सोशल मीडिया पर 6 तस्वीरों का एक सेट वायरल हो रहा है जिसमें बताया जा रहा है कि तीन तस्वीरें चीन के झंडे में लिपटे ताबूत ले जाती चीनी सेना की हैं, एक स्क्रीनशॉट ‘Wang Chung 又是这个武汉妹子’ नाम के हैंडल का है जिसमें दावा किया गया है कि चीन भारत से लड़ाई हार गया और चीन के 30 से ज़्यादा सैनिक मारे गए, भारत का एक मैप जिसमें COVID-19 का राज्यों में कम्युनिटी ट्रांसमिशन का रिस्क दिखाया गया है और एक स्क्रीनशॉट जिसमें दावा किया गया है कि ‘बहादुर बिहारियों’ ने 55 चीनी मार गिराए.

This slideshow requires JavaScript.

24 जून को भाजपा मेंबर अवधूत वाघ ने पहली 3 तस्वीरें हैशटैग #BanChineseProducts के साथ ट्वीट की थीं. (आर्काइव लिंक)

ये तस्वीरें व्हाट्सएप पर ख़ासतौर से वायरल हो रही हैं. ऑल्ट न्यूज़ को ऑफ़िशियल एंड्रॉइड ऐप और हेल्पलाइन नंबर (+917600011160) पर इसका फ़ैक्ट-चेक करने की रिक्वेस्ट मिल रही हैं.

फ़ैक्ट-चेक

इस रिपोर्ट में हम हर तस्वीर और उनके साथ किए दावे का अलग-अलग फ़ैक्ट चेक करेंगे.

1. चीनी झंडे में लिपटे हुए ताबूतों की तस्वीर

Viral Image 2

ऑल्ट न्यूज़ ने गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च किया और पाया कि इनमें से दो तस्वीरें (तस्वीर 1 और तस्वीर 3) मई 2019 को चीन की एक वेबसाइट Zhejiang पर पब्लिश हुई थीं. आर्टिकल के मुताबिक तस्वीरों में 1950-53 में कोरिया युद्ध में मारे गए चीनी वॉलंटियर्स के बैच नंबर 6 को दफ़नाते हुए दिखाया गया है. आर्टिकल के मुताबिक यह चीन के लायोनिंग प्रान्त के शेनयांग की तस्वीरें हैं.

हमने गूगल पर कीवर्ड सर्च किया और इस ‘कार्यक्रम’ के बारे में छपी चीन की एक और वेबसाइट CGTN की रिपोर्ट मिली. 7 अप्रैल 2019 की रिपोर्ट के मुताबिक 10 चीनी वॉलंटियर सैनिकों का अंतिम संस्कार किया गया था. यह दक्षिण कोरिया से वापस आये चीनी सैनिकों का एक बैच था. शेनयांग के शहीद श्मशान में यह अंतिम संस्कार कार्यक्रम आयोजित किया गया था.

इसके बाद हमने दूसरी तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च किया तो यह हमें चाइना डेली पर 2016 में पब्लिश हुई मिली. यह भी उसी अंतिम संस्कार कार्यक्रम की है. इस तस्वीर को दक्षिण कोरिया के इंचियोन एयरपोर्ट पर खींचा गया था जब सैनिकों के शव सौंपे जा रहे थे.

CCTV ने 2016 में इस हैंडओवर का वीडियो अपलोड किया था.

2. ‘wang chung 又是这个武汉妹子’ का स्क्रीनशॉट

Viral Image 4

ऑल्ट न्यूज़ ने वांग चुंग के ट्वीट्स का पता लगाने के लिए कीवर्ड सर्च किया लेकिन दोनों ट्वीट नहीं मिले. ऐसा हो सकता है कि ट्वीट किए ही न गए हों या फिर डिलीट कर दिए गए हों.

यहां तक कि हमें ‘wang chung 又是这个武汉妹子’ नाम का ट्विटर हैंडल भी नहीं मिला. इस अकाउंट का यूज़रनेम @wangchungbhosda है जिसका आखिरी हिस्सा हिंदी में गाली के लिए इस्तेमाल किया जाता है. ऑल्ट न्यूज़ ने वायरल ट्वीट्स के स्क्रीनशॉट में से एक को Google cache पर खोजा. वांग चुंग ने अपनी प्रोफाइल पिक्चर बदल ली है लेकिन कैश्ड लिंक में वही प्रोफ़ाइल पिक्चर दिख रही है जो वायरल ट्वीट में लगी है. (आर्काइव लिंक)

बायो के मुताबिक वांग चुंग एक पैरोडी अकाउंट है और पिछले साल अप्रैल में बनाया गया है. लेकिन अकाउंट से पहला ट्वीट इसी 17 जून, 2020 को किया गया है.

इस ट्विटर हैंडल की टाइमलाइन खंगालते हुए हमने इसके पैटर्न पर ग़ौर किया तो लगा कि यह कोई भारतीय है. इस अकाउंट से कई हिंदी ट्वीट्स का रिप्लाई किया गया है और भारत के कई न्यूज़ चैनल्स, पत्रकार और राजनैतिक पार्टियों के हैंडल्स को ट्रोल किया गया है.

हमने पाया कि @wangchungbhosda ने ANI के एक ट्वीट को रिप्लाई करते हुए एक न्यूज़ आर्टिकल का वायरल स्क्रीनशॉट पोस्ट किया है.(आर्काइव लिंक)

भारत-चीन बॉर्डर पर तनाव के बाद ऐसे कई फ़ेक अकाउंट पैदा हो गए हैं जो ख़ुद को चीन का भरोसेमंद नागरिक बताने की कोशिश कर रहे हैं.

3. मारे गए चीनी सैनिकों की लिस्ट

20 जून को ऑल्ट न्यूज़ ने इस लिस्ट को ख़ारिज़ करने वाली रिपोर्ट पब्लिश की थी. लिस्ट में दिए गए 56 चीनी नाम PLA के जनरल्स के विकीपीडिया पेज से उठाए गए थे.

यानी सोशल मीडिया पर, ख़ासतौर से व्हाट्सएप पर पुरानी तस्वीरें और लिस्ट ये बताते हुए वायरल की जा रही हैं कि ये भारत से मुठभेड़ में मारे गए चीनी सैनिक हैं.

 

डोनेट करें!
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.

बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.

About the Author

🙏 Blessed to have worked as a fact-checking journalist from November 2019 to February 2023.