उत्तर प्रदेश प्रारंभिक पात्रता परीक्षा (यूपी PET) के लिए लगभग 37 लाख उम्मीदवारों ने फॉर्म भरा था. 15 अक्टूबर को राज्य के अलग-अलग शहरों में रेलवे स्टेशनों पर परीक्षा के लिए अपने-अपने केंद्रों तक पहुंचने के लिए परीक्षार्थियों की भारी भीड़ उमड़ी. खड़े होने की जगह के लिए भी धक्का-मुक्की करने वाले उम्मीदवारों से ट्रेनें खचाखच भरी थीं. राहुल गांधी सहित कई नेताओं ने देश के शिक्षित बेरोज़गार युवाओं की दुर्दशा के बारे में बात की थी.

कई उम्मीदवारों ने परीक्षा के दिन हुई कठिनाइयां शेयर करने के लिए सोशल मीडिया का भी सहारा लिया.

इसके तुरंत बाद, रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों के अंदर भारी भीड़ के वीडियोज़ सोशल मीडिया पर शेयर किए जाने लगे.

पहला वीडियो

यात्रियों से भरी एक चलती ट्रेन का वीडियो व्यापक रूप से शेयर किया गया. वीडियो में यात्रियों को बाहर से ट्रेन में लटकते हुए देखा जा सकता है. कुछ यात्री ट्रेन की छत पर भी बैठे हुए हैं.

ट्विटर यूज़र @rishabhpost ने ये वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “#UPPET के उम्मीदवारों की भीड़ #प्रयागराज से उनके परीक्षा केंद्रों पर जा रही है. आप अराजकता की स्थिति की कल्पना कर सकते हैं. #UPPET2022.″ (आर्काइव लिंक)

टाइम्स नाउ ने भीड़भाड़ वाली ट्रेनों में यात्रा करने वाले हज़ारों यूपी PET उम्मीदवारों की रिपोर्ट में वायरल वीडियो शेयर किया है.

न्यूज़ 24 ने की वीडियो रिपोर्ट में 11 सेकंड पर ये वीडियो चलाया गया है. (आर्काइव लिंक)

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी ये वीडियो ट्वीट किया किया था. हालांकि बाद उन्होंने इसे डिलीट कर दिया.

दैनिक भास्कर की रिपोर्टर कोमल निगम ने ये वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा, “दिल दहलाने वाला वीडियो…ऐसे खतरा लेकर एग्जाम देने जाना सही नहीं है लेकिन मजबूरी क्या नहीं करवा ले। सरकार कुछ इंतजाम कर देती तो नजारा कुछ और होता…” उन्होंने ये ट्वीट अब डिलीट कर दिया है.

नवभारत टाइम्स के पत्रकार सुमित शर्मा ने भी ये वीडियो को ऐसे ही दावे के साथ ट्वीट किया. (आर्काइव लिंक)

ये वीडियो फ़ेसबुक पर भी वायरल है.

दूसरा वीडियो

अगल-बगल खड़ी दो ट्रेनों का एक और वीडियो काफी शेयर किया जा रहा है. वीडियो में लोग ट्रेनों के आसपास जोखिम भरी स्थिति में खड़े हैं. ट्विटर यूज़र @abhinaymaths ने ये वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा, “यूपी में #UPPET2022 #petexam है सवाल यही है कि परीक्षा केंद्र इतने दूर देने की वजह क्या है क्या छात्र इस मनोदशा के साथ परीक्षा दे पाएंगे? जहां परीक्षा केंद्र तक पहुचना ही सबसे बड़ा संघर्ष हो कितने बच्चे तो अवागमन असुविधा खर्चा ज्यादा की वजह से ही नही जा पाएंगे । जिम्मेदार कौन?” (आर्काइव)

राष्ट्र मंच के ऑफ़िशियल पेज ने भी इसी दावे के साथ ये वीडियो ट्वीट किया. (आर्काइव)

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी ये वीडियो ट्वीट किया था जिसे बाद में डिलीट कर दिया गया.

ये वीडियो फ़ेसबुक पर भी खूब शेयर किया जा रहा है.

फ़ैक्ट-चेक

पहला वीडियो

वीडियो के एक फ़्रेम को रिवर्स-इमेज सर्च करने पर हमें ये वीडियो साल 2018 में यूट्यूब पर अपलोड किया गया मिला. इस वीडियो का टाइटल है, “#trainये नज़ारा केवल पटना में ही देखने को मिलेगा.

इसके अलावा, उत्तर मध्य रेलवे के ऑफ़िशियल हैंडल ने भी कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के ट्वीट का फ़ैक्ट-चेक करते हुए बताया कि इस वीडियो का 2022 PET से कोई संबंध नहीं है.

दूसरा वीडियो

ऑल्ट न्यूज़ ने पहले ही फ़रवरी 2021 में इस वीडियो की पड़ताल की थी. उस वक्त ये वीडियो इस दावे के साथ वायरल था कि ये मुंबई के बोरीवली रेलवे स्टेशन का है. मुंबई लोकल ट्रेन सेवाओं को 1 फ़रवरी, 2021 से आम जनता के दुबारा खोल दिया गया था.

ऑल्ट न्यूज़ ने वीडियो के एक फ़्रेम को रिवर्स इमेज सर्च किया जिससे हमें 21 मार्च, 2016 में ये वीडियो यूट्यूब पर अपलोड किया गया मिला. वीडियो के टाइटल से पता चलता है कि ये भीड़ मुंबई की थी.

यानी, करीब 6 साल पहले मुंबई की लोकल ट्रेन में सवार भारी भीड़ का एक वीडियो हाल में हुए यूपी PET के दौरान ट्रेन में उमड़ी भारी भीड़ के विज़ुअल्स बताकर शेयर किया गया.

इसके अलावा, इंफ़ो उत्तर प्रदेश फ़ैक्ट चेक के ऑफ़िशियल हैंडल ने दोनों वीडियो के साथ शेयर किये गए दावों को ट्वीट करते हुए भ्रामक बताया. (आर्काइव)

कुल मिलाकर, PET 2022 से पहले रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों में भारी भीड़ इकट्ठा होने के बताकर शेयर किये गए दोनों वीडियोज़ पुराने निकले.

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About the Author

Student of Economics at Presidency University. Interested in misinformation.