नवंबर के आखिरी हफ़्ते से कई सोशल मीडिया यूज़र एक कोकेशियान (caucasian) शख्स की दो तस्वीरें शेयर कर रहे हैं. इनमें से एक तस्वीर में ये शख्स रोते हुए दिख रहा है. दावा है कि ये व्यक्ति जॉन फ़ोर्ड हैं और उन्होंने इस्लाम धर्म अपना लिया है. जॉन फ़ोर्ड “अमेरिका के सबसे अमीर आदमी” हैं.
कई यूज़र्स ने इसे हाई नेटवर्क वाले इस्लाम समर्थक फ़ेसबुक पेज या ग्रुप्स में पोस्ट किया. इनमें मुफ़्ती मेंक्स लेक्चर्स [लगभग 9 लाख फ़ॉलोवर्स], स्पिरिचुअल जर्नी टू इस्लाम [लगभग 2 लाख फ़ॉलोवर्स] और Psps मीडिया [20 हज़ार फ़ॉलोवर्स] शामिल हैं.
200 से ज़्यादा अकाउंट्स ने ये तस्वीर पोस्ट की. [स्प्रेडशीट देखें]
फ़ेसबुक यूज़र मोहम्मद साद सैफ़ी की पोस्ट को आर्टिकल लिखे जाने तक 5 हज़ार से ज़्यादा बार शेयर किया गया. उन्होंने लिखा कि अमेरिका के सबसे अमीर आदमी जॉन फ़ोर्ड के पास 190 अमेरिकी चैनल हैं. आज इस ने ईसाई धर्म छोड़कर इस्लाम धर्म अपना लिया.
नंगरहार प्रांत के पूर्व अफ़ग़ान गवर्नर जियाउलहक अमरखिल ने भी ये दावा पोस्ट किया.
الله أكبر
جان دامریکا له بډایه او شتمنو کسانو څخه دی ، نوموړی د 19 امریکایي تلویزیونونو شبکو مالک دی، د شهادت کلمي په ويلو سره مسلمان شو او داسلام په مبارک دین مشرف شو
دشهادت کلمي په ويلو سره سړی په ژړا شو۔
د نړۍ ټولو مسلمانانو ته دې مبارک وي!
ووایی # الله_کبر ☝️ pic.twitter.com/TWukeULjdv— Governor Ziaulhaq Amarkhil (@GovernorAmarkhi) March 28, 2020
फ़ैक्ट-चेक
कई बार रिवर्स इमेज सर्च करने पर ऑल्ट न्यूज़ को 2018 का एक वीडियो मिला. ये तस्वीरें उसी वीडियो के स्क्रीनशॉट्स हैं. खलीज टाइम्स के अनुसार, वीडियो में कथित तौर पर अमेरिका के एक व्यक्ति को दिखाया गया है जिसने इस्लाम धर्म अपना लिया. रिपोर्ट में कहा गया है कि वीडियो इंस्टाग्राम पर काफी शेयर किया गया था. लेकिन उस व्यक्ति की पहचान नहीं बताई गई है.
इस वीडियो को मई 2018 में यूट्यूब पर भी अपलोड किया गया था. वीडियो में 40 सेकंड पर, समारोह का नेतृत्व करने वाले मुस्लिम लोगों में से एक कोकेशियान व्यक्ति को इस शख्स को नाम से संबोधित करता है. लेकिन ये साफ नहीं है.
हमने “जॉन फ़ोर्ड” के बारे में जानने के लिए एक की-वर्ड्स सर्च किया. अमेरिकी न्यूज़ आउटलेट वैराइटी के मुताबिक, जॉन फ़ोर्ड ने 2019 में NPACT के महाप्रबंधक का पद छोड़ दिया था. NPACT, एक व्यापार संगठन है जो गैर-फ़िक्शन मनोरंजन कंटेंट को प्रोड्यूस करता है. 100 से ज़्यादा कंपनियां इस संगठन की सदस्य हैं.
ऑल्ट न्यूज़ ने रीलस्क्रीन नामक वेबसाइट पर जॉन फ़ोर्ड का पोर्टफ़ोलियो देखा. इसमें उन अलग-अलग मीडिया संगठनों की लिस्ट है जिनके लिए उन्होंने काम किया है. इसके एक हिस्से में लिखा है, “जॉन फ़ोर्ड ने 2007 से 2009 तक डिस्कवरी चैनल के अध्यक्ष और जीएम के रूप में काम किया था. साथ ही डिस्कवरी के सैन्य चैनल और डिस्कवरी टाइम्स चैनल के अध्यक्ष और महाप्रबंधक के रूप में भी काम किया जिसको उन्होंने इन्वेस्टिगेशन डिस्कवरी (आईडी) में बदल दिया. वो 2003-07 तक नेशनल ज्योग्राफ़िक चैनल के लिए ईवीपी, प्रोग्रामिंग और प्रोडक्शन भी थे. और उससे पहले उन्होंने डिस्कवरी कम्युनिकेशंस में 13 साल तक काम किया. उन्होंने टीएलसी को फिर से लॉन्च और हेड किया. डिस्कवरी हेल्थ चैनल लॉन्च किया और डिस्कवरी नेटवर्क US के लिए सारे कंटेंट का नेतृत्व किया.”
लेकिन वायरल वीडियो में दिख रहा शख्स और जॉन फोर्ड दो अलग-अलग व्यक्ति हैं. नीचे, तस्वीर में ये साफ देखा जा सकता है. हम वायरल वीडियो में दिख रहे व्यक्ति की पहचान नहीं कर सके.
जॉन फ़ोर्ड के सबसे अमीर आदमी होने का दावा भी ग़लत है. नीचे फ़ोर्ब्स का ‘द 10 रिचेस्ट पीपल इन अमेरिका फ्रॉम 2010-2021’ का वीडियो है जिसमें उनका नाम नहीं है.
कुल मिलाकर, एक कथित अमेरिकी व्यक्ति के इस्लाम धर्म अपनाने का वीडियो ग़लत दावे के साथ शेयर किया गया कि वो व्यक्ति “जॉन फ़ोर्ड हैं जो यूएसए में 190 चैनलों के मालिक हैं.” इस दावे का पहले FactCresendo ने फ़ैक्ट-चेक किया था.
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