एक गाय और तेंदुए की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं. जन्मजीत शंकर सिन्हा नाम के एक यूज़र ने इसे शेयर करते हुए दिल को छू लेने वाली एक कहानी लिखी है.

तस्वीरों के साथ कहानी बताई जा रही है कि असम में ये गाय और तेंदुआ रात में एक-दूसरे के साथ खेलते हैं. पूरी स्टोरी इस तरह है – “यह घटना असम की है. एक आदमी ने पास के गांव से गाय खरीदी और उसे अपने घर ले आया. उसके बाद रात में गांव के कुत्ते लगातार भौंकते रहते थे. ऐसा लगातार हो रहा था इसलिए उस आदमी ने CCTV कैमरे लगवा दिए. जो वीडियो सामने आए वो देखकर हैरान रह गया. उसने जहां से गाय खरीदी थी उस गांव में वापस गया और गाय के पुराने मालिक को तेंदुए के बारे में बताया. उसे तेंदुए के फोटो और वीडियो भी दिखाए. पिछले मालिक ने फिर उसे पूरी कहानी बताई. जब तेंदुआ 20 दिन का था तो उसकी मां की मौत हो गई, तो वह बच्चे को उठा लाया और गाय ने उसे पाल लिया. जब तेंदुआ जवान हो गया तो उसे जंगल में छोड़ दिया गया. लेकिन वह हमेशा लौटकर गाय के पास आ जाता था और रात में उसी के साथ खेलता था.”

इस ट्वीट को जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कोट ट्वीट किया है.

पोस्ट को फ़ेसबुक पर कई लोगों ने शेयर किया है.

If only some Humans could learn from this….

This took place in Assam. A man bought a cow from the neighboring village…

Posted by Robindro Sharma on Saturday, 6 June 2020

ये तस्वीरें मई में मदर्स डे के मौके पर भी शेयर की गई थीं. नीचे दी गई पोस्ट के लगभग 9,000 शेयर्स हैं.

MOTHER’S DAY
These are pictures of a village in Assam (India). A man bought the cow from a neighboring village and…

Posted by John Helios on Tuesday, 12 May 2020

फ़ैक्ट-चेक

गूगल पर कीवर्ड सर्च करने के बाद हमें ‘onforest.com’ वेबसाइट के आर्टिकल का लिंक मिला जहां यही तस्वीरें हाई रेजोल्यूशन के साथ उपलब्ध हैं. आर्टिकल में कहा गया है कि यह हैरान करने वाली घटना 2002 में गुजरात के वड़ोदरा जिले में अंतोली गांव में घटी थी.

पत्रकार श्याम पारेख ने 2002 में ‘द टाइम्स ऑफ इंडिया’ के लिए इस घटना को कवर किया था. असल कहानी सोशल मीडिया के दावों से अलग है. वायरल मेसेज में कहा गया है कि गाय ने तेंदुए के बच्चे को पाला था इसलिए वह लौटकर उसके पास आता था. जबकि ‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ में वड़ोदरा के कंज़र्वेटर ऑफ फॉरेस्ट्स HS सिंह के हवाले से लिखा है, “कभी-कभी जानवरों का व्यवहार बदल जाता है. इस मामले हो सकता है कि तेंदुआ किशोरावस्था पार कर चुका है, ग्रामीण इलाके में रहता है इसलिए खूंखार जंगली प्रवृत्ति का नहीं रह गया है.”

श्याम पारेख ने ऑल्ट न्यूज़ को बताया कि उस समय जब ये कहानी सामने आई थी तो कई लोगों ने विश्वास नहीं किया था. उन्होंने बताया, “हमने स्टोरी की पुष्टि के लिए वाइल्ड लाइफ़ फोटोग्राफ़र से बात की और जानवर की फोटो खिंचवाई. यह घटना 18 साल पहले गुजरात में हुई थी.”

गुजरात की लगभग 20 साल पुरानी घटना सोशल मीडिया पर नई कहानी के साथ वायरल हो रही है. साथ ही इसे असम का बताया जा रहा है.

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About the Author

Pooja Chaudhuri is a senior editor at Alt News.