2 साल पहले अपना विरोध प्रदर्शन वापस लेने के हाल ही में 200 से ज़्यादा यूनियनों से जुड़े किसान एक बार फिर मंगलवार, 13 फ़रवरी, 2024 को संयुक्त किसान मोर्चा और किसान मजदूर मोर्चा के नेतृत्व में एक कानूनी मांग करते हुए दिल्ली की सड़कों पर उतरे. उनकी अन्य मांगों में MSP की गारंटी और स्वामीनाथन फॉर्मूला लागू करना शामिल है.

इस संदर्भ में एक बुज़ुर्ग महिला का वीडियो इंटरनेट पर सामने आया है. वायरल क्लिप में महिला कुछ लोगों पर गुस्सा करती है जो सड़क के बीच में धरना दे रहे हैं. कई यूज़र्स ने ये क्लिप ये दावा करते हुए शेयर कर रहे हैं कि ये एक हालिया घटना है और हाल में चल रहे किसानों के विरोध से संबंधित है.

प्रीमियम सब्सक्राइब्ड X यूज़र ‘मेघ अपडेट्स’ (@MeghUpdates) ने 12 फ़रवरी को ये क्लिप इस कैप्शन के साथ ट्वीट की जिसका हिंदी अनुवाद है: “पंजाब जनता दैनिक नाकाबंदी से तंग आ चुकी है. पंजाब की एक बुजुर्ग महिला रोते हुए आंदोलनजीवी किसानों पर बरसीं- ‘आपकी मांग कभी खत्म नहीं होती. आप सब कुछ मुफ्त में चाहते हैं. केंद्र आपको इतना कुछ मुफ्त में दे रहा है, फिर भी आप जनता को परेशान कर रहे हैं और सड़कें जाम कर रहे हैं.” ये रिपोर्ट लिखे जाने तक इस ट्वीट को 10 लाख से ज़्यादा बार देखा और 13 हज़ार से ज़्यादा बार रीट्वीट किया गया है. (आर्काइव)

कई और यूजर्स ने भी इस वीडियो को ऐसे कैप्शन के साथ ही शेयर किया जैसे @izeenatrana, @ShivamSanghi12, @MrsGandhi, @Arya_Anviksha_, @RealBababanaras, @MithilaWaala और @FrontalForce.

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फ़ैक्ट-चेक

ऑल्ट न्यूज़ ने वीडियो के फ़्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च किया. हमें 6 नवंबर, 2022 की स्क्रॉल पंजाब का फ़ेसबुक वीडियो मिला. वीडियो के साथ पंजाबी में लिखे कैप्शन का अनुवाद है: “किसान किसके आगमन का विरोध कर रहे थे? सड़क पर फंसकर महिला रोने लगी, ‘क्या ये हमारी गलती है?’

 

“ਸਾਡਾ ਕੀ ਕਸੂਰ ਆ ?” ਗੱਡੀ ਰੋਕਣ ‘ਤੇ ਕਿਵੇਂ ਬੀਬੀ ਨੇ ਕੀਤਾ ਪਿੱਟ ਸਿਆਪਾ ? ਦੇਖੋ…

ਕਿਸਦੀ ਆਮਦ ਦੇ ਵਿਰੋਧ ‘ਚ ਕਿਸਾਨ ਦੇ ਰਹੇ ਸੀ ਧਰਨਾ? ਸੜਕ ਤੇ ਫਸੀ ਬੀਬੀ ਨੇ ਸ਼ੁਰੂ ਕਰ ਦਿੱਤਾ ਪਿੱਟ-ਸਿਆਪਾ-“ਸਾਡਾ ਕੀ ਕਸੂਰ ਆ ?”

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Posted by Scroll Punjab on Sunday, 6 November 2022

हमने देखा कि इस फ़ेसबुक पोस्ट में वो वीडियो मौजूद है जो अभी वायरल हो रहा है. कई और लोगों ने भी ये वीडियो शेयर किया है. हमें मीडिया आउटलेट न्यूज़ नेचर की एक और फ़ेसबुक पोस्ट मिली जिसमें वायरल वीडियो था. पंजाबी में लिखे इस वीडियो का टाइटल है: “बूढ़ी माँ पंजाब में धरने का सच बता रही है.” इससे पता चलता है कि ये घटना पंजाब में हुई है.

इसके अलावा, हमने वीडियो के बैकग्राउंड में एक बस देखी जिस पर ‘जगदम्बे’ लिखा हुआ था. गूगल सर्च करने पर हमें पंजाब से जगदंबे बस सेवा का डिटेल मिला. वायरल वीडियो से मिलती-जुलती बसों की तस्वीरें बस सर्विस के फ़ेसबुक पेज पर भी हैं.

हमने जगदंबे बस सर्विस से कॉन्टेक्ट किया और उन्होंने हमें बताया कि ये वीडियो पटियाला का है और किसी भी तरह से किसानों के विरोध से संबंधित नहीं है. ये पेट्रोल पंप एसोसिएशनों द्वारा आयोजित एक विरोध प्रदर्शन था. हमने नोटिस किया कि वायरल वीडियो का फ़ैक्ट-चेक करते हुए इंडिया टुडे ने रिपोर्ट में ज़िक्र किया था कि विवाद पेट्रोल पंप मालिकों और शराब की दुकान के मालिक के बीच था और महिला नाकाबंदी से निराश थी.

कुल मिलाकर, वायरल क्लिप किसी भी तरह से हाल में चल रहे किसान आंदोलन से संबंधित नहीं है. मामला करीब दो साल पुराना है और ये मामला पटियाला में पेट्रोल पंप मालिकों द्वारा किए गए विरोध प्रदर्शन का है.

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