एक कथित न्यूज़ क्लिपिंग सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म्स पर वायरल हो रही है जिसमें दावा किया जा रहा है कि सोनिया गांधी दुनिया की 12वीं सबसे अमीर राजनेता हैं.
कितना लूटा है मेरे देश को…
अब तो जागो मेरे देशवासियों,!
दुनिया के सबसे 12 धनी नेताओं में
शामिल #सोनिया गांधी,
कुल संपत्ति 2 अरब डॉलर,
मतलब 1 खरब रुपए से भी ज्यादा,!!!तो गुलामों… मोदी जी से 15 लाख मांगने के बजाय, अपनी #भूरी काकी, #मालकिन से 1-1 करोड़ मांग लो…😀 pic.twitter.com/jmmbp2W4h4
— नवजीवन कर्मकार 1️⃣K 🚩 (@NabajibanKarma1) September 24, 2020
2018 से हो रहे हैं ऐसे दावे
एक फेसबुक पेज आई सपोर्ट मोदी जी एंड बीजेपी ने 27 सितंबर को एक समाचार पत्र क्लिप शेयर किया, जिसके अनुसार पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी “दुनिया की चौथी सबसे अमीर” हैं. इस क्लिप के साथ लिखा गया कैप्शन सवाल उठाता है- “अम्बानी अदानी ने लाखों लोगो को रोजगार दिए कारखाने खोले तब अमीर बने. पर सोनिआ गाँधी कैसे अमीर बनी?“ यह लेख लिखे जाने तक इस पोस्ट को 5,500 से अधिक बार शेयर किया गया है. वी सपोर्ट नरेंद्र मोदी ग्रुप में भी इस न्यूज़ पेपर की क्लिप को पोस्ट किया गया है जिसे 12 हजार से अधिक बार शेयर किया गया है.
द इंडिया आई नाम के फेसबुक पेज ने भी इस दावे को पोस्ट किया है जिसे 17 हजार से अधिक बार शेयर किया गया है.
एक नज़र इधर भी डालें
Posted by The India Eye on Sunday, 30 September 2018
सोनिया गांधी की कुल संपत्ति के बारे में फेसबुक पर कई पर्सनल यूजर्स द्वारा प्रसारित करके उनका उपहास उड़ाने का प्रयास किया गया है- “सोनिया गाँधी विश्व की चौथी सबसे अमीर महिला है…और ये पैसे उसने “मनरेगा” में मेहनत-मजदूरी कर के कमाये है”
सच क्या है?
ऑल्ट न्यूज़ ने आई सपोर्ट मोदी जी एंड बीजेपी द्वारा प्रसारित समाचार पत्र क्लिप की रिपोर्ट के कीवर्ड का उपयोग करके खोज की तो पाया कि यह 14 मार्च, 2012 को दैनिक जागरण द्वारा प्रकाशित एक लेख था.
सोशल मीडिया की अफवाहें दावा करती हैं कि श्रीमती गांधी दुनिया की या तो चौथी सबसे अमीर “व्यक्ति” या सबसे अमीर “महिला” थीं. हालांकि, दैनिक जागरण का लेख कहता था कि श्रीमती गांधी दुनिया की चौथी सबसे अमीर “राजनेता” थीं. रिपोर्ट के अनुसार, “अमेरिकी वेबसाइट बिजनेस इनसाइडर (Business Insider) ने यह दावा किया था. वेबसाइट के अनुसार, सोनिया गांधी के पास 2-19 अरब अमेरिकी डॉलर की कुल संपत्ति है.”
यही रिपोर्ट आज तक, वन इंडिया, दैनिक भास्कर और स्वराज न्यूज समेत कई अन्य मीडिया संस्थानों ने भी की थी.
ऑल्ट न्यूज ने इन सभी रिपोर्टों में उल्लिखित बिज़नेस इनसाइडर की रिपोर्ट को तलाशा और 2 मार्च, 2012 की एक रिपोर्ट को खोज निकाला, जिसका शीर्षक था- ‘दुनिया के 23 सबसे अमीर राजनीतिज्ञों से मिलें’. इसकी सूची में श्रीमती गांधी चौथे स्थान पर थीं. लेख के मुताबिक उनकी कुल संपत्ति 2-19 अरब अमेरिकी डॉलर थी.
क्या सोनिया गांधी वास्तव में दुनिया की चौथी सबसे अमीर राजनेता हैं?
