इज़राइल और फ़िलिस्तीन में एक बार फिर जंग छिड़ गयी है. इस बार लड़ाई का कारण फ़रवरी में आया पूर्वी जेरूसलम अदालत का फ़ैसला था जिसमें जेरूसलम के पास स्थित शेख जर्राह से फ़िलिस्तीनी परिवारों को 2 मई तक जगह खाली करने को कहा गया. परिवारों ने इज़राइल के सुप्रीम कोर्ट में इसकी याचिका लगायी जिसकी सुनवाई 10 मई को होनी थी लेकिन तनाव के बीच तारीख़ आगे बढ़ा दी गयी है. द हिन्दू के मुताबिक रमज़ान के मध्य से ही दोनों पक्षों के बीच तनावपूर्ण स्थिति बन गयी थी.

इसके बाद सोशल मीडिया पर एक वीडियो दिखने लगा जिसे कुछ वेरिफ़ाइड यूज़र्स ने भी शेयर किया और फ़िलिस्तीनी नागरिकों की मौत का मज़ाक बना दिया. वीडियो में दिख रहा है कि कुछ लोग एक शव को ले जा रहे हैं और बाद में मुर्दा उठ खड़ा होता है और भागने लगता है.

ट्विटर यूज़र @Morelharar1 ने ये वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, “आज गाज़ा में फ़िलिस्तीनी लोगों ने शव यात्रा में होने का ढोंग किया ताकि सब उनके प्रति संवेदना दिखाएं लेकिन तभी एक अलार्म बज गया…”

ये वीडियो इन्स्टाग्राम यूज़र the.israel.files ने शेयर करते हुए लिखा, “यही सबसे बड़ी समस्या है. ये फ़िलिस्तीनी अरब प्रोपगेंडा (‘pallywood’) है ताकि अंतर्राष्ट्रीय संवेदनाएं हासिल कर पायें और कई अंतर्राष्ट्रीय आउटलेट्स और सोशल मीडिया के जाने-माने लोग इस चंगुल में फंसे भी हैं.” आर्टिकल लिखे जाने तक ये वीडियो 50,000 से ज़्यादा बार देखा जा चुका है.

ये वीडियो शेयर करने वालों में इज़राइली विदेश मंत्रालय के नीति सलाहकार डैन पोराज़, द पायनियर के एडिटर प्रमोद कुमार सिंह और कॉलमिस्ट अभिजीत अय्यर मित्रा भी शामिल हैं.

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जॉर्डन में बनाया गया मज़ाकिया वीडियो

हमने पाया कि ये वीडियो ट्विटर यूज़र @bassmadj ने 24 मार्च, 2020 को शेयर किया था. यूज़र के मुताबिक, जॉर्डन के कुछ युवक नकली शव यात्रा निकाल रहे थे ताकि लॉकडाउन में घर से बाहर निकलने का बहाना मिल सके. वीडियो में देखा जा सकता है कि सायरन बजते ही सब भाग खड़े होते हैं और ये देख कर वीडियो बनाने वाले को भी हंसी आ जाती है.

अबू धाबी के एक न्यूज़ पोर्टल 24.ae और अरबी न्यूज़ वेबसाइट Youm7 ने भी ये वीडियो जॉर्डन का बताया था.

जॉर्डन में पिछले साल मार्च में कड़े नियमों के साथ लॉकडाउन लगाया गया था जिसमें 3 दिन का कर्फ्यू भी शामिल था. द हिन्दू ने बताया कि वहां नियमों का उल्लंघन करने वाले को एक साल तक की सज़ा का प्रावधान है.

जॉर्डन में पिछले साल लॉकडाउन के दौरान बनाये गये एक मज़ाकिया वीडियो को सच मानकर शेयर करते हुए लोगों ने फ़िलिस्तीन में हो रही मौतों का मज़ाक बनाया. वीडियो में जो शव यात्रा दिख रही है, उसमें कुछ युवा शामिल थे जो घर से निकलने का बहाना ढूंढ रहे थे.


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