सोशल मीडिया पर ममता बनर्जी का एक वीडियो वायरल है जिसमें कथित तौर पर वो कहती है कि बंगाली कवि काज़ी नज़रूल इस्लाम ने ‘महाभारत’ लिखा था. कई वेरिफ़ाईड एकाउंट्स ने ये वीडियो पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री पर तंज कसते हुए शेयर किया. खासकर राकेश रोशन वाली ग़लती के बाद.

टाइम्स नाउ ने एक स्टोरी पब्लिश की जिसका टाइटल था, “महाभारत रिटेन बाय काज़ी नज़रूल इस्लाम: ममता बनर्जी डू इट अगेन” (अनुवाद: महाभारत काज़ी नज़रूल इस्लाम ने लिखा था: ममता बनर्जी ने फिर से ऐसा बयान). रिपोर्ट में ममता बनर्जी का ये बयान कोट किया गया है, “सिर्फ पढ़ाई करने से कोई व्यक्ति सच में सीख नहीं पाता है. बड़ा दिल रखना होगा. हमारे महापुरुषों ने क्या लिखा है, उसे पढ़ें और समझें. रवीन्द्रनाथ, नज़रूल, विवेकानन्द को पढ़ें… महाभारत को नज़रूल इस्लाम ने लिखा था.” रिपोर्ट में राईट विंग ट्विटर हैंडल ‘@MeghUpdates’ का हवाला दिया गया जिसने वायरल क्लिप ट्वीट की थी. रीडर्स ध्यान दें कि ट्विटर यूज़र @MeghUpdates नियमित तौर पर सोशल मीडिया पर ग़लत सूचनाएं शेयर करते रहता है.

ज़ी न्यूज़ ने भी इस ग़लती के बारे में एक स्टोरी पब्लिश की जिसके टाइटल का हिंदी अनुवाद है, “राकेश रोशन के ब्लॉपर के बाद, ममता बनर्जी अब कहा है कि ‘महाभारत नज़रुल इस्लाम द्वारा लिखा गया था’ – देखें.” (आर्काइव)

मीडिया आउटलेट रिपब्लिक वर्ल्ड ने एक आर्टिकल पब्लिश किया जिसके टाइटल का हिंदी अनुवाद है, “ममता बनर्जी की जुबान फिसलने का सिलसिला जारी है; चंद्रयान 3 के बाद अब महाभारत.”

मीडिया आउटलेट फ़्री प्रेस जर्नल, ETV भारत, लाइव हिंदुस्तान, लोकमत और प्रॉपगेंडा आउटलेट ऑपइंडिया और पांचजन्य ने भी इसी तरह की रिपोर्ट पब्लिश की.

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भाजपा नेता और पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने ये क्लिप ट्वीट करते हुए दावा किया कि ममता बनर्जी ने जानबूझकर “हिंदू धर्म से संबंधित फ़ैक्ट्स” नष्ट करने का काम कर रही हैं. उनके कैप्शन का हिंदी अनुवाद है, “कल, 28 अगस्त, 2023 को स्थापना दिवस के अवसर पर एक TMCP रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सबसे महान महाकाव्य महाभारत काज़ी नज़रूल इस्लाम ने लिखा था.” (आर्काइव)

बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने भी वायरल क्लिप ट्वीट करते हुए लिखा, “शिव शक्ति का विरोध करने से लेकर हिंदू आस्था को गाली देने तक, अब महाभारत पर वेद व्यास को उनका अधिकार न देने से लेकर प्रभु श्री राम के अस्तित्व पर सवाल उठाने तक – ये I.N.D.I. गठबंधन का असली चेहरा है.” (आर्काइव)

कई प्रमुख ट्विटर हैन्डल्स ने वायरल क्लिप के साथ यही दावा ट्वीट किया. (आर्काइव – लिंक 1, लिंक 2, लिंक 3, लिंक 4, लिंक 5, लिंक 6, लिंक 7). ये क्लिप फ़ेसबुक पर भी इसी दावे के साथ वायरल है.

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फ़ैक्ट-चेक

ये वायरल क्लिप दरअसल 28 अगस्त को तृणमूल छात्र परिषद (TMCP) के 26वें स्थापना दिवस कार्यक्रम में बंगाल की मुख्यमंत्री के भाषण का हिस्सा है. ये कार्यक्रम कोलकाता के मेयो रोड पर गांधी प्रतिमा के सामने हुआ था. हमें ममता बनर्जी का पूरा भाषण उनके ऑफ़िशियल फ़ेसबुक पेज पर मिला. वायरल क्लिप वाला हिस्सा लाइव स्ट्रीम के लगभग 38 मिनट 53 सेकेंड से शुरू होता है. हालांकि, हमने वायरल क्लिप को संदर्भ में रखने के लिए उनके भाषण को 38 मिनट 28 सेकेंड के मार्क से ट्रांसक्रिप्ट किया है. नीचे बंगाली ट्रांसक्रिप्शन है, उसके बाद उसका हिंदी अनुवाद दिया गया है.

“রবীন্দ্রনাথ পড়ুন ও জানুন, বিবেকানন্দ পড়ুন ও জানুন, নজরুল পড়ুন ও জানুন, বিরসা মুন্ডা পড়ুন ও জানুন, রঘুনাথ মুর্মু পড়ুন ও জানুন, মতুয়া ঠাকুর পড়ুন ও জানুন, রাজবংশীদের পঞ্চানন বর্মা পড়ুন ও জানুন, মহাভারত (পড়ুন ও জানুন)…. নজরুল ইসলাম লিখেছিলেন “কোরান-পুরাণ-বেদ-বেদান্ত-বাইবেল-ত্রিপিটক- জেন্দাবেস্তা-গ্রন্থসাহেব প’ড়ে যাও, যত সখ”…”

“आप लोग रवींद्रनाथ के कार्यों के बारे में पढ़ें और जानें, विवेकानन्द को पढ़ें और जानें, नज़रूल को पढ़ें और जानें, बिरसा मुंडा को पढ़ें और जानें, रघुनाथ मुर्मू को पढ़ें और जानें, मतुआ ठाकुर को पढ़ें और जानें, राजबंशी के पंचानन बर्मा, (पढ़ें और जानें) महाभारत… नज़रूल इस्लाम ने लिखा, ‘कुरान, पुराण, वेद, वेदांत, बाइबिल, त्रिपिटक, ज़ेंद-अवेस्ता और पवित्र धर्मग्रंथों को अपनाएं, जितना हो सके उतना पढ़ें…”

जैसा कि पाठक ट्रांसक्रिप्शन और पूरे वीडियो से ये समझ सकते हैं कि ममता बनर्जी ने ये दावा नहीं किया कि कवि काज़ी नज़रूल इस्लाम ने ‘महाभारत’ लिखा था. उन्होंने वहां मौजूद लोगों से साहित्यिक दिग्गजों द्वारा लिखित साहित्य को पढ़ने और कुछ कालजयी भारतीय इतिहास से ज्ञान प्राप्त करने का आग्रह करते हुए महान भारतीय महाकाव्य का ज़िक्र किया. वो महाभारत का ज़िक्र करने के तुरंत बाद नज़रुल इस्लाम का नाम लेती हैं. बाकी सभी धर्मग्रंथों के बाद आखिरी में ‘महाभारत’ का ज़िक्र किया गया था. फिर, उन्होंने विद्रोही कवि काज़ी नज़रूल इस्लाम की कविता সাম্যবাদী (साम्यवादी) से कुछ पंक्तियाँ पढ़ीं.

अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस के ऑफ़िशियल चैनल ने भी स्थापना दिवस कार्यक्रम को यूट्यूब पर लाइव-स्ट्रीम किया गया. वायरल क्लिप इस लाइव स्ट्रीम में 2 घंटे 52 मिनट 08 सेकेंड पर है.

कुल मिलाकर, TMCP स्थापना दिवस कार्यक्रम में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भाषण का एक क्लिप्ड वीडियो वायरल है. और ममता बनर्जी ने ये नहीं कहा कि बंगाली कवि काज़ी नज़रूल इस्लाम ने ‘महाभारत’ लिखा था. वो काज़ी नज़रूल इस्लाम की एक कविता कोट कर रही थीं, न कि भारतीय महाकाव्य लिखने का श्रेय उन्हें दे रही थीं.

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About the Author

Student of Economics at Presidency University. Interested in misinformation.