सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक दावे के मुताबिक, भारतीय स्टेट बैंक का ऑफ़िशियल लोगो अहमदाबाद में कांकरिया लेक के एरियल व्यू से प्रेरित है. दोनों के बीच समानता दिखाने के लिए लेक की एक सेटेलाइट इमेज और SBI के लोगो को एक साथ शेयर किया जा रहा है. (आर्काइव्ड लिंक)
#IndiaAt75 Kankaria Lake in Ahmedabad is a circular lake with a thin piece of land connecting to the centre. It has an interesting connection
This lake was the inspiration for the logo of State Bank of India, designed by National Institute of Design, Ahmedabad in 1971!! pic.twitter.com/xIrqPLxWkJ
— A History a Day (@myhistorytales) August 8, 2022
ऐसा दावा करने वाले सबसे पहले ट्वीट्स 2014 के थे. (आर्काइव्ड लिंक)
The logo of India’s largest public sector
bank, SBI was made in Ahmedabad and inspired by city’s Kankaria lake? pic.twitter.com/8P09MjhDnl— Bharat Vijay (@ViratBharat) February 19, 2014
न्यूज़ 18, दैनिक भास्कर और इनशॉर्ट्स जैसे न्यूज़ मीडिया आउटलेट्स ने भी इसी तरह का दावा किया है. ये रिपोर्ट्स 2014 और 2016 में पब्लिश हुई थीं.
इसके अलावा, 19 फ़रवरी, 2014 को देश गुजरात की एक रिपोर्ट के मुताबिक, उस वक्त SBI के CGM (मुख्य महाप्रबंधक) ने भी गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने यही दावा किया था.
फ़ैक्ट-चेक
गूगल पर की-वर्ड्स सर्च करने से ऑल्ट न्यूज़ को 20 जनवरी, 2018 को पब्लिश ‘द हिंदू बिजनेस लाइन‘ की एक रिपोर्ट मिली. इस रिपोर्ट में SBI लोगो में आए बदलाव के बारे में बताया गया है. पहले ये लोगो बरगद के पेड़ से प्रेरित था जो अब एक कीहोल की तरह दिखता है. आर्टिकल के मुताबिक, अंग्रेजों ने इंपीरियल बैंक ऑफ़ इंडिया एक्ट, 1920 के तहत इंपीरियल बैंक ऑफ़ इंडिया (IBI) की स्थापना की थी. IBI के तहत कलकत्ता, बॉम्बे और मद्रास के बैंकों को एक साथ मिला दिया गया था. 1955 में SBI ने IBI की जगह ले ली और नए लोगो के रूप में ‘गोल सिक्के पर बरगद का पेड़’ जारी किया गया. 1969 में बैंकों के राष्ट्रीयकरण के बाद, जब ‘वित्तीय समावेशन’ एक प्राथमिकता बन गया, SBI ने अपनी छवि में बदलाव लाने का फैसला किया. SBI ने बाद में ये काम नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ डिज़ाइन को दे दिया.
पूर्व फ़ैकल्टी महेंद्र पटेल ने ‘द बिजनेस लाइन’ को एक बयान दिया था. इस बयान के अनुसार, शेखर कामथ और विकास सातवलेकर की दो सदस्यीय डिजाइन टीम का गठन किया गया था. महेंद्र पटेल ने बताया कि ताला और चाबी की तरह दिखने वाले, मजबूत घेरे में एक कीहोल प्रतीक, शेखर कामत का डिजाइन था. इसमें बैंक का मकसद दिखाया गया है कि संरक्षक SBI, ग्राहक के पैसे को सुरक्षित रखेगा. SBI ने 1 अक्टूबर 1971 को नया लोगो अपनाया था.
इसके अलावा, ऑल्ट न्यूज़ को 28 नवंबर, 2018 का एक फ़ेसबुक वीडियो मिला. ये वीडियो स्क्रॉल के साथ शेखर कामथ का एक इंटरव्यू है. इस वीडियो में श्री कामथ बताते हैं, “भारतीय स्टेट बैंक का लोगो बुनियादी सादगी के लिए डिज़ाइन किया गया था. ये एक कीहोल था जिसका भारतीय समाज में विशेष मतलब है और इसे एक सुरक्षा का प्रतीक माना जाता है.” कामथ ने काउंटर के पास रखे गए बैंक टोकन से प्रेरणा ली थी, जिसे इंतज़ार करने वाले ग्राहकों को दिया जाता था.
वीडियो में 1 मिनट 30 सेकेंड पर, जब उनसे सोशल मीडिया के दावे के बारे में पूछा गया कि क्या SBI का लोगो कांकरिया लेक से प्रेरित था, तो कामथ हंसते हुए कहते हैं, “कांकरिया लेक के बारे में इस पूरी बात का कोई लेना-देना नहीं है. मैं कभी कांकरिया लेक भी नहीं गया. ऐसा कोई रास्ता नहीं था कि मैं ऊपर जाकर देख सकूं कि नीचे देखने पर ये कैसा दिखेगा. मुझे इसके बारे में नहीं पता था. और मैं उस जगह बिल्कुल भी नहीं रहा हूं.”
The Origin of the State Bank of India’s Logo
How did the State Bank of India get its iconic logo? Here’s the designer himself recounting the story.
Posted by Scroll on Thursday, 22 November 2018
कुल मिलाकर, ये दावा पूरी तरह से ग़लत है कि SBI का लोगो कांकरिया लेक से प्रेरित होकर बयाया गया था. लगभग एक दशक से सोशल मीडिया पर इस तरह का ग़लत दावा किया जा रहा है.
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