16 जून को भारतीय सेना के 1 अफ़सर और 2 सैनिकों की मौत की खबर आने के बाद सोशल मीडिया में भारत-चीन सीमा विवाद के मुद्दे ने हवा पकड़ ली. अभी तक के लेटेस्ट अपडेट के मुताबिक, 20 भारतीय सैनिकों की मौत की आशंका है. ‘अल जज़ीरा’ की रिपोर्ट में भारतीय अफ़सर के हवाले से बताया गया है, “चीन के सैनिकों ने 3 पॉइंट्स से सीमा का उल्लंघन किया हैं. उन्होंने अपने टेंट और गार्ड पोस्ट लगा दिए हैं. जगह को छोड़ने के लिए की गई मौखिक चेतावनी को भी वो नज़रंदाज़ कर रहे हैं.” इससे विपरीत, चीन के विदेश मंत्रालय ने सोमवार (15 जून) को 2 बार भारतीय सेना द्वारा सीमा का उल्लंघन करने की बात बताई है, “चीन के सैनिकों को उकसाया और उनपर अटैक किया गया. नतीजतन सीमा पर दोनों तरफ की सेनाओं के बीच शारीरिक टकराव हुआ.”

जैसे ही 3 भारतीय जवानों की मौत की खबर सामने आई कई मीडिया संगठनों और पत्रकारों ने 5 चीनी सैनिकों को मारे जाने की खबर चलाई.

‘आज तक’ के रोहित सरदाना और श्वेता सिंह ने दावा किया कि चीन के 5 सैनिकों की मौत और तकरीबन 11 लोग घायल हुए हैं. सरदाना ने इस जानकारी का सोर्स चीन के ग्लोबल टाइम्स को बताया है.

‘एबीपी न्यूज़’ की रूबिका लियाकत और ‘इंडिया टुडे’ के शिव अरूर ने इस दावे को शेयर करते हुए इसका श्रेय ग्लोबल टाइम्स के रिपोर्टर वांग विनवेन और हू शीजीन को दिया हैं.

इस खबर को ‘टाइम्स नाउ’ और ‘न्यूज़18’ ने ब्रॉडकास्ट किया है.

फ़ैक्ट-चेक

सोर्स के बारे में पता लगाना

हकीकत में, ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्टर वांग विनवेन ने ट्वीट कर पीपल लिबरैशन पार्टी के 5 सैनिकों और 11 लोगों के हताहत होने की खबर शेयर की थी.

विनवेन ने इस जानकारी स्त्रोत ‘News Line IFE’ को बताया है.

गौर करने वाली बात है कि ‘News Line IFE’ एक इंडियन अकाउंट है. इसके बाद विनवेन ने अपने ट्वीट को डिलीट कर दिया और भारतीय मीडिया को 5 चीनी सैनिकों की मौत की खबर बिना चीन के आधिकारिक बयान के चलाना काफ़ी अनप्रोफ़ेशनल है. अपने ट्वीट में विनवेन ने ‘इंडिया टुडे’ को भी टैग किया है.

ग्लोबल टाइम्स की ओर से आया स्पष्टीकरण

ग्लोबल टाइम्स ने बताया कि उनकी ओर से चीन के हताहत हुए सैनिकों की कोई निश्चित संख्या जारी नहीं की गई है.

ग्लोबल टाइम्स के एडिटर-इन-चीफ़ हू शीजीन ने बताया कि चीन सरकार ने चीनी सैनिकों की मौत या हताहत की कोई संख्या जारी नहीं की है.

हू शीजीन ने अपने पहले ट्वीट में भी चीनी सैनकों की मौत के आंकड़े शेयर नहीं किये थे. उन्होंने लिखा, “मैं जो जानता हूं उसके आधार पर, गलवान घाटी में हुए शारीरिक टकराव में चीनी साइड का भी नुकसान हुआ है.” शीजीन के पहले ट्वीट में कोई आंकड़ा जारी नहीं किया गया था फिर भी भारतीय पत्रकारों और लोगों ने उनके हवाले से आंकड़े चलाए.

इस तरह हमने देखा कि सत्यता जाने बगैर ही भारतीय मीडिया और पत्रकारों ने ये खबरें चलाना शुरू कर दिया कि चीन के 5 सैनिकों की मृत्यु और अन्य 11 जवान हताहत हुए हैं. ये खबरें 3 भारतीय जवानों की मौत की खबर के बाद चलाई गई. इस खबर का स्त्रोत भी भारतीय अकाउंट ही निकला और इसे चलाया भी भारतीय मीडिया ने ही. न्यूज़ एजेंसी ‘एएनआई’ ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि चीनी सेना के 43 लोग या तो मरे या घायल हुए हैं. लेकिन भारतीय सेना या चीनी सेना, दोनों में से किसी ने भी ऑफ़िशियल तौर पर चीन के बारे में आंकड़े जारी नहीं किये हैं.

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Pooja Chaudhuri is a senior editor at Alt News.