बिजनेस इनसाइडर की रिपोर्ट से ‘वर्ल्ड्स लग्ज़री गाइड’ (World’s Luxury Guide) नामक वेबसाइट, स्रोत के रूप में हाइपरलिंक्ड थी. यह भी कहा गया था कि श्रीमती गांधी की कुल संपत्ति के बारे में कुछ विवाद हैं और ‘नेशनल इलेक्शन वॉच‘ (National Election Watch) ने इसे 2,00,000 अमेरिकी डॉलर (उस समय लगभग 1.35 करोड़ रुपये) पर रखा है.
1. ‘वर्ल्ड्स लग्ज़री गाइड’
यह वेबसाइट न केवल अनजानी थी, बल्कि ‘वर्ल्ड्स लग्ज़री गाइड’ नाम भी अपने आप में अविश्वसनीयता दर्शाती है. जब ऑल्ट न्यूज़ ने बिजनेस इनसाइडर द्वारा प्रदत्त URL तक पहुंचने का प्रयास किया, तो हमें “Not Found“ पृष्ठ पर रीडायरेक्ट कर दिया गया. वेबसाइट के संग्रहीत (archived) पेजों तक पहुंचने से हमें पता चला कि इसे एक वर्ष से अधिक समय से हटा दिया गया है.
दुनिया के सबसे अमीर राजनेताओं की सूची वाले ‘वर्ल्ड्स लग्ज़री गाइड’ के लेख का स्क्रीनशॉट नीचे दिया गया है. इसका आर्काइव संस्करण यहां देखा जा सकता है.
जैसे बिजनेस इनसाइडर ने ‘वर्ल्ड्स लग्ज़री गाइड’ को स्रोत के रूप में बताया था, वैसे ही ‘वर्ल्ड्स लग्ज़री गाइड’ ने इसके स्रोतों के रूप में ये लिंक दिए थे – opensecret.org, forbes.com, bloomberg.com, wikipedia.org और guardian.co.uk.
2011 में फ़ोर्ब्स ने ‘भारत का 100 सबसे अमीर‘ शीर्षक से एक लेख प्रकाशित किया था, जिसमें श्रीमती गांधी का नाम शामिल नहीं है. 2012 में, द गार्डियन ने दुनिया के सबसे अमीर नेताओं पर एक रिपोर्ट प्रकाशित की थी. इसमें भी श्रीमती गांधी शामिल नहीं थीं. ब्लूमबर्ग में, ऑल्ट न्यूज़ ने 2010 तक जाकर खोज की, लेकिन इस रिपोर्ट का कोई स्रोत नहीं मिला. बिजनेस इनसाइडर द्वारा बताए गए वेबसाइटों में से बचे एक – ओपन सीक्रेट्स – ने कभी भी पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष पर कोई रिपोर्ट नहीं लिखी है.
इस प्रकार यह स्पष्ट था कि बिजनेस इनसाइडर (और ‘वर्ल्ड्स लग्ज़री गाइड’) ऐसा स्रोत नहीं था, जिसपर भरोसा किया जा सके.
2. ‘नेशनल इलेक्शन वाच’
बिजनेस इनसाइडर ने अपने लेख में उल्लेख किया था कि ‘नेशनल इलेक्शन वॉच‘ ने सोनिया गांधी की कुल संपत्ति 2,00,000 अमेरिकी डॉलर (2012 में लगभग 1.37 करोड़ रुपये) पर रखी थी.
इस लिंक तक पहुंचने पर हमें उस रिपोर्ट पर रीडायरेक्ट किया गया जो 2004, 2009 और 2014 के लोकसभा चुनावों से पहले सोनिया गांधी द्वारा घोषित संपत्ति की जानकारी प्रदान करता था. नए आंकड़ों (2014) में उनकी कुल संपत्ति 9.28 करोड़ रुपये से अधिक बताई गई है. बिजनेस इनसाइडर के 2012 में प्रकाशित लेख में श्रीमती गांधी के 2009 के आंकड़ों को दिया गया होगा – 1.37 करोड़ रुपये. यह बिजनेस इनसाइडर पर “विवादित कुल संपत्ति” के दावों से मिलता है.
2012 में एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म (एडीआर) द्वारा प्रकाशित एक सारांश में भी श्रीमती गांधी की संपत्ति 1.37 करोड़ रुपये पर रखी गई थी.
2014 में, इंडिया टुडे ने रायबरेली लोकसभा चुनाव से पहले श्रीमती गांधी के नामांकन पत्रों की प्रतियां प्रकाशित की थीं, जिनके अनुसार उन्होंने 2.82 करोड़ रुपये की कुल चल संपत्ति घोषित की थी.
