पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की एक तस्वीर वायरल है. इसमें दोनों बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के साथ बैठे नज़र आ रहे हैं. तस्वीर में सोनिया गांधी शेख हसीना के सामने बैठी हैं. कई सोशल मीडिया यूज़र्स ये तस्वीर शेयर करते हुए दावा कर रहे हैं कि ये तस्वीर मनमोहन सिंह के बांग्लादेश में आधिकारिक दौरे की है. लोगों का कहना है कि जिस कुर्सी पर मनमोहन सिंह को बैठना चाहिए था वहां पर सोनिया गांधी बैठी हुई थीं.

एक फ़ेसबुक यूज़र ने तस्वीर के साथ तंज कसते हुए लिखा, “एक समय था जब सोनिया गांधी प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को बांग्लादेश दौरे पर ले गयी थीं.” (आर्काइव लिंक)

एक अन्य यूज़र ने 28 मार्च को ये तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, “हमारे एक पीएम पहले भी बांग्लादेश जाया करते थे.. पर उनको साथ ले जाया करती थी सोनिया जी.” (आर्काइव लिंक)

कुछ अन्य फ़ेसबुक और ट्विटर यूज़र ने तस्वीर शेयर करते हुए यही दावा किया.

फ़ैक्ट-चेक

एक साधारण-सा रिवर्स इमेज सर्च इस तस्वीर की सच्चाई बयां कर देता है. हमने पाया कि ये तस्वीर 6 अक्टूबर, 2019 को ली गयी थी जब पीएम शेख हसीना और कांग्रेस नेताओं की दिल्ली में मुलाकात हुई थी. शेख हसीना 4 दिन के भारत दौरे पर थीं. पाठकों को मालूम हो कि ये तस्वीर 6 अक्टूबर को ली गयी थी और शेख हसीना पीएम मोदी से 5 अक्टूबर को ही मिल चुकी थीं (द हिन्दू की ये रिपोर्ट पढ़ें).

ये तस्वीर आउटलुक इंडिया की वेबसाइट पर है जहां इसका क्रेडिट पीटीआई के अतुल यादव को दिया गया है. तस्वीर के साथ कैप्शन में बताया गया है कि ये मुलाकात दिल्ली के हैदराबाद हाउस में हुई थी.

इस मुलाकात का वीडियो ANI के यूट्यूब चैनल पर मौजूद है.

हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, कांग्रेस पार्टी ने बताया कि इस मुलाकात की वहज आवामी लीग और कांग्रेस पार्टी के बीच “दोस्ताना सम्बन्ध” हैं.

सोशल मीडिया पर किये गए दावे बिल्कुल ग़लत हैं क्योंकि 2019 में जब ये मुलाकात हुई तब मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री नहीं थे. वो वरिष्ठ कांग्रेस नेता होने के नाते इसका हिस्सा बने थे.

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को पहले भी इस तरह के ग़लत दावों के आधार पर निशाना बनाया जा चुका है. एक वीडियो जिसमें सोनिया गांधी ग़लती से मनमोहन सिंह की सीट पर बैठने के बाद सीट बदलती नज़र आ रही हैं, उसे भी ऐसे ही भ्रामक दावे के साथ शेयर किया गया था.


NDTV पर सोशल मीडिया का निशाना, लेकिन क्या उसने झूठ रिपोर्ट किया था?

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