को 1 जनवरी, 2020 को ट्वीट भी किया था. (ट्वीट का आर्काइव लिंक)
‘टाइम्स ऑफ़ इंडिया’ की वीडियो रिपोर्ट को ऑनलाइन एक्स्प्रेस ने अपने यूट्यूब चैनल पर 31 दिसम्बर, 2019 को अपलोड किया था.
इस तरह, दिग्विजय सिंह और नगमा समेत कई और सोशल मीडिया यूज़र्स ने यूपी का वीडियो दिल्ली में हुई हिंसा का बताकर शेयर किया. और इसी वीडियो को अब दिल्ली के जहांगीरपुरी में हुई हिंसा से जोड़कर शेयर किया जा रहा है.
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