सोशल मीडिया पर 19 सेकंड की एक वीडियो क्लिप काफी शेयर की जा रही है. वीडियो में अभिनेता नाना पाटेकर, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का इंटरव्यू ले रहे हैं. वीडियो में नाना पाटेकर पूछ रहे हैं, “जिनको टेंडर दे रहे हैं जो कांट्रेक्टर है 5 साल के लिए उनके हाथ से लिख के ले लो.” इस पर प्रतिक्रिया देते हुए एकनाथ शिंदे कहते हैं, “बिल्कुल वो कंडीशन डाला है उनमें, वो भी…” हालांकि, इतना कहते ही देवेंद्र फडणवीस उन्हें रोक देते हैं और कहते हैं, “एक जो CM साहब ने बताया और आपने बहुत अच्छा सवाल पूछा”. वायरल वीडियो में स्क्रीन पर मराठी टेक्स्ट भी है. स्क्रीन में ऊपर लिखा है, “असेंबली में फडणवीस बोलने नहीं देते, रिपोटर्स के सामने महाजन बोलने नहीं देते”. वहीं नीचे की लाइन का अनुवाद है, “मुख्यमंत्री को क्या सिर्फ शो पीस के लिए ले जाते हो.”
ये वीडियो क्लिप शेयर करते हुए महाराष्ट्र कांग्रेस ने लिखा, “शिंदे मुख्यमंत्री हैं या शो पीस?”. (ट्वीट का आर्काइव लिंक)
शिंदे मुख्यमंत्री आहेत की शो-पीस? pic.twitter.com/OQem0xaqMo
— Maharashtra Congress (@INCMaharashtra) October 13, 2022
इंडियन नेशनल कांग्रेस महाराष्ट्र ने भी ये वीडियो इसी मेसेज के साथ पोस्ट किया. आर्टिकल लिखे जाने तक इस वीडियो को 3 लाख से ज़्यादा व्यूज़ मिले हैं. (पोस्ट का आर्काइव लिंक)
शिंदे मुख्यमंत्री आहेत की शो-पीस?
Posted by Indian National Congress – Maharashtra on Thursday, 13 October 2022
ट्विटर और फ़ेसबुक पर कई यूज़र्स ने ये वीडियो पोस्ट किया है.
फ़ैक्ट-चेक
19 सेकंड के इस वीडियो की असलियत का पता लगाने के लिए ऑल्ट न्यूज़ ने गूगल पर एक आसान सा की-वर्ड्स सर्च किया. 11 अक्टूबर 2022 को न्यूज़ 18 लोकमत ने इस इंटरव्यू का पूरा वीडियो अपलोड किया था. ये इंटरव्यू पूरा देखने पर ऑल्ट न्यूज़ ने पाया कि कांग्रेस द्वारा 19 सेकंड का वीडियो ट्वीट कर किया गया दावा पूरी तरह से भ्रामक है. अगर आप खुद ये पूरा इंटरव्यू देखेंगे तो पाएंगे कि एकनाथ शिंदे ने कई बार नाना पाटेकर के सवालों का जवाब दिया है.
लेकिन हम वायरल क्लिप में शामिल इंटरव्यू के हिस्से पर गौर करेंगे. पूरा इंटरव्यू सुनने पर हमने पाया कि वायरल वीडियो का हिस्सा 39 मिनट 55 सेकंड पर शुरू होता है. और ठीक 40 मिनट 6 सेकंड पर देवेंद्र फडणवीस, एकनाथ शिंदे को रोकते हुए खुद जवाब देते हैं. हालांकि, ये पूरी बातचीत समझने के लिए रिडर्स 37 मिनट 42 सेकंड से वीडियो देखें. इस टाइमफ़्रेम में एकनाथ शिंदे से सवाल पूछा जाता है कि मुंबई देश की आर्थिक राजधानी है लेकिन इस शहर की व्यवस्था ऐसी है कि यहां बिना गढ्ढे का एक भी रस्ता नहीं मिलेगा.
नीचे, शामिल वीडियो में 38 मिनट 15 सेकंड पर एकनाथ शिंदे जवाब देते हैं, “नहीं इसके, आपने जो सवाल पूछा बहुत ही बराबर सवाल पूछा है क्यूंकि पिछले कई सालों से ये मुंबई के गढ्ढे हैं लोगों को तकलीफ दे रहे हैं. आप भी बहुत छापते हो गढ्ढे हैं, 3 हज़ार गढ्ढे हैं, फिर 1 हज़ार गढ्ढे दुरुस्त हो गए. मीडिया भी दिखाती है सब. लेकिन मैं आपको कहूंगा जब हमारी सरकार बन गई. पहले मैंने क्या काम किया, मैंने कमिश्नर चहल को बुलाया, मैं बोला भाई कितने किलोमीटर रोड है, बोले 1900 किलोमीटर रोड है. तो बोले क्यूं गढ्ढे हो रहे हैं पैसे नहीं है क्या? बोले, हैं पैसे. तो बोले इसको कंक्रीट के क्यूं नहीं करते हो? तो बोले करते हैं न हम लोग हर साल 50 किलोमीटर, भाई क्यूं? डामर के रस्ते करते हो हर साल गढ्ढे होते हैं. फिर रिपेयरींग होता है, क्या कांट्रेक्टर लोगों के लिए आप दुरुस्ती का काम करते हो, रिपेयर का काम? तो बोले नहीं, तो मैं बोला, ऐसा करो अभी आप 500 किलोमीटर के रोड कांक्रीट के ले लो, कितने पैसे लगेंगे मैं पूछा, बोले 5500 करोड़, बोले ले सकता हैं पैसे? बोले हैं, तो बोला ठीक है 450 किलोमीटर के रोड कंक्रीट के उन्होंने ले लिए, उसकी टेंडर प्रोसेस भी शुरू हो गई है. और मैंने कहा फिर बाकी के रास्ते कब करोगे? बोले मैं बोला मार्च में आप बचे हुए रास्ते हैं मतलब टोटल 100% उसके भी आप टेंडर निकालो, क्या पैसे नहीं है, बोले हैं तो अभी आपको बताऊंगा अगले 2 साल में पूरे मुंबई के शहर के रास्ते आपको एक भी गढ्ढा नहीं दिखेगा, पूरी कंक्रीट के रोड हो जाएंगे…”
इस जवाब के बाद इंटरव्यू का वो हिस्सा है जिसमें नाना पाटेकर ने सवाल किया था और देवेंद्र फडणवीस ने उन्हें रोकते हुए खुद जवाब दिया था. इंटरव्यू का ये पूरा हिस्सा देखने पर आप समझ जाएंगे कि एकनाथ शिंदे ने तकरीबन 2 मिनट तक जवाब दिया था. और बाद में देवेंद्र फडणवीस ने उन्हें रोककर खुद जवाब दिया था.
यानी, असल में महाराष्ट्र कांग्रेस ने इंटरव्यू का एक छोटा क्लिप सोशल मीडिया पर इस तरह से पेश किया मानो देवेंद्र फडणवीस, एकनाथ शिंदे को जवाब देने का मौका नहीं देते. बहरहाल, पूरा इंटरव्यू देखने पर साफ हो जाता है कि मुंबई के खराब रास्तों पर पूछे गए सवाल पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने तकरीबन 2 मिनट तक जवाब दिया था.
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.
बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.