एबीपी न्यूज़ की एक कथित ग्राफ़िक प्लेट सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. इसमें दावा किया गया है कि चैनल ने उत्तर प्रदेश में बजट की कमी के कारण इस साल छात्रों को छात्रवृति नहीं मिलने पर रिपोर्टिंग की है. टेक्स्ट में लिखा है, “यूपी छात्रों को इस साल छात्रवृत्ति नहीं मिलेगी. बजट की कमी.”

इस ग्राफ़िक को फ़ेसबुक ग्रुप ‘समाजवादी इंडिया : डिजिटल आर्मी’ पर शेयर किया गया जिस पर 300 से ज़्यादा व्यूज़ आये.

ये ग्राफ़िक फ़ेसबुक पर वायरल है

इसे ट्विटर पर भी इस मेसेज के साथ शेयर किया गया, “इसलिए कहतें हैं पढ़ा लिखा नेता चुनों लुंगी वाला अनपढ़ बेलचट्टा चुनोगे तो यह सब कुछ सहना पड़ेगा.” ये ट्वीट ट्विटर हैंडल @BarkhaS37691560 ने किया है.

ऑल्ट न्यूज़ को अपनी मोबाइल एप्लिकेशन पर इसके फ़ैक्ट चेक के लिए कई रिक्वेस्ट भेजी गयीं.

फ़ेक ग्राफ़िक

हमें ऐसी कोई भी रिपोर्ट नहीं मिली जिसमें बताया गया हो कि यूपी सरकार ने इस साल बजट में कटौती के कारण छात्रों को स्काॅलरशिप नहीं देने का फ़ैसला लिया है.

लाइव हिंदुस्तान की 20 अगस्त की एक रिपोर्ट, “यूपी: कोविड के कारण 20 लाख छात्रों की छात्रवृति अटकी हुई” में बताया गया, “इस बार छात्रवृत्ति के लिए प्रदेश सरकार ने बजट तो जारी किया है, लेकिन बजट विभागों के खाते में जाने के लिए वित्त आयोग की अनुमति की जरूरत है. अब तक आयोग से अनुमति नहीं मिली है.”

एबीपी न्यूज़ ने 2 सितम्बर को रिपोर्ट किया था – “उत्तर प्रदेश सरकार ने साल 2020 के लिए छात्रवृत्ति के लिए आवेदन जारी कर दिए हैं. ऐसे करें अप्लाई…” रिपोर्ट में बताया गया कि शिक्षा मंत्रालय 11,460 छात्रों को स्काॅलरशिप प्रदान करेगा.

फ़रवरी की शुरुआत में द टाइम्स ऑफ़ इंडिया ने रिपोर्ट किया था कि राज्य ने पिछले वर्ष की तुलना में इस बार SC और OBC छात्रों को दी जाने वाली छात्रवृति में कटौती की है.

एबीपी न्यूज़ के एक वरिष्ठ पत्रकार ने इस वायरल ग्राफ़िक को चैनल पर दिखाए जाने से इनकार किया है. गौर करने वाली बात है कि इस वायरल इमेज में इस्तेमाल किया गया फ़ॉन्ट एबीपी न्यूज़ की ग्राफ़िक प्लेट से अलग है. इसके अलावा ‘ब्रेकिंग न्यूज़’ लिखने का तरीका भी एबीपी न्यूज़ के असली फ़ॉर्मेट से अलग है.

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यानी, एबीपी न्यूज़ के मॉर्फ़ किये गए स्क्रीनशॉट्स सोशल मीडिया पर शेयर किये गए जिसके ज़रिये ये भ्रम फैलाने की कोशिश की गयी कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने यूपी में इस वर्ष छात्रों को स्काॅलरशिप देना रद्द कर दिया है.

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Pooja Chaudhuri is a senior editor at Alt News.