अब तक के सबूत सोनिया गांधी की वास्तविक कुल संपत्ति और बिजनेस इनसाइडर (और ‘वर्ल्ड्स लग्ज़री गाइड’) द्वारा दिए गए आंकड़े के बीच बड़ा अंतर बताते हैं.
29 नवंबर, 2013 को, हफ़िंगटन पोस्ट (Huffington Post) ने भी दुनिया के सबसे अमीर राजनेताओं पर रिपोर्ट प्रकाशित की थी, जिसमें सोनिया गांधी को 12 वें स्थान पर रखा गया था. हालांकि, बाद में कांग्रेस अध्यक्ष का नाम इस रिपोर्ट से हटा दिया गया, जिसके लिए मीडिया संस्थान द्वारा स्पष्ट किया गया कि “सूचना का स्रोत सवालों के घेरे में” था.
इंडिया टुडे द्वारा 2 दिसंबर, 2013 को प्रकाशित एक लेख में, यह पाया गया कि श्रीमती गांधी की कुल संपत्ति के बारे में हफ़िंगटन पोस्ट के दावे सेलिब्रिटी नेट वर्थ नामक वेबसाइट, जो नियमित रूप से सेलिब्रिटी फ़ाइनेंस पर लिखता है, द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट पर आधारित थे.
इस वेबसाइट के मुताबिक, “वह (सोनिया गांधी) व्यक्तिगत रूप से अपनी संपत्ति 2,00,000 अमेरिकी डॉलर और 5,00,000 अमेरिकी डॉलर के बीच बताती हैं, लेकिन ओपन सेक्रेट (OpenSecrets.org) और बिजनेस इनसाइडर समेत कई स्रोतों का अनुमान है कि सोनिया की वास्तविक संपत्ति कम से कम 2 अरब अमेरिकी डॉलर और अधिकतम 19 अरब अमेरिकी डॉलर तक हो सकती है.” (अनुवाद)
सेलिब्रिटी नेट वर्थ ने जिस बिज़नेस इनसाइडर को अपने स्रोतों में से एक के रूप में उद्धृत किया था, उसे इस रिपोर्ट में पहले ही खारिज किया जा चुका है. इसके प्रत्येक लेख के अंत में एक अस्वीकरण भी शामिल है जो दावा करता है कि वेबसाइट द्वारा प्रकाशित संख्याएं “सबसे सटीक और नवीनतम नेट वर्थ डेटा हैं जो आपको इंटरनेट पर कहीं भी मिलेंगी.”
लेकिन विडंबना यह है कि “नियम और शर्तें” अनुभाग में, यह वेबसाइट प्रकाशित होने वाली जानकारी के उत्तरदायित्व से खुद को अलग रखती है – “इस वेबसाइट पर मिली या किसी भी विशेष उद्देश्य के लिए पेशकश की गई सूचना या सामग्री की सटीकता, समयबद्धता, प्रदर्शन, पूर्णता या उपयुक्तता की न तो हम और न ही कोई तृतीय पक्ष कोई वारंटी प्रदान करता है या गारंटी देता है.”
यह इंगित करता है कि इस वेबसाइट की सामग्री पर पूरी तरह से भरोसा नहीं किया जा सकता है. ऑल्ट न्यूज ने उन अन्य स्रोतों की तलाश की जो शायद 2 से 19 अरब अमेरिकी डॉलर के बीच सोनिया गांधी की कुल संपत्ति का खुलासा कर चुके हों, मगर, ऐसा कोई भी रिपोर्ट नहीं मिला. फिर, इस लेख में पहले उपयोग में लाए गए स्रोतों से यह पता चलता है कि दावा की जा रही राशि की तुलना में श्रीमती गांधी की कुल संपत्ति के आंकड़े काफी कम हैं.
वर्तमान में सोशल मीडिया पर वायरल अफवाह छह साल पुरानी एक गलत रिपोर्ट पर आधारित है, जिसे हाल की घटना के रूप में प्रसारित किया जा रहा है. साथ ही, जैसा कि इस लेख के दौरान पता चला है, कि ऐसा कोई निर्णायक साक्ष्य या आंकड़ा नहीं है जो साबित करे कि सोनिया गांधी की कुल संपत्ति, 2 अरब से 19 अरब अमेरिकी डॉलर के बीच हो या गौतम अदानी, इंग्लैंड की महारानी और दुनिया की पांचवीं सबसे अमीर महिला, लॉरेन पॉवेल जॉब्स की कुल संपत्ति से भी अधिक हो.
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