25 अक्टूबर को दिल्ली यूथ कांग्रेस ने एक ट्वीट (ट्वीट का आर्काइव किया हुआ लिंक) करते हुए वीडियो दिखाया जिसमें एक शख्स लिफ्ट में एक महिला पर हमला करता दिख रहा है. ट्वीट में लिखा हुआ था, “दिल्ली मेट्रो की लिफ़्ट के अंदर देखिये कैसे दरिंदे ने महिला पर जानलेवा हमला कर दिया! @ArvindKejriwal जी और @narendramodi जी आपके महिला सुरक्षा के झूठे दावों का दिल्ली में क्या हाल है देखे!” दिल्ली यूथ कांग्रेस के फ़ेसबुक पेज पर भी यही वीडियो देखने को मिलता है.
दिल्ली मेट्रो की लिफ़्ट के अंदर देखिये कैसे दरिंदे ने महिला पर जानलेवा हमला कर दिया! @ArvindKejriwal जी और @narendramodi जी आपके महिला सुरक्षा के झूठे दावों का दिल्ली में क्या हाल है देखे! pic.twitter.com/ikGz9H6Hcp
— Delhi Youth Congress (@DelhiPYC) October 25, 2020
कांग्रेस के छात्र संगठन NSUI के पूर्व नेता अशोक बसोया ने भी यही वीडियो पोस्ट किया. यहां इस वीडियो को करीब 5000 से ज़्यादा बार देखा गया. (ट्वीट का आर्काइव लिंक)
इसी तरह, ये वीडियो को कितने ही लोगों ने फ़ेसबुक और ट्विटर पर शेयर किया है.
मलयेशिया का 2019 का वीडियो
वीडियो वेरिफ़िकेशन टूल Invid का इस्तेमाल करते हुए ऑल्ट न्यूज़ ने इसका गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च किया.
यहां से हमें स्टॉम्प की 2019 की एक रिपोर्ट मिली. स्टॉम्प स्ट्रेट टाइम्स का एक हिस्सा है जहाँ यूज़र्स द्वारा लिखा गया मटीरियल मिलता है. इस रिपोर्ट में घटना की जगह मलयेशिया के अख़बार ‘द स्टार’ की ख़बर से मिली जानकारी पर आधारित थी. द स्टार के मुताबिक़ ये घटना 14 फ़रवरी 2019 को क्वालालंपुर में तमन मुतिअरा मेट्रो स्टेशन पर घटी थी.
क्वालालंपुर के सीआईडी चीफ़ सीनियर असिस्टेंट रुश्दी मोहम्मद ईसा ने द स्टार को बताया कि विक्टिम को कई चोटें आई थीं और पास के ही अस्पताल में उसका इलाज चल रहा था. उन्होंने ये भी बताया कि हमलावर उस महिला का एटीएम कार्ड और 400 मलयेशियाई करेंसी लेकर भाग निकला.
द डेली मेल ने रिपोर्ट किया कि सांसद लिम लिप एंग ने हमलावर की गिरफ़्तारी करवाने लायक जानकारी देने वाले को 10 हज़ार मलयेशियाई रुपये ईनाम में देने की घोषणा की. चैनल न्यूज़ एशिया की रिपोर्ट के मुताबिक़, 4 दिन बाद, 18 फ़रवरी को क्वालालंपुर पुलिस ने हमलावर को गिरफ़्तार कर लिया. किनी टीवी ने रिपोर्ट किया कि हमलावर भारतीय मूल का था.
इसलिए, ये ठोस तौर पर कहा जा सकता है कि दिल्ली यूथ कांग्रेस ने मलयेशिया के एक मेट्रो स्टेशन में हुई चोरी और मारपीट का वीडियो दिल्ली का बताकर पोस्ट किया. इस वीडियो को कई लोगों ने सोशल मीडिया पर शेयर भी किया.
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.
बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.