सोशल मीडिया पर 2 तस्वीरों का एक कोलाज वायरल है. कई सोशल मीडिया यूज़र्स ये दावा कर रहे हैं कि एक तस्वीर में मोची और दूसरे में कुम्हार दिखने वाला व्यक्ति एक ही है. यूज़र्स ने ये आरोप लगाया कि ये व्यक्ति प्रधानमंत्री के साथ तस्वीरें खिंचवाते वक्त एक तस्वीर में मोची और दूसरी तस्वीर में कुम्हार के वेश में था.
रिटायर्ड IAS अधिकारी, सूर्य प्रताप सिंह ने तस्वीरें इस कैप्शन के साथ ट्वीट की, “बहुत अच्छे!! जो मोची बना था, वही कुम्हार के रोल में प्रकट हो गया. कहां से सीखी ये बहरूपिया बाज़ी?.” आर्टिकल लिखे जाने तक इस ट्वीट को 5000 से ज़्यादा बार रिट्वीट किया गया है. (आर्काइव लिंक)
बहुत अच्छे!!
जो मोची बना था,वही कुम्हार के रोल में प्रकट हो गया।😀कहां से सीखी ये बहरूपिया बाज़ी? pic.twitter.com/rVVGmv0OsP
— Surya Pratap Singh IAS Rtd. (@suryapsingh_IAS) September 20, 2023
फ़ेसबुक यूज़र लिलेश यादव ने पोस्ट करते हुए लिखा, ”जो मोची बना था वही कुम्हार के रोल में प्रकट हो गया, कम से कम व्यक्ति तो बदल लेते.” (आर्काइव)
जो मोची बना था,वही कुम्हार के रोल में प्रकट हो गया,
कम से कम व्यक्ति तो बदल लेते….!!Posted by Lilesh Yadav on Wednesday, 20 September 2023
ये तस्वीरें ट्विटर पर भी वायरल हैं.
फ़ैक्ट-चेक
गूगल रिवर्स इमेज सर्च से ऑल्ट न्यूज़ को न्यूज़ 18 की एक रिपोर्ट मिली. इस रिपोर्ट में बताया गया है कि 17 सितंबर, 2023 को विश्वकर्मा जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में यशोभूमि कन्वेंशन सेंटर का उद्घाटन किया और पीएम-विश्वकर्मा योजना की शुरुआत की. ये योजना कारीगरों और शिल्पकारों तथा पारंपरिक कौशल पर आधारित काम में लगे लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए एक पहल है.
इसी रिपोर्ट में आगे लिखा है, “पीएम-विश्वकर्मा योजना के शुभारंभ से पहले, पीएम मोदी ने इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन एंड एक्सपो सेंटर में विश्वकर्मा भागीदारों के साथ भी बातचीत की और उनकी कलाकृतियों की सराहना की. इस योजना के शुभारंभ पर प्रधानमंत्री ने कहा कि पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत, सरकार बिना किसी (बैंक) गारंटी के 3 लाख रुपये तक का लोन देगी.”
गूगल पर की-वर्ड सर्च से हमें NDTV की एक रिपोर्ट मिली जिसमें लिखा है, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को भगवान विश्वकर्मा जयंती के अवसर पर दिल्ली के यशोभूमि कन्वेंशन सेंटर में कई शिल्पकारों से मुलाकात की. पीएम मोदी ने भी “भारत की कारीगर विविधता” की तारीफ़ की और इस अवसर पर शुभकामनाएं भी दीं. उन्होंने कई कलाकारों और शिल्पकारों जैसे कुम्हार, दर्जी, राजमिस्त्री, मोची आदि से मुलाकात की. रिपोर्ट में शिल्पकारों के साथ पीएम मोदी की बातचीत की कई तस्वीरें शामिल हैं जहां हम पीएम मोदी की कुम्हारों के साथ बातचीत की तस्वीर देख सकते हैं.
यूट्यूब पर की-वर्ड सर्च से हमें इंडिया टुडे की एक वीडियो रिपोर्ट मिली. इस रिपोर्ट का टाइटल है “पीएम मोदी ने यशोभूमि कन्वेंशन सेंटर में फ़ुटवियर उद्योग से जुड़े कारीगरों और शिल्पकारों से मुलाकात की.” इस वीडियो में 34 सेकेंड पर पीएम मोदी एक मोची से बात करते हुए दिखते हैं.
दोनों तस्वीरों को करीब से देखने पर पता चलता है कि सफेद शर्ट में दिख रहे दोनों व्यक्ति एक जैसे नहीं हैं. दोनों अलग-अलग व्यक्ति हैं.
कुल मिलाकर, सोशल मीडिया पर वायरल दावा ग़लत है कि एक ही शख्स मोची और कुम्हार बन कर पीएम के साथ तस्वीरें खिंचवा रहा है. तस्वीरों में दो अलग-अलग व्यक्ति हैं.
अबीरा दास ऑल्ट न्यूज़ में इंटर्न हैं.
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