1996 में हुए चारा घोटाला के सिलसिले में 23 नवंबर को राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रमुख लालू प्रसाद यादव पटना की विशेष सीबीआई अदालत में पेश हुए. कोर्ट ने सुनवाई की अगली तारीख 30 नवंबर तय की.

इस सुनवाई से दो दिन पहले कई ट्विटर यूज़र्स (@dhongiPaap, @Satyend11371050, @sdtiwari, @Anandkumar_IND) ने लालू यादव की एक तस्वीर पोस्ट की थी जिसमें वो बिस्तर पर लेटे हुए दिख रहे हैं. पोस्ट के जरिये ये कहा जा रहा है कि लालू यादव ने सुनवाई से बचने के लिए बीमार होने का नाटक किया था.

कई फ़ेसबुक (FB) यूज़र्स ने भी इसी तरह के दावे के साथ ये तस्वीर पोस्ट की. इनमें निर्विकार सिंह, भारत न्यूज़ नेशनल और अनमोल विचार शामिल हैं.

दो दिन पहले जीप चलाकर घूमने वाले इंसान की जब 30 नवम्बर को पेशी हो तो..

Posted by अनमोल विचार on Saturday, 27 November 2021

शरद तिवारी नाम के यूज़र ने फ़ेसबुक ग्रुप ‘भाजपा का परिवार मेरा परिवार (यूपी मिशन 2022- भाजपा समर्थको का स्वागत है)’ में ये तस्वीर पोस्ट की. इस ग्रुप में 4.5 लाख से ज़्यादा मेम्बर्स हैं. इसी तरह, फ़ेसबुक यूज़र कुंदन ठाकुर ने 20 हज़ार से ज़्यादा सदस्य वाले ग्रुप ‘योगी समर्थकों का मंच’ में इस तस्वीर को पोस्ट किया.

2018 की तस्वीर

ऑल्ट न्यूज़ ने रिवर्स इमेज सर्च करने पर देखा कि ये तस्वीर 2018 की है.

26 नवंबर को ये रिपोर्ट आयी थी कि लालू यादव को ड्राउज़ीनेस और तेज़ बुखार की शिकायत के बाद दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में इंटेंसिव केयर यूनिट (ICU) में भर्ती कराया गया था. एक स्थानीय रिपोर्टर ने ऑल्ट न्यूज़ को बताया कि असल में लालू यादव 30 नवंबर को सुनवाई में शामिल होने में असमर्थ थे.

हालांकि, यहां ध्यान देने वाली बात है कि 23 नवंबर को द हिंदुस्तान टाइम्स ने रिपोर्ट किया था कि सीबीआई अदालत ने लालू यादव को अगली सुनवाई में व्यक्तिगत उपस्थिति से छूट दी थी.

लालू यादव के वकील सुधीर सिन्हा ने खराब स्वास्थ्य का हवाला देते हुए उनकी व्यक्तिगत मौजूदगी से राहत देने की गुहार लगाई. सुधीर सिन्हा ने हिंदुस्तान टाइम्स को बताया, “स्पेशल जज ने उन्हें ये कहते हुए राहत दी कि उनके वकील 30 नवंबर को तय की गई अगली सुनवाई में उनका प्रतिनिधित्व कर सकते हैं. अगली तारीख को अदालत 200 से ज़्यादा गवाहों से पूछताछ करेगी.” उन्होंने आगे बतया कि 23 नवंबर को केवल राजद प्रमुख ही अदालत में पेश हुए, 21 अन्य अपने वकीलों के माध्यम से पेश हुए थे.

बिस्तर पर लेटे राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव की 2018 की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हुई. साथ ही पोस्ट में दावा किया गया कि लालू यादव तबियत खराब होने का हवाला देकर चारा घोटाला मामले में सुनवाई से बच गए. जबकि सच ये है कि 26 नवंबर को लालू यादव को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. यह ध्यान देने वाली बात है कि अस्पताल में भर्ती होने से पहले ही लालू यादव को अगली सुनवाई के लिए व्यक्तिगत उपस्थिति से छूट दे दी गई थी.

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🙏 Blessed to have worked as a fact-checking journalist from November 2019 to February 2023.