सोशल मीडिया में वायरल एक वीडियो, जिसमें पहली फ्रेम में मछलियों को आसमान से बारिश की तरह गिरते हुए देखा जा सकता है। दूसरी फ्रेम में आप लोगों को सड़क पर फैली हुई मछलियों को इक्क्ठा करते हुए देख सकते हैं। यह वीडियो मुंबई में मछलियों की बारिश होने के दावे से वायरल है।

 

*FISH RAIN!*
It rained fish in Mumbai this morning, according to BBC news. Instead of a rain of water or snow, it was a shower of fish. God is powerful!!! Scientists are still confused by this mysterious event. Of course, where the knowledge of man ends, that is where the power of God begins. The explanation for this phenomenon is known as waterwheel, a tornado hits the sea and sucks everything in its path, unloading it in the place where the tornado dissolves. Here is the video 👇

Posted by Irfan alam on Thursday, 4 July 2019

संदेश के मुताबिक,“इस सुबह मुंबई में मछलियों की बारिश हुई है, BBC न्यूज़ के मुताबिक। पानी या बर्फ की बरसात की बजाय, मछलियों की बारिश हुई है। भगवान शक्तिशाली है!!!इस रहस्यमयी घटना से वैज्ञानिक अभी भी आश्चर्य में हैं। निश्चय तौर, जहां पर मनुष्य का ज्ञान समाप्त होता है, वहीं से ईश्वर की शक्ति शुरू होती है। इस घटना को वाटरव्हील के नाम से जाना जाता है, एक समुद्री चक्रवात आया और उसके रास्ते में जो भी था उसे फेंक दिया। वह स्थान दिखाता हूं ,जहां पर चक्रवात देखा गया, ये रहा इसका वीडियो”-(अनुवाद)।

यह वीडियो पिछले साल भी साझा किया गया था।

कृत्रिम वीडियो

ऑल्ट न्यूज़ ने गूगल पर आसान से कीवर्ड्स -‘मछलियों की बारिश’ से सर्च किया और हमें वायरल वीडियो में दिख रहे फ्रेम्स वाले कुछ वीडियो मिले, जिससे पता चला कि यह वायरल वीडियो ऑनलाइन माध्यम पर मौजूद तस्वीरों और कई फ्रेम्स को एक साथ जोड़ कर बनाया गया है।

1. पहले कुछ सेकंड का वीडियो कम से कम एक दशक पुराने वीडियो से उठाया गया है।

वायरल वीडियो में पहले कुछ सेकंड में दिख रहा है कि आसमान से मछलियां गिर रही है। इस हिस्से को 1999 की BBC की सुपरनैचुरल: द अनसीन पावर्स ऑफ़ एनिमल्स सीरीज़ 2008 से लिया गया है। एक यूट्यूब उपयोगकर्ता ने 2008 में इस सीरीज के एक एपिसोड को पोस्ट किया था, जिसका शीर्षक है- “बीबीसी सुपरनैचुरल (बारिश की मछली !!!!)।” इस वीडियो में आसमान से गिरती मछलियों को दिखाने की कल्पना की गई है।

नीचे दिए गए तस्वीरों के कॉलाज में बायीं ओर की तस्वीर वायरल वीडियो की है और दाई ओर की तस्वीर यूट्यूब पर मौजूद वीडियो में 1:09 मिनट की एक फ्रेम को दिखाया गया है। ये दोनों समान दिख रहे है।

2. वीडियो का दूसरा हिस्सा 2013 की एक क्लिप से लिया गया है।

यह वीडियो यो मैन बुक्का नाम के एक यूट्यूब चैनल द्वारा अपलोड किया गया था, जिसमें इस घटना को नासिक का बताया गया है। वीडियो में 22वीं सेकंड में दिखाई देने वाली कार में नासिक के वाहन का पंजीकरण कोड – MH 15 लिखा हुआ है। हालांकि, यह पुरे तरीके से स्थापित नहीं किया जा सकता है कि वास्तव में यह घटना नासिक में हुई थी या नहीं, क्योंकि इससे संबधित कोई मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली है।

1:10 मिनट पर, लोगों को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि “टायर पंचर हुआ है”, जिससे यह मालूम होता है कि किसी दुर्घटना की वजह से मछलियां सड़क पर फैली हुई है। वीडियो को ध्यान से देखने पर पता चलता है कि मछलियां सड़क के एक तरफ ही जमा हुई हैं, जिसका मतलब है कि ये बारिश में नहीं गिरी हैं।

फ्रेम के हिसाब से किये गए परिक्षण को नीचे देखा जा सकता है, जिसमें वायरल वीडियो बायीं तरफ और यूट्यूब पर मौजूद वीडियो दायीं तरफ है। वायरल वीडियो के इस फ्रेम को यूट्यूब के वीडियो में 1:29 मिनट पर देखा जा सकता है।

3. वीडियो के तीसरे हिस्से को 2017 में पाया गया था।

वीडियो के अंतिम कुछ सेकंड में मछलियों को सड़क पर बिखरी हुई देखी जा सकती है। वायरल वीडियो में दिख रहा दृश्य, 0:37 सेकंड पर YouTube के वीडियो में दिखाई दे रहा है। नीचे दिए गए कॉलाज में, बायीं ओर वायरल वीडियो की तस्वीर और दायीं तरफ यूट्यूब पर मौजूद वीडियो की तस्वीर है।

इस वीडियो को यूट्यूब पर 2017 में अपलोड किए गया था, जिसके साथ विवरण में लिखा गया है –“भारत में मछलियों की बरसात…ट्रक पलट गया”। हालांकि, हम इसके स्त्रोत और उसके स्थान के बारे में पूर्ण रूप से पता नहीं लगा पाए है, लेकिन वीडियो में 1:47 मिनट पर दिख रहे ट्रक का नंबर प्लेट झारखंड का है।

क्या मछलियों की बारिश शक्य है?

2004 में BBC की एक रिपोर्ट में वेल्स के एक गांव में मछलियों की बारिश होने की अजीब घटना को रिपोर्ट किया गया था। रिपोर्ट में कहा गया था कि,“इस घटना को सरल रूप से समझाया जा सकता है: ठंडी तेज़ हवाओं के कारण छोटे भंवर या छोटे चक्रवात बन सकते है। जब ये पानी से गुज़रते है, तो पानी में मौजूद कोई भी छोटी चीज़ें जैसे कि मछलियां या मेढंक को ऊपर की ओर ले लेती है और उन्हें अपने साथ कई मीलों तक ले जाती है।बाद में, उन्हें बादल अपने आप में समां लेते है और उन्हें फिर बारिश के रूप में गिरा देते हैं , जैसे कि मछली या मेढक जो भी कुछ हवाओं ने अपने आप में समाया था”-(अनुवाद)।

2017 में, द न्यू यॉर्क टाइम्स ने योरो, होंडुरास में एक छोटे से समुदाय के बारे में बताया था, जहां पर हर साल कम से कम एक बार मछली की बारिश होती है। लेकिन ऐसा “केवल विशिष्ट परिस्थितियों में ही होता है: गरज और बिजली के साथ जबरदस्त बारिश , ऐसी परिस्थियां जिसकी तीव्रता के कारण कोई भी बाहर जाने की हिम्मत नहीं करता है”-(अनुवाद)।

जब 2015 में, आंध्र प्रदेश के एक गांव में आसमान से मछलियां गिरी थीं, तो मौसम विभाग के एक अधिकारी ने कुछ ऐसा ही विवरण दिया था“हैदराबाद के मौसम विभाग के वैज्ञानिक के.नागरत्न ने कहा, “बंगाल की खाड़ी में समुद्री तूफान आते हैं और समुद्री जल के साथ-साथ वे जलीय जीवन को भी ले लेते हैं। यह संभव है कि वे मछली या मेंढकों को भी अपने में समां लेते हैं और उन्हें कहीं और ‘बारिश’ के रूप में गिरा देते हैं”-(अनुवाद)।

इसलिए, यह संभव है कि मछली या अन्य छोटे जानवर और सब्जियां या फल आकाश से गिरते हैं। लेकिन उनकी बारिश नहीं होती हैं क्योंकि वहां पर वाष्पीकरण और संघनन की प्रक्रिया नहीं होती है। इन जीवित प्राणियों या अन्य वस्तुओं को तेज हवाओं द्वारा ऊपर लिया जाता है और बाद में आसमान से गिराया जाता है।

फिर भी, वायरल वीडियो का उपर्युक्त बताई गई घटना से कोई संबध नहीं है क्योंकि यह पूरी तरह से कल्पना का वीडियो है।

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