पुल से लटककर आत्महत्या करने वाले एक व्यक्ति की तस्वीर और वीडियो इस कैप्शन के साथ सोशल मीडिया में वायरल है- “अमृतसर एक्सीडेंट के ट्रेन ड्राइवर ने सुसाइड कर लिआ #आरआईपी”। दावे से पता चलता है कि इस वायरल फोटो में आदमी अमृतसर रेल हादसे का ट्रेन ड्राइवर है।

फेसबुक और ट्विटर पर कई सोशल मीडिया उपयोगकर्ता इन्हीं दावों के साथ उस घटना की तस्वीर और वीडियो को शेयर कर रहे हैं।

सच क्या है?

ऑल्ट न्यूज ने चाटीविंड पुलिस थाने के एसएचओ गुरविंदर सिंह से बात की, जहां तरण तारण क्षेत्र के पास आत्महत्या का एक मामला दर्ज किया गया है। सिंह ने कहा, “यह आत्महत्या किसी भी प्रकार से ट्रेन त्रासदी से संबंधित नहीं है। यह आदमी पिछले चार महीनों से अवसाद में था।”

22 अक्टूबर को ही पंजाब पुलिस ने फेसबुक और ट्विटर के जरिये इस फर्जी खबर बताते हुए पोस्ट किया था।

FAKE NEWS ON SOCIAL MEDIA

A fake news is doing rounds on the Social Media that the Train Driver of the Train with…

Posted by Punjab Police India on Monday, 22 October 2018

22 अक्टूबर, 2018 को दैनिक जागरण में प्रकाशित एक लेख में कहा गया है, “वास्‍तव में बोहडू गांव के पास पुल पर फंदे से लटका शव तरनतारन के भीखीविंड के रहने वाले परमजीत का था। बताया जाता है कि परमजीत मानसिक रोगी था और अनुमान लगाया जा रहा है इसी कारण उसने वहां आत्‍महत्‍या कर ली। पुलिस मामले की जांच कर रही है।” इस पर ध्यान दिया जा सकता है कि दैनिक जागरण की एक पूर्व रिपोर्ट में उसी व्यक्ति को हरपाल सह बताया गया है। पुलिस के स्पस्तीकरण और मीडिया रिपोर्टों के आधार पर, सोशल मीडिया में जिनका फोटो प्रसारित हो रहा है निश्चित रूप से कहा जा सकता है कि बताया गया व्यक्ति अमृतसर त्रासदी में शामिल ट्रेन का ड्राइवर नहीं है।

इसके अलावा, डीएमयू ड्राइवर (अरविंद कुमार) ने आत्महत्या की है, इस दावे के साथ शेयर किया जा रहा पत्र उनके द्वारा पुलिस को दिया गया बयान है, कोई आत्महत्या नोट नहीं है।

हालिया त्रासदियों के सभी मामलों में, सोशल मीडिया पर गलत सूचनाएं फैलाई गई है। हाल ही, केरल बाढ़ के दौरान, ऑल्ट न्यूज़ ने गलत/विघटनकारी सूचनाओं के कई मामलों का खुलासा किया। इससे पहले, ऑल्ट न्यूज़ ने यह भी खुलासा किया है कि कैसे अमृतसर ट्रेन हादसे को सांप्रदायिक रूप देने के लिए प्रयास किए गए थे और ट्रेन चालक का नाम इम्तियाज अली बताया गया था। अब, अमृतसर ट्रेन त्रासदी से असंबद्ध आत्महत्या को दुर्भाग्यशाली ट्रेन के ड्राइवर द्वारा आत्महत्या के रूप में प्रसारित किया जा रहा है। हम फिर से दोहराना चाहते हैं – समाज में भावनात्मक उथल-पुथल के समय, खासकर प्राकृतिक आपदा या त्रासदी जैसे मामलों में, सोशल मीडिया पर भड़काऊ जानकारी शेयर करने को लेकर बेहद चौकस रहें।

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About the Author

Jignesh is a writer and researcher at Alt News. He has a knack for visual investigation with a major interest in fact-checking videos and images. He has completed his Masters in Journalism from Gujarat University.