अखबार की एक कटिंग सोशल मीडिया पर वायरल है जिसमें कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के हवाले से लिखा गया है कि उन्हें हिंदुओं का वोट नहीं चाहिए, मुसलमान वोट उनके लिए काफी है. इसके साथ ही उस कटिंग में यह भी लिखा है कि कांग्रेस पार्टी हिन्दू धर्म में विश्वास नहीं रखती और अगर भाजपा उन्हें मुस्लिम तुष्टिकरन के लिए आलोचना करती है तो उन्हें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता.
भाजपा बेलगावी रूरल डिस्ट्रिक्ट नाम के अकाउंट ने तस्वीर शेयर करते हुए लिखा कि ये तुष्टिकरण की नीति और लुभाने की राजनीति है.
कई भाजपा समर्थक अकाउंट्स ने इसी दावे के साथ अखबार की कटिंग को शेयर किया.
इसे कन्नड भाषा में यूट्यूब पर भी शेयर किया गया.
फ़ैक्ट-चेक
2011 के सेंसस डेटा के अनुसार, कर्नाटक में हिंदुओं की जनसंख्या कुल आबादी का 83% है, वहीं मुस्लिम आबादी 11% है. इसलिए किसी भी पार्टी या मुख्यमंत्री के लिए ऐसा दावा करना कि उन्हें बहुसंख्यक आबादी वाले हिंदुओं का वोट नहीं चाहिए, असंभव मालूम पड़ता है.
हमने अखबार की इस कथित क्लिप का गूगल ट्रांस्लेट नीचे रखा है. इस क्लिप के सब हेडिंग में किया गया दावा भी ग़लत है और ऑल्ट न्यूज़ ने पहले ही एक आर्टिकल में इसे ग़लत पाया है. सिद्धारमैया ने कभी नहीं की थी अगले जन्म मुसलमान के रूप में पैदा होने की बात. इस संदर्भ में ऑल्ट न्यूज़ की एक रिपोर्ट यहां पढ़ी जा सकती है.
हमने इस मामले से जुड़े की-वर्ड्स गूगल पर सर्च किया तो हमें कोई भी ऐसा आर्टिकल नहीं मिला जिसमें ऐसा दावा किया गया हो. चूंकि ये एक संवेदनशील मुद्दा है, अगर कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने ऐसा कहा होता तो ये खबर सिर्फ राज्य की ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय मीडिया में एक बड़ा मुद्दा बनती.
वायरल तस्वीर को गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च करने पर ये तस्वीर हमें फर्स्ट इंडिया की वेबसाइट पर 2 जून 2023 को अपलोड किया हुआ मिला. इस खबर के मुताबिक, कैबिनेट बैठक से पहले कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने 5 गारंटियों (गृह ज्योति, अन्न भाग्य, गृह लक्ष्मी, सखी शक्ति और युवा निधि) को लागू करने पर वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की. दैनिक भास्कर ने भी 2 जून को इस तस्वीर के साथ ये खबर पब्लिश की थी.
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने वायरल खबर को फर्जी बताते हुए कहा कि भाजपा-जेडीएस समर्थकों ने कन्नड़ अखबार की एक रिपोर्ट की नकल करते हुए उनके खिलाफ दुष्प्रचार करने के लिए इसे एडिट करके बनाया है. इसमें सांप्रदायिक तनाव फैलाने वाले कॉन्टेन्ट से भरा हुआ है और सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि इसको लेकर वे पुलिस विभाग में शिकायत दर्ज करा चुके हैं.
The miscreants supported by the unholy alliance of BJP-JDS have fabricated a piece of disinformation mimicking a report from the Kannada newspaper.This fake news is loaded with content that stirs up communal tensions and has been widely disseminated across social media platforms.… pic.twitter.com/lHh0BpqTGC
— Siddaramaiah (@siddaramaiah) April 10, 2024
कुल मिलाकर, कई भाजपा समर्थकों ने एक फ़र्ज़ी खबर फैलाते हुए झूठा दावा किया कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि उन्हें हिंदुओं का वोट नहीं चाहिए, उनके लिए मुसलमान वोट ही काफी है.
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