भाजपा नेता और और पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के बारे में एक ख़बर कुछ मीडिया हाउसेज़ ने प्रसारित की है. खबर ये है कि उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट से ‘भाजपा’ हटा दिया है और जनता का सेवक और क्रिकेट प्रेमी लिखा है. ये ख़बर प्रसारित करने वाले कुछ मीडिया के नाम हैं – टाइम्स नाउ, बिज़नेस टुडे, डेक्कन हेराल्ड, सामना, अमर उजाला, न्यूज़ नेशन और प्रभात खबर.
फ़ैक्ट-चेक
इन मीडिया ऑर्गनाइज़ेशन ने अपने रिपोर्ट्स में ज्योतिरादित्य सिंधिया के ट्विटर बायो का स्क्रीनशॉट लगाया है. लेकिन उन्होंने ये नहीं बताया कि इससे पहले के बायो में क्या लिखा था, सिर्फ़ ये बताया गया कि उन्होंने ‘बीजेपी’ हटा दिया है. असल में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने ट्विटर बायो में ‘बीजेपी’ रखा ही नहीं था. उन्होंने मार्च 2020 में बीजेपी ज्वाइन की थी लेकिन मीडिया ने उनका जो ट्विटर बायो दिखा रहा है, कम से कम जनवरी 2020 से वैसा ही है.
उपरोक्त स्क्रीनशॉट Wayback Machine नामक एक सर्विस का है. यहां यूज़र्स किसी लिंक को सेव करने की रिक्वेस्ट तो कर ही सकते हैं, इसके अलावा ये अलग-अलग समय पर ऑटोमेटिकली स्क्रीनशॉट लेती रहती है. ज्योतिरादित्य सिंधिया के केस में जब हमने उनका ट्विटर प्रोफ़ाइल सर्च किया तो पता चला 21 अगस्त, 2015 से 17 मई, 2020 तक कुल 54 स्क्रीनशॉट लिए गए हैं. ये स्क्रीनशॉट उनके ट्विटर टाइमलाइन के होम पेज के हैं. यहां साफ़ तौर पर देखा जा सकता कि ‘जनता का सेवक और क्रिकेट प्रेमी’ वाला बायो से पहले ‘मध्यप्रदेश, गुना से सांसद‘ था. ये पूरी चीज़ें नीचे के इस वीडियो से आसानी से समझा जा सकता है.
इसके अलावा हमने जनवरी के बाद के कई स्क्रीनशॉट देखे, सभी में अभी जो बायो है, वही दिख रहा है. कुछ उदाहरण नीचे देखे जा सकते हैं. पहला स्क्रीनशॉट मार्च, 2020 में भाजपा जॉइन करने से पहले का है. जैसा कि देखा जा सकता है, उन्होंने अपनी ट्विटर डिस्प्ले पिक्चर बदली है. पहले कांग्रेस के गमछे वाली थी, अब भाजपा के गमछे वाली.
तो ये साफ़ होता है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने हाल में अपने ट्विटर बायो में कोई बदलाव नहीं किया है. लेकिन मीडिया ने ये खबर चला दी कि उन्होंने अपने बायो से भाजपा हटा दिया है. इसके बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एक ट्वीट किया और लिखा, “ये दुख की बात है कि झूठी खबर सच्चाई से तेज रफ़्तार में प्रसारित हो जाती है.” साथ ही उन्होंने एक ट्वीट को रीट्वीट किया है जिसमें उनके बायो बदले जाने की ख़बर को पूरी तरह से निराधार बताया गया है.
Sadly, false news travels faster than the truth.
— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) June 6, 2020
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