किसान आन्दोलन के दौरान 26 जनवरी को हिंसा भरा महौल हो गया. ट्रैक्टर रैली निकाल रहे किसानों का एक समूह लाल किला में घुस गया और कुछ प्रदर्शनकारियों ने वहां सिखों का धार्मिक झंडा निशान साहिब फहरा दिया. किसान पिछले कई महीनों से नए कृषि बिल का विरोध कर रहे हैं और उन्हें वापिस लेने की मांग कर रहे हैं.

एक वीडियो वायरल है जिसमें लोग चिल्ला रहे हैं- “मोदी तुम लठ बजाओ, हम तुम्हारे साथ हैं, दिल्ली पुलिस लठ बजाओ हम तुम्हारे साथ हैं.” इस वीडियो को किसान आंदोलनों से जोड़कर शेयर किया जा रहा है. दावा किया गया कि ये दिल्ली पुलिस के समर्थन में की गयी हालिया रैली का वीडियो है.

ट्विटर यूज़र @Ritutyagi30 ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “26 जनवरी को इन #नकली किसानों ने जो देश की इज्जत को दाग लगाया. अब दिल्ली की जनता इनको बॉर्डर पर और देखने के मूड में नही है.”

भाजपा आईटी सेल मेम्बर @anandkalra69 ने भी वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा, “@DelhiPolice के समर्थन में उतरे दिल्ली वाले…..दिल्ली पुलिस लठ बजाओ, हम तुम्हारे साथ हैं के नारे लगाये.”

फे़सबुक यूज़र अनिल परमार ने ये वीडियो पोस्ट किया जिसे आर्टिकल लिखे जाने तक 48,000 से ज़्यादा बार देखा गया और 1,100 से ज़्यादा बार शेयर किया जा चुका है.

दिल्ली पुलिस लठ बजाओ हम तुम्हारे साथ है🔥🇮🇳

दिल्ली पुलिस को मिला आम जनता का समर्थन दिल्ली पुलिस लठ बजाओ हम तुम्हारे साथ है

Posted by Anil parmar on Wednesday, January 27, 2021

भाजपा समर्थक शेफ़ाली वैद्या ने ट्वीट करते हुए प्रश्न किया, “ये कहां का है? क्या कोई बता सकता है?” इस पोस्ट को भी आर्टिकल लिखे जाने तक 48,000 से ज़्यादा बार देखा जा चुका है और 1000 से ज़्यादा लोग रीट्वीट कर चुके हैं.

2019 की प्रो-CAA रैली का वीडियो

ऑल्ट न्यूज़ ने गूगल पर कीवर्ड सर्च किया और हमें लोकमत का 27 दिसम्बर 2019 का एक आर्टिकल मिला.

आर्टिकल में बताया गया है कि ये वीडियो भाजपा नेता जवाहर यादव ने 27 दिसम्बर, 2019 को शेयर किया था. उस समय देश में CAA प्रदर्शन चल रहे थे. इस वीडियो में प्रो-सीएए भीड़ प्रदर्शनकारियों के विरोध में नारे लगा रही है.

ट्विटर पर कीवर्ड सर्च करने हमने पाया कि यूज़र @iSinghVikash ये वीडियो 24 दिसम्बर, 2019 को सबसे पहले ट्वीट करने वालों में शामिल था.

ये वीडियो उसी दिन फ़ेसबुक पेज श्री राजपूत करनी सेना पर भी अपलोड किया गया था.

2019 में CAA-NRC प्रोटेस्ट के विरोध में निकाली गयी एक रैली का वीडियो लोग वर्तमान में चल रहे किसान आन्दोलन से जोड़कर शेयर कर रहे हैं. पाठकों को मालूम हो कि भले ये वीडियो किसान आंदोलनों का नहीं है, लेकिन सिंघु बॉर्डर पर किसानों का विरोध करने एक भीड़ ज़रूर आई थी. खुद को स्थानीय बता रहे इन लोगों ने किसानों से रास्ता खाली करने कहा और उनपर पत्थरबाज़ी की. बाद में हमने अपनी पड़ताल में पाया कि इस भीड़ में शामिल लोग असल में भाजपा के कार्यकर्ता थे जो ‘हमारा बॉर्डर खाली करो’ चिल्ला रहे थे.


इस वीडियो के साथ लाल किला पर भारतीय ध्वज उतारकर अपना झंडा लगाने का दावा ग़लत है | पूरा विडियो देखें

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