सोशल मीडिया पर एक वीडियो इस दावे से वायरल है कि चीन के एक सैनिक और एक गाड़ी लद्दाख़ में कब्ज़े में ले ली गयी है.
Chinese vehicle and a soldier captured in Ladakh. Spread this in all your groups and with your friends, so that people don’t ask for the proof later.
As Received via WhatsApp pic.twitter.com/j7rJbq2s1N
— ದೇಶಭಕ್ತ Nagaraju_KR 🇮🇳 (@nagaraju_kr) June 17, 2020
इस वीडियो को भारत-चीन सीमा विवाद में 20 सैनिकों की मौत के बाद से शेयर किया जा रहा है. हालांकि, चीन की तरफ से अभी तक पीपल लिब्रेशन आर्मी में किसी के हताहत होने की पुष्टि नहीं की गयी है.
ऑल्ट न्यूज़ को अपने ऑफ़िशियल ऐप पर इस वीडियो की सच्चाई का पता करने के लिए कई रिक्वेस्ट मिली हैं.
फ़ैक्ट-चेक
ये वीडियो 31 मई को उस वक़्त शेयर हुआ था जब ये खबर आई कि भारत और चीन के सैनिको के बीच पैंगोंग लेक, लद्दाख़ और नाकू ला, सिक्किम में झड़प हो गयी है.
Dear Paki Friends
See ! How your masters are being b€at€d by IA in Laddakh for violating LAC. It is just start, many more clips are coming.
Har har Mahadev#LAC #IndoChinaFaceoff pic.twitter.com/MZ6P5JEbr9
— Udit Pratap Singh (@Uditprs) May 30, 2020
लद्दाख़ की गलवान वैली में 20 भारतीय जवानों के शहीद होने के बाद ये वीडियो प्रसारित किया जा रहा है. इस वीडियो में भारत और चीन के सैनिकों को पत्थरबाज़ी करते हुए देखा जा सकता है. वीडियो भारतीय सैनिकों की तरफ़ से शूट किया गया है. इसमें चीन की गाड़ी पर हमला करते हुए देखा जा सकता है. साथ ही एक घायल जवान (शायद चीनी सैनिक) जिसके सिर से खून बह रहा है, ज़मीन पर पड़ा हुआ दिख रहा है. चीनी सैनिक को भारतीय सैनिकों ने ढाल से सुरक्षित रखा है.
पत्रकार शिव अरूर ने ये वीडियो 17 जून को ट्वीट किया था. उन्होंने लिखा ये मई के अंत में पैंगोंग में हुए हालात हो दर्शाता है.
Clearer and clearer that the June 15 bloodbath in Galwan was not spontaneous, but was 100% Chinese premeditated. Spontaneous clashes between India-China troops have never resulted in death or even serious injury, for instance this most recent one from late May in Pangong: pic.twitter.com/0xR1HzEc74
— Shiv Aroor (@ShivAroor) June 17, 2020
इस तरह मई का एक वीडियो हाल का बताकर शेयर हो रहा है.
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