सोशल मीडिया पर 4 तस्वीरें शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि कश्मीर में तिरंगे पर एक गाय को काटा गया. एक तस्वीर में भारतीय झंडा जलता हुआ दिख रहा है और वहीं उसके पास एक मरा हुआ जानवर भी पड़ा है. बाकी 3 तस्वीरों में घायल पुलिसकर्मी दिखते हैं.
फ़ेसबुक और इंस्टाग्राम पर ये तस्वीरें कई यूज़र्स ने इसी दावे के साथ पोस्ट की हैं. ये तस्वीरें साल 2019 में भी ट्विटर पर इसी दावे के साथ ट्वीट की गई थीं.
ऑल्ट न्यूज़ के ऐप और व्हाट्सऐप नंबर पर इन तस्वीरों की असलियत जानने के लिए कुछ रिक्वेस्ट भी आयी हैं.
फ़ैक्ट-चेक
ऑल्ट न्यूज़ इस आर्टिकल में आपको इन तस्वीरों की असलियत बारी-बारी से बताएगा.
पहली तस्वीर
रिवर्स इमेज सर्च करने पर ऑल्ट न्यूज़ को ये तस्वीर 13 जुलाई 2011 के एक आर्टिकल में मिली. पीपल्स डेली ऑनलाइन नाम की वेबसाइट ने लिखा था कि ये तस्वीर त्रिपुरा के अगरतला की है जब कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच टकराव हुआ था. ख़बर के मुताबिक, इस घटना में 1 शख्स की मौत हो गई थी.
दूसरी तस्वीर
रिवर्स इमेज सर्च करने पर ऑल्ट न्यूज़ को ये तस्वीर साल 2015 के ट्वीट में मिली. ये तस्वीर अच्छी क्वालिटी में भी थी. ट्वीट के मुताबिक, ये तस्वीर पाकिस्तान की है. इसके अलावा, तस्वीर में पाकिस्तान का झंडा और एक बिलबोर्ड पर ‘DIGGER’ लिखा है.
सर्च करने पर हमें मालूम हुआ कि DIGGER एक पाकिस्तानी जूते-चप्पलों की ब्रांड है. आगे, जांच जारी रखते हुए हमें ये तस्वीर 23 मार्च 2015 को AFP पर अपलोड की हुई मिली. वेबसाइट के मुताबिक, पाकिस्तान के क्वेटा में कुछ प्रदर्शनकारियों ने भारतीय झंडे को जलाया था.
तीसरी तस्वीर
रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें ये तस्वीर 17 जून 2014 की डेक्कन क्रोनिकल की रिपोर्ट में मिली. तस्वीर में दिख रहे व्यक्ति तत्कालीन DIG विजय सिंह मीना है. खबर के मुताबिक, 2 कांस्टेबल की हत्या के बाद उत्तर प्रदेश के फ़िरोज़ाबाद में प्रदर्शन किया गया था. और इस दौरान, कई पुलिसकर्मी घायल भी हुए थे.
चौथी तस्वीर
तस्वीर में पुलिस की वर्दी पर जम्मू कश्मीर पुलिस का बैज दिख रहा है.
रिवर्स इमेज सर्च करने पर ऑल्ट न्यूज़ को ये तस्वीर 6 जून 2015 के डेक्कन क्रोनिकल के आर्टिकल में मिली. मीडिया संगठन के मुताबिक, जम्मू कश्मीर में सिख प्रदशकारियों और पुलिस के बीच टकराव हुआ था. पुलिस ने सिख बहुल इलाके रानी बाग में से एक कार्यक्रम के पोस्टर्स हटाए थे. इसके बाद सिख समुदाय के लोगों का पुलिस के साथ टकराव हुआ था.
इसके अलावा, फिलहाल कश्मीर में भारतीय झंडा जलाए जाने का कोई मामला सामने नहीं आया है.
साल 2019 में ये तस्वीरें इसी दावे के साथ शेयर की गई थीं. उस वक़्त आज तक सहित कई मीडिया संगठनों ने इन तस्वीरों की जांच की थी. लेकिन फिर भी इन तस्वीरों का इस्तेमाल सोशल मीडिया पर झूठा दावा करने के लिए किया जा रहा है कि कश्मीर में प्रदर्शनकारियों ने भारतीय झंडे पर गाय का गला काटा.
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