भारत में कोरोना वायरस जितनी तेज़ी से बढ़ रहा है, उतनी ही तेज़ी से इसको लेकर अफ़वाहें भी फैल रही हैं. ऑल्ट न्यूज़ ने ऐसे कई वायरल दावों की पड़ताल की है. 8 फ़रवरी, 2020 को फिल्म निर्माता विवेक रंजन अग्निहोत्री ने एक स्क्रीनशॉट ट्वीट किया था जिसमें लिखा हुआ था, ‘Breaking News: Weed kills coronavirus’ (अनुवाद – ब्रेकिंग न्यूज़ : गांजा कोरोना वायरस को ख़त्म करता है.) अग्निहोत्री के ट्वीट के बाद कई यूज़र्स ने भी यह दावा किया कि गांजा कोरोना वायरस को खत्म करता है. हालांकि, ऑल्ट न्यूज़ ने बताया था कि अग्निहोत्री द्वारा शेयर किया गया स्क्रीनशॉट कोई समाचार प्रसारण नहीं बल्कि एक मीम था.
‘Humans of Hindutva’ नाम के एक फ़ेसबुक पेज ने 4 मार्च को दो तस्वीरें पोस्ट करते हुए लिखा है, “इस बीच आज तक टीम ने अपना दिमाग खो दिया है.” (पोस्ट का आर्काइव)
‘आज तक’ चैनल के प्रसारण के कुछ ऐसे ही स्क्रीनशॉट्स शेयर हो रहे हैं. इसे शेयर करने वाले लिख रहे हैं – “खूब पियो खूब जियो। #coronavirusindia #CoronavirusReachesDelhi #coronavirus”
खूब पियो खूब जियो।#coronavirusindia #CoronavirusReachesDelhi #coronavirus pic.twitter.com/YwwNFKVp1l
— Gaurav Pandit (@GAURAVPANDIT90) March 3, 2020
आज तक की रिपोर्ट की तस्वीरें
इन सभी फ़ोटोज़ में लिखा हुआ दिखता है –
- शराब और गांजे में कोरोना वायरस का इलाज?
- शराब के पैग लगाने से कोरोना वायरस का ख़ात्मा?
- शराब से कोरोना वायरस की छुट्टी?
इन सभी तस्वीरों में जो भी टेक्स्ट दिखते हैं, वो सवालिया निशान (?) से ख़त्म होते हैं. इससे ये पता चलता है कि ये तस्वीरें वायरल हो रहे दावों की पड़ताल की हो सकती हैं. हमने यूट्यूब पर सर्च किया और हमें ‘आज तक’ की 15 मिनट की वीडियो रिपोर्ट मिली. ये इस चैनल के ‘वायरल टेस्ट’ नाम के सेगमेंट की है जिसमें वायरल हो रहे दावों की पड़ताल की जाती है.
इस वीडियो रिपोर्ट में गांजे वाले मीम के अलावा अख़बार की एक वायरल कटिंग की पड़ताल की गई है जिसे शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ का बताया गया है. इस कटिंग में छपी ख़बर का टाइटल है – “अब कैसा रोना! एक पैग में पैक होगा कोरोना!” साथ ही लिखा है कि अल्कोहल से कोरोना वायरस को एलर्जी है.
हमने ‘सामना’ का ई-पेपर खंगाला. पता चला कि 14 फ़रवरी को ये ख़बर प्रकाशित करते हुए जर्मनी के एक शोध का हवाला दिया गया था.
इस दावे की पड़ताल के लिए ‘आज तक’ की टीम ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की वेबसाइट पर कोरोना वायरस को लेकर जारी गाइडलाइंस को देखा. विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा कहा गया है कि हाथों को धोने के लिए अल्कोहल बेस्ड हैंडवॉश का इस्तेमाल करना चाहिए. इससे हाथों में लगे वायरस खत्म हो जाते हैं. WHO द्वारा जारी गाइडलाइंस में कहीं भी ज़िक्र नहीं था कि शराब पीने से कोरोना वायरस ख़त्म हो जाता है.
नीचे दिए गए स्क्रीनशॉट इस सेगमेंट के 41 सेकंड और 1 मिनट 4 सेकंड पर ली गई है. ये शेयर की जा रही तस्वीरों से मेल खाता है.
कोरोना वायरस के संक्रमण के दुनिया भर में 90 हज़ार से अधिक मामले सामने आए हैं. लेकिन इनमें से लगभग 80 हज़ार मामले अकेले चीन में हैं. अगर भारत की बात करें तो यहां अभी तक कोरोना वायरस के 30 मामलों की पुष्टि हो चुकी है. इनमें से एक मामला 4 मार्च को गुरुग्राम में सामने आया. डिजिटल मनी ट्रांसफ़र कंपनी पेटीएम के हवाले से न्यूज़ एजेंसी ANI ने ख़बर दी कि उनके गुरुग्राम स्थित ऑफ़िस में एक शख़्स को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है. यह शख़्स कुछ दिन पहले ही इटली से लौटा था.
इस तरह हमने देखा कि कैसे ‘आज तक’ द्वारा वायरल दावों की पड़ताल के फ़ोटोज़ झूठे दावे से शेयर किया जा रहा है. ऐसा पहली बार नहीं हुआ है. हमने पहले भी देखा था कि ‘आज तक’ की वायरल टेस्ट की रिपोर्ट झूठे दावे से शेयर की गई थी. ‘News18 इंडिया चैनल’ के एक शो की तस्वीरें भी फ़र्ज़ी दावे के साथ शेयर की गई थीं. ऐसा इसीलिए होता है क्यूंकी चैनल जब वायरल हो रहे दावों की बात करता है तब स्क्रीन पर सिर्फ़ सोशल मीडिया का दावा होता है. उसपर स्पष्ट रूप से ये नहीं लिखा जाता कि ये बात असल में अफ़वाह है. अफ़वाह या वायरल दावे का स्पष्टीकरण नहीं होने की वजह से ग़लत जानकारी फैलाने वाले इसका स्क्रीनशॉट लेकर शेयर भी करने लगते हैं. ये अफ़वाहें सोशल मीडिया पर पहले से वायरल होती ही हैं, मीडिया रिपोर्ट्स के फ़ोटो के बाद इन्हें और तवज्जो मिल जाती है.
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