राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के नाम से एक पत्र शेयर किया जा रहा है जिसमें वो उत्तराखंड के मुख्य सचिव को पुलिस और RSS के सहयोग से कुम्भ मेले के सफल आयोजन की बधाई दे रहे हैं. इस पत्र में लिखा है, “मुझे विश्वास है कि भविष्य में भी आपके प्रयास धार्मिक वातावरण को कायम रखना सुनिश्चित करेंगे, व्यवस्था बनाये रखने में मदद करेंगे और RSS की विचारधारा का प्रसार करते रहेंगे.” अधिवक्ता प्रशांत भूषण ये पत्र शेयर करने वालों में शामिल थे लेकिन बाद में उन्होंने ये ट्वीट डिलीट कर लिया. (आर्काइव लिंक)
कई और लोगों ने भी इस पत्र को शेयर किया. (पहला, दूसरा, तीसरा और चौथा पोस्ट)
फ़र्ज़ी पत्र
इस पत्र में ग्रामर की ग़लतियां पहला हिंट है कि ये फ़र्ज़ी है. एक वाक्य में लिखा है, “I also appreciating that you use your past experience of Kumbh Mela officer…” जबकि यहां होना चाहिए, “I also appreciate that you used your past experience of working as Kumbh Mela officer…” दूसरे पैराग्राफ़ की पहली लाइन में भी कई ग़लतियां हैं.
ANI ने एक रिपोर्ट में बताया कि सरकारी अधिकारियों ने इस पत्र को फ़र्ज़ी बताया है.
A letter is doing rounds suggesting that National Security Advisor Ajit Doval has appreciated Uttarakhand government officials for successfully organising the Kumbh Mela in Haridwar. The letter is fake and the NSA has not written any such letter: Government officials
— ANI (@ANI) April 20, 2021
हमने पाया कि PIB ने पिछले मई 2020 में भी अजीत डोभाल के नाम पर शेयर किए जा रहे एक फ़र्ज़ी पत्र को फ़र्ज़ी बताया था.
Claim: Letter allegedly written by National Security Advisor congratulating Commissioner Secretary, Ladakh for role in handling of border situation is circulating on twitter #PIBFactCheck: no such letter has been written by the NSA, the letter is fake pic.twitter.com/XwkQeimRBL
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) May 29, 2020
साल 2020 और हाल में शेयर किए जा रहे पत्र में कई समानताएं हैं जिन्हें नीचे दर्शाया गया है.
हमने पाया कि दोनों पत्रों में लिखावट का फ़ॉर्मैट अजीत डोभाल के पत्र से मिलता-जुलता है. नीचे अजीत डोभाल का यूपी के मुख्य सचिव को लिखा गया पत्र है जिसे कई मीडिया आउटलेट्स ने पब्लिश किया था. ये पत्र अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले के बाद राज्य में स्थिति नियंत्रण पर सराहना करते हुए लिखा गया है. लेकिन ऑल्ट न्यूज़ स्वतंत्र रूप से इस पत्र के भी असली होने का दावा नहीं करता है.
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के नाम से एक फ़र्ज़ी पत्र शेयर किया जा रहा है जिसमें वो उत्तराखंड के मुख्य सचिव को पुलिस और RSS के सहयोग से कुम्भ मेले के सफ़ल आयोजन की बधाई दे रहे हैं.
इंडिया टुडे की फ़ैक्ट-चेक टीम ने गजेन्द्र चौहान के असली ट्वीट को बता दिया फ़र्ज़ी
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.
बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.