एक युवक का वीडियो सोशल मीडिया में बच्चा चोर के दावे से वायरल है, जिन्होंने महिला के जैसे कपड़े पहन रखे हैं। फौजी सिहँ जी नामक एक व्यक्तिगत फेसबुक अकाउंट से इस वीडियो को 26 लाख बार देखा गया है।
उपरोक्त पोस्ट को इस दावे के साथ साझा किया गया था,“सावधान पूरे हिन्दुस्तान में रोहिंग्या की 2000 लोगो की टीम आयी है जो बच्चों को उठा के ले जा रही है कोई बेचता है कोई बलि के लिये ले जाता है खुद देखो सुनो ओर ज्यादा से ज्यादा इसे फैलाओ.” इस वीडियो को एक अन्य दावे से साझा किया गया था कि,“चौका गांव के बगल में खिलाया गांव है जहां बच्चा पकड़ने वाले आए थे उनमें से एक पकड़ गया और बकाया चार लोग भाग गए वह पकड़ नहीं आए और 2 स्कूल के बच्चों को पकड़ने जा रहे थे तो उसमें से एक बच्चा पकड़ा एकदम भागा तो वह जाकर मास्टर को बताया उसने कि हमको वहां कोई पकड़ रहा था तो मास्टर ने गांव में जाकर बताया तो गांव वाली दौड़े तो दौड़े उसको पकड़ने के लिए तो वह भागा भागते भागते उसको जाकर जंगल किनारे पकड़ लिया उसने बताया है अभी दो बच्चे मऊरानीपुर की सुबह पकड़े थे तो वह गाड़ी में है वह गाड़ी उज्जैन निकल चुकी है कृपया अपने बच्चों का ज्यादा से ज्यादा ध्यान रखें.”
चौका गांव के बगल में खिलाया गांव है जहां बच्चा पकड़ने वाले आए थे उनमें से एक पकड़ गया और बकाया चार लोग भाग गए वह पकड़ नहीं आए और 2 स्कूल के बच्चों को पकड़ने जा रहे थे तो उसमें से एक बच्चा पकड़ा एकदम भागा तो वह जाकर मास्टर को बताया उसने कि हमको वहां कोई पकड़ रहा था तो मास्टर ने गांव में जाकर बताया तो गांव वाली दौड़े तो दौड़े उसको पकड़ने के लिए तो वह भागा भागते भागते उसको जाकर जंगल किनारे पकड़ लिया उसने बताया है अभी दो बच्चे मऊरानीपुर की सुबह पकड़े थे तो वह गाड़ी में है वह गाड़ी उज्जैन निकल चुकी है कृपया अपने बच्चों का ज्यादा से ज्यादा ध्यान रखें
Posted by ठा. रामू राजा रानापुरा on Thursday, 1 August 2019
मानसिक रूप से बीमार युवक, बच्चा चोर की अफवाह के चलते पीटा गया
ऑल्ट न्यूज़ ने उत्तर प्रदेश के झांसी जिले के मऊरानीपुर पुलिस स्टेशन से संपर्क किया, हमें बताया गया कि वो बच्चा चोर नहीं था। वह मानसिक रूप से बीमार युवक था जिसे बच्चा चोर के संदेह में पीटा गया। “यह घटना कम से कम 10-15 दिन पुरानी है। इस लड़के का नाम पुष्पेंन्द्र सिंह है,और इनके पिता का नाम गजेंद्र सिंह है। वह मध्य प्रदेश के गुना में रूठियाई ग्राम से हैं और ग्वालियर में अपनी मानसिक बीमारी का इलाज करवाने आए थे। वह स्टेशन के पास अपना रास्ता भूल गए थेऔर घूमते हुए कह मऊरानीपुर के खिलारा में पहुंच गए, जहां स्थानीय लोगों ने उन्हें बच्चा चोर के संदेह में प्रताड़ित किया”।
पुलिस ने हमें यह भी बताया कि उन्हें मनोवैज्ञानिक जांच से पता चला कि यह युवक मानसिक रूप से विक्षिप्त है। उनके माता-पिता, जो अपने बेटे की तलाश कर रहे थे, उन्हें मध्यप्रदेश से मऊरानीपुर बुलाया गया। युवक के माता पिता ने बताया कि उनका बेटा इंजीनियरिंग का छात्र हुआ करता था।
एक अन्य मामले में, बच्चा चोर की झूठी अफवाह के चलते एक मानसिक रूप से बीमार व्यक्ति को पीटा गया। ऑल्ट न्यूज़ द्वारा ऐसी ही घटना की तथ्य जांच करने का यह चौथा मामला है। इससे पहले भी, एक मानसिक रूप से बीमार व्यक्ति हाथ बांध कर लोगों द्वारा मारा गया था और एक बीमार महिला को लोगों द्वारा बंधक बनाया गया था। ये दोनों घटनाएं राजस्थान में हुई थी। अन्य एक मामले में, मध्यप्रदेश में मानसिक रूप से विक्षिप्त व्यक्ति को बच्चा चोर के संदेह में लोगों द्वारा पिटाई करने की घटना की ऑल्ट न्यूज़ ने पड़ताल की थी।
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.
बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.