सोशल मीडिया पर यह दावा किया जा रहा है कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) के छात्रों ने अलगाववाद के नारे लगाये। हाल ही में विश्वविद्यालय में मोहम्मद अली जिन्ना के तस्वीर की मौजूदगी पर विवाद हुआ है। इस तस्वीर को लेकर हिंदू युवा वाहिनी के सदस्यों और विश्वविद्यालय के छात्रों के बीच काफी हाथापाई हुई थी। अब यह आरोप लगाया जा रहा है कि एएमयू के छात्रों ने अपने विरोध प्रदर्शन में एक विशेष नारा लगाया, ‘भारत से लेंगे अज़ादी’। नीचे पोस्ट किया गया ट्वीट @goonereol ने किया है जो OpIndia के लिए लेख लिखते हैं।
These were the slogans raised in #AMU.
"Hum lar ke lenge azaadi. Modi se lenge azaadi. BHARAT se lenge azaadi, BHARAT se lenge azaadi" .
Now some fartchecker will call it doctored.
(Youtube link attached) https://t.co/r2iuoEqC7o pic.twitter.com/OLweTXLMRf— Un-bhadralok bangali (@goonereol) May 4, 2018
यह दावा सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रहा है, खासकर ट्विटर पर जहां कई सोशल मीडिया यूजर्स ने AMU और उसके छात्रों को निशाना बनाया है। ट्विटर पर इसे नारे को पाकिस्तानी के कुछ नागरिकों ने भी दोहराया है।
The birth place of 2 nation theory, Aligarh Muslim university (AMU) roars again against the hindutva onslaught
Students chant "Modi se lenge azadi. BHARAT se lenge azadi" aftr hindutva goons attack students for refusing to remove Quaid-e-Azam M Jinnah's portrait #ThankYouJinnah pic.twitter.com/ohdzKVlYDC
— Asfandyar Bhittani🇵🇰 (@BhittaniKhannnn) May 4, 2018
इस विडियो में प्रदर्शनकारियों ने जो नारे लगाए हैं, वो इस प्रकार सुना जा सकता है:
RSS से भी.. आजादी, RSS से भी..आजादी, हम छीन के लेंगे आजादी, तुम डंडे मारो..आजादी, तुम डंडे मारो.आजादी, फिर भी ना माने..आजादी, तुम जेल भी भेजो..आजादी, फिर भी ना माने..आजादी, चाहे गोली मारो..आजादी, चाहे गोली मारो…आजादी, हम सीना देंगे..आजादी, हम सीना देंगे.. आजादी, तुम लाठी मारो…आजादी, फिर भी ना माने..आजादी, हमें चाहिए चाहिए..आजादी, हमें चाहिए चाहिए आजादी, तुम्हे देनी होगी..आजादी, जो तुम ना दोगे..आजादी, हम लड़ कर लेंगे..आजादी, मोदी से लेंगे..आजादी, भारत में लेंगे..आजादी, भारत में लेंगे..आजादी, जीने मरने की आजादी, खाने-खाने की..आजादी, हाँ-ना कहने की..आजादी, BJP से भी..आजादी, RSS से भी..आजादी, RSS से भी..आजादी, भगवा गुंडों से..आजादी, भगवा गुंडों से..आजादी, योगी से भी..आजादी…
विडियो में 00:37 से 00:40 तक स्पष्ट रूप से सुना जा सकता है कि प्रदर्शनकारियों ने ‘भारत में लेंगे आजादी’ कहा है नाकि ‘भारत से लेंगे आजादी’। ‘भारत से लेंगे आजादी’ को एक अलगाववादी नारे के रूप में देखा जाता है जबकि ‘भारत में लेंगे आजादी’ को भारत में रहते हुए उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठाने का नारा समझा जा सकता है। वास्तव में जो कहा गया था उसके बारे में संदेह को दूर करने के लिए, हमने ओरिजिनल विडियो से 00:35 से 00:42 तक की एक छोटी क्लिप ली और ऑडियो और वीडियो की स्पीड को आधा कर दिया जिससे इसे और स्पस्ट सुना जा सके। इस विडियो को नीचे देखा जा सकता है।
इससे पहले 2016 में जब जेएनयू विवाद अपने चरम पर था, उस समय भी एक वीडियो जारी करके आरोप लगाया गया था कि जेएनयू के छात्र नेता कन्हैया कुमार ने देश-विरोधी नारे लगाये थे। बाद में यह पता चला कि इस वीडियो के साथ छेड़-छाड़ की गई थी। JNU में कन्हैया कुमार ने जो संघवाद, ब्राहमणवाद और जातिवाद के खिलाफ आजादी के नारे लगाये थे वो काफी प्रचलित हुए थे। काफी लोग इन आजादी के नारों को अलगाववाद से जोड़ते हैं, जबकि जो ये नारे लगाते हैं वो ये कहते हैं कि ये नारे अन्याय और उत्पीड़न के खिलाफ लगाए गए थे।
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