एक व्यक्ति की तस्वीर शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि मुंबई में अब्दुल खान नामक लैब टेक्नीशियन हिन्दू लोगों की नेगेटिव कोरोना रिपोर्ट को पॉज़िटिव बताता है. ट्विटर यूज़र अनिल कुमार मिश्रा ने ये तस्वीर ट्वीट करते हुए लिखा, “मुंबई का लैब तकनीशियन अब्दुल खान कोरोना निगेटिव हिंदुओं का पॉजिटिव रिपोर्ट बना रहा था, गिरफ्तार-हिंदुस्तान टाइम्स और कुछ लोग इसे गंगा जमुनी तहज़ीब बता के चादर ओड के सो जाएँगे”. आर्टिकल लिखे जाने तक इस ट्वीट को 1,439 बार रीट्वीट किया गया है. (आर्काइव लिंक)

ट्विटर यूज़र अमर नाथ तिवारी ने भी ये तस्वीर सांप्रदायिक दावे से ही ट्वीट की है. (आर्काइव लिंक)

ये तस्वीर फ़ेसबुक और ट्विटर पर इसी दावे के साथ वायरल है.

फ़ैक्ट-चेक

सोशल मीडिया पर शेयर हो रहा ये दावा असल में 2 अलग-अलग घटनाओं से संबंधित है. इस आर्टिकल में हम इन दोनों घटनाओं के बारे में बताएंगे.

वायरल तस्वीर

आसान से रिवर्स इमेज सर्च से मालूम हुआ कि ये तस्वीर दिसम्बर 2020 में उत्तर प्रदेश के उन्नाव में हुई घटना की है. मामला कुछ यूं था कि उत्तर प्रदेश के उन्नाव शहर के ज़िला अस्पताल में एक सहायक लैब टेक्नीशियन को फ़र्ज़ी कोरोना रिपोर्ट बनाने के आरोप में गिरफ़्तार किया गया था. 16 दिसम्बर 2020 की न्यूज़ 18 हिन्दी की रिपोर्ट के मुताबिक, अमर बहादुर चौधरी नाम के सहायक लैब टेक्नीशियन पर पैसे देकर फ़र्ज़ी कोरोना रिपोर्ट देने के आरोप था. इस वजह से उसे गिरफ़्तार किया गया था. आर्टिकल में लिखा है, “सूत्रों की मानें तो फर्जी कोविड-19 रिपोर्ट बनाने के आरोप में पकड़ा गया व्यक्ति दूसरे नेगेटिव आने वाले व्यक्ति का सैंपल जांच के लिए भेज देता था, जिससे रिपोर्ट नेगेटिव आ जाती थी, वहीं सूत्रों की मानें तो फर्जी रिपोर्ट बनाने के खेल में उसे हर रिपोर्ट के 1500 रुपए मिलते थे.”

इस मामले की सच्चाई तक पहुंचने के लिए हमने उन्नाव शहर के DSP गौरव कुमार त्रिपाठी से बात की. उन्होंने बताया, “फ़र्ज़ी कोरोना टेस्ट रिपोर्ट जारी करने के मामले में एक व्यक्ति को गिरफ़्तार किया था. लेकिन इस मामले में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है. वायरल दावे से अलग ये व्यक्ति हिन्दू समुदाय से है.”

मुंबई के अब्दुल खान वाले दावे का सच क्या है?

सर्च करने पर हमें कई मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं जिसमें मुंबई में अब्दुल खान नाम के लैब टेक्नीशियन को फ़र्ज़ी कोरोना रिपोर्ट देने के आरोप में गिरफ़्तार करने की खबर दी गई है. 8 मार्च 2021 की हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, अब्दुल खान ने 71 वर्ष के एक व्यक्ति की कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव बताई थी जबकि असल में वो कोरोना पोज़िटिव थे.

रिपोर्ट के मुताबिक, मामला कुछ ऐसा था कि अब्दुल गोवंडी के शिवाजी नगर एरिया में पैथोलॉजी लैब चलाता था. जहां पर कोरोना वायरस के लक्षणों वाले लोगों के सैम्पल इकट्ठा किये जाते थे. अब्दुल ये सैम्पल बाहर किसी लैब में भेजता था. ये पूरा मामला तब सामने आया जब एक 71 वर्षीय व्यक्ति की कोरोना पॉज़िटिव रिपोर्ट को अब्दुल ने नेगेटिव बता दिया. बुज़ुर्ग व्यक्ति ने इस रिपोर्ट पर संदेह होने पर दूसरी लैब में टेस्ट करवाया जहां पर उनका कोरोना टेस्ट पॉज़िटिव निकला. जिस दूसरी लैब में सैम्पल भेजे जाते थे वहां पर भी इस व्यक्ति के टेस्ट का रीज़ल्ट पॉज़िटिव ही आया था लेकिन उनकी रिपोर्ट के भेजने से पहले ही अब्दुल ने फ़र्ज़ी रिपोर्ट बनाकर इस बुज़ुर्ग व्यक्ति को दे दी थी. पुलिस ने बताया कि अब्दुल ने कम से कम 7 से 8 व्यक्तियों को फ़र्ज़ी रिपोर्ट दी थी.

मुंबई में हुई इस घटना का कोई सांप्रदायिक ऐंगल है या नहीं, ये जानने के लिए हमने शिवाजी नगर के सीनियर इन्स्पेक्टर किशोर विश्वनाथ से संपर्क किया. उन्होंने बताया, “इस घटना में जांच चल रही है. पुलिस ने अब्दुल खान नाम के व्यक्ति को फ़र्ज़ी कोरोना रिपोर्ट बनाने के आरोप में गिरफ़्तार किया है. वो लोगों की रिपोर्ट बिना किसी टेस्ट के नेगेटिव बताता था. लेकिन इस मामले में कोई भी सांप्रदायिक ऐंगल नहीं है.”

यानी, मुंबई में अब्दुल नामक लैब टेक्नीशियन की फ़र्ज़ी कोरोना रिपोर्ट बनाने के आरोप में हुई गिरफ़्तारी के बाद इस घटना को सांप्रदायिक ऐंगल दिया गया. इसके अलावा, दिसम्बर 2020 में उन्नाव में फ़र्ज़ी कोरोना रिपोर्ट बनाने के आरोप में गिरफ़्तार हुए लैब टेक्नीशियन अमर बहादुर चौधरी की तस्वीर शेयर की गई.


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About the Author

Kinjal Parmar holds a Bachelor of Science in Microbiology. However, her keen interest in journalism, drove her to pursue journalism from the Indian Institute of Mass Communication. At Alt News since 2019, she focuses on authentication of information which includes visual verification, media misreports, examining mis/disinformation across social media. She is the lead video producer at Alt News and manages social media accounts for the organization.