उत्तर प्रदेश प्रारंभिक पात्रता परीक्षा (यूपी PET) के लिए लगभग 37 लाख उम्मीदवारों ने फॉर्म भरा था. 15 अक्टूबर को राज्य के अलग-अलग शहरों में रेलवे स्टेशनों पर परीक्षा के लिए अपने-अपने केंद्रों तक पहुंचने के लिए परीक्षार्थियों की भारी भीड़ उमड़ी. खड़े होने की जगह के लिए भी धक्का-मुक्की करने वाले उम्मीदवारों से ट्रेनें खचाखच भरी थीं. राहुल गांधी सहित कई नेताओं ने देश के शिक्षित बेरोज़गार युवाओं की दुर्दशा के बारे में बात की थी.
UP PET फॉर्म – 37 लाख
खाली पद – गिनती के!इन युवाओं को सालाना 2 करोड़ रोज़गार का झांसा दिया गया था, लेकिन इस तस्वीर में देश के शिक्षित बेरोज़गार युवाओं की बेबसी दिख रही है।
ये साफ़ है कि प्रधानमंत्री आंखें मूंद कर बैठे हैं और नौजवान ठोकरें खाने पर मजबूर हैं। pic.twitter.com/yw4BccDvC5
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 15, 2022
कई उम्मीदवारों ने परीक्षा के दिन हुई कठिनाइयां शेयर करने के लिए सोशल मीडिया का भी सहारा लिया.
एक बहन ने AC टिकट बुक किया एग्जाम देने जाने के लिए, सेंटर 300 km दूर लेकिन गेट तक नहीं खोला गया। AC में जनरल की तरह लोग ठूसे हुए थे। सोंचों कितनी उम्मीदों का गला घोटा गया होगा।@UPGovt @RailMinIndia @IRCTCofficialpic.twitter.com/TNREsJCXHv
— Shweta Tiwari (@shvetapt341) October 14, 2022
इसके तुरंत बाद, रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों के अंदर भारी भीड़ के वीडियोज़ सोशल मीडिया पर शेयर किए जाने लगे.
पहला वीडियो
यात्रियों से भरी एक चलती ट्रेन का वीडियो व्यापक रूप से शेयर किया गया. वीडियो में यात्रियों को बाहर से ट्रेन में लटकते हुए देखा जा सकता है. कुछ यात्री ट्रेन की छत पर भी बैठे हुए हैं.
ट्विटर यूज़र @rishabhpost ने ये वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “#UPPET के उम्मीदवारों की भीड़ #प्रयागराज से उनके परीक्षा केंद्रों पर जा रही है. आप अराजकता की स्थिति की कल्पना कर सकते हैं. #UPPET2022.″ (आर्काइव लिंक)
The mass of aspirants of #UPPET is going to his examination centres from #Prayagraj. You can imagine the status of chaos.#UPPET2022 pic.twitter.com/pSgRWveZru
— Rishabh Pandey (@rishabhpost) October 15, 2022
टाइम्स नाउ ने भीड़भाड़ वाली ट्रेनों में यात्रा करने वाले हज़ारों यूपी PET उम्मीदवारों की रिपोर्ट में वायरल वीडियो शेयर किया है.
न्यूज़ 24 ने की वीडियो रिपोर्ट में 11 सेकंड पर ये वीडियो चलाया गया है. (आर्काइव लिंक)
आज UP में PET की परीक्षा है।
◆ परीक्षा देने आए युवाओं ने किया हंगामा। pic.twitter.com/G4VYXb4wUv
— News24 (@news24tvchannel) October 15, 2022
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी ये वीडियो ट्वीट किया किया था. हालांकि बाद उन्होंने इसे डिलीट कर दिया.
दैनिक भास्कर की रिपोर्टर कोमल निगम ने ये वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा, “दिल दहलाने वाला वीडियो…ऐसे खतरा लेकर एग्जाम देने जाना सही नहीं है लेकिन मजबूरी क्या नहीं करवा ले। सरकार कुछ इंतजाम कर देती तो नजारा कुछ और होता…” उन्होंने ये ट्वीट अब डिलीट कर दिया है.
नवभारत टाइम्स के पत्रकार सुमित शर्मा ने भी ये वीडियो को ऐसे ही दावे के साथ ट्वीट किया. (आर्काइव लिंक)
जान हथेली पर रखकर PET की परीक्षा देने जा रहे छात्र, जिम्मेदार कहते हैं बेरोजगारी कहां है… #ViralVideos #Prayagraj का बताया जा रहा है…#petexam pic.twitter.com/5OAw6HJwmp
— Sumit Sharma (@sumitsharmaKnp) October 15, 2022
ये वीडियो फ़ेसबुक पर भी वायरल है.
दूसरा वीडियो
अगल-बगल खड़ी दो ट्रेनों का एक और वीडियो काफी शेयर किया जा रहा है. वीडियो में लोग ट्रेनों के आसपास जोखिम भरी स्थिति में खड़े हैं. ट्विटर यूज़र @abhinaymaths ने ये वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा, “यूपी में #UPPET2022 #petexam है सवाल यही है कि परीक्षा केंद्र इतने दूर देने की वजह क्या है क्या छात्र इस मनोदशा के साथ परीक्षा दे पाएंगे? जहां परीक्षा केंद्र तक पहुचना ही सबसे बड़ा संघर्ष हो कितने बच्चे तो अवागमन असुविधा खर्चा ज्यादा की वजह से ही नही जा पाएंगे । जिम्मेदार कौन?” (आर्काइव)
यूपी में #UPPET2022 #petexam है सवाल यही है कि परीक्षा केंद्र इतने दूर देने की वजह क्या है क्या छात्र इस मनोदशा के साथ परीक्षा दे पाएंगे? जहां परीक्षा केंद्र तक पहुचना ही सबसे बड़ा संघर्ष हो कितने बच्चे तो अवागमन असुविधा खर्चा ज्यादा की वजह से ही नही जा पाएंगे । जिम्मेदार कौन? pic.twitter.com/LtZGujYmh6
— Abhinay Maths (@abhinaymaths) October 15, 2022
राष्ट्र मंच के ऑफ़िशियल पेज ने भी इसी दावे के साथ ये वीडियो ट्वीट किया. (आर्काइव)
यूपी PET – गुड़गोबर व्यवस्था।
पेट परीक्षा में 37 लाख बेरोज़गार ने फॉर्म भरे, जिससे सरकार ने करोड़ों कमाए भी मगर छात्रों के आने-जाने के लिए परिवहन की कोई व्यवस्था नहीं की,
क्या बेटियां ऐसे में ट्रैवल कर सकती हैं?#UPSSSC_PET2022 pic.twitter.com/8HioBGgBjq
— NationalForum (@RashtraManch) October 15, 2022
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी ये वीडियो ट्वीट किया था जिसे बाद में डिलीट कर दिया गया.
ये वीडियो फ़ेसबुक पर भी खूब शेयर किया जा रहा है.
फ़ैक्ट-चेक
पहला वीडियो
वीडियो के एक फ़्रेम को रिवर्स-इमेज सर्च करने पर हमें ये वीडियो साल 2018 में यूट्यूब पर अपलोड किया गया मिला. इस वीडियो का टाइटल है, “#trainये नज़ारा केवल पटना में ही देखने को मिलेगा.”
इसके अलावा, उत्तर मध्य रेलवे के ऑफ़िशियल हैंडल ने भी कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के ट्वीट का फ़ैक्ट-चेक करते हुए बताया कि इस वीडियो का 2022 PET से कोई संबंध नहीं है.
अफवाहों से बचें!@priyankagandhi के ट्वीट के संदर्भ में (जो अब डिलीट किया जा चुका है) स्पष्ट किया जाता है कि मेमू ट्रेन का कोच नंबर 40042 आज प्रयागराज से नहीं गुजरा है और इस तस्वीर का UPPET परीