ABP न्यूज़ से वरिष्ठ पत्रकार पुण्य प्रसून बाजपेयी और मिलिंद खांडेकर का इस्तीफा देना काफी विवाद का विषय बन गया है। अटकलें यह लगाई जा रही है कि इन्हें केंद्र सरकार की आलोचना करने वाली रिपोर्टिंग के कारण इस्तीफा देने को मजबूर किया गया है। अब सोशल मीडिया पर यह दावा किया जा रहा है कि पुण्य प्रसून वाजपेयी NDTV में शामिल होने जा रहे हैं।
तैयार हो जाओ भक्तो 15 अगस्त से दोनों आ रहे है
8:00 – 9:00 पुण्य प्रसून बाजपाई
9:00 – 10:00 रविश कुमारPosted by I Am With Ravish Kumar NDTV on Saturday, 4 August 2018
ऊपर का पोस्ट आई सपोर्ट रवीश कुमार NDTV नाम के फेसबुक पेज से पोस्ट किया गया है, इस पेज के 450,000 से ज्यादा फॉलोअर्स हैं। 4 अगस्त को पोस्ट किया गया यह दावा अब तक 7800 से ज्यादा बार शेयर किया गया है। इसी दावे को टीम रवीश कुमार नाम के पेज ने भी 4 अगस्त को अपलोड किया है जिसे अबतक 2800 से ज्यादा बार शेयर किया गया है। इन दावों के अनुसार NDTV चैनल पर पुण्य प्रसून बाजपेयी रात के 8 से 9 बजे तक होंगे, फिर 9 से 10 बजे तक रवीश कुमार का कार्यक्रम होगा। कई और पेजों ने इसी दावे को पोस्ट किया है, जिनमें से आई एम विद बरखा दत्त, अंध भक्त मुक्त भारत, दिल्ली गवर्नमेंट वायरल न्यूज़ और एक मास्टरस्टॉक नाम का पेज शामिल है। मास्टस्टोक ABP न्यूज़ पर पुण्य प्रसून बाजपेयी द्वारा चलाए गए शो का नाम है।
यह जानकारी ट्विटर पर भी खूब फैलाई गई है। कुल मिलाकर इस छोटी सी जानकारी को सोशल मीडिया के हर प्लेटफ़ॉर्म पर हजारों बार शेयर किया जा रहा है।
#NDTV को हम बधाई देते हैं जिस तरह उन्होने रविश कुमार जी का साथ नही छोड़ा ठीक उसी प्रकार वाजपेयी जी को भी सपोर्ट करेंगे 👍 pic.twitter.com/DMi3aIOStD
— Sapna Choudhary (@sapna_indian) August 4, 2018
NDTV ने स्पस्टीकरण जारी किया
NDTV ने यह स्पस्ट किया कि यह जानकारी झूठी है। NDTV की सीईओ सुपर्णा सिंह ने ऑल्ट न्यूज़ से बात करते हुए कहा कि, “एनडीटीवी हमेशा स्वतंत्र, निष्पक्ष पत्रकारिता के साथ खड़ा रहा है। हमने अपने चैनलों पर बड़े पैमाने पर ABP न्यूज़ के विवाद को कवर किया है। हमारे एंकरों की टीम में ना कोई बदलाव हुआ है और ना कोई शामिल होने जा रहा है।” (अनुवाद)
गलत जानकारी सोशल मीडिया पर बड़ी तेजी से फैलती है। विशेष रूप से उन मामलों में जहां गलत जानकारी किसी व्यक्ति या समूह के राजनीतिक, वैचारिक या धार्मिक पूर्वाग्रहों के अनुरूप होने की संभावना हो। इस मामले में, केंद्र सरकार और बीजेपी के आलोचकों ने इस भ्रामक जानकारी को फैलाया और सरकार के विरोध में कई सोशल मीडिया यूजर्स ने इसे मजे से शेयर किया।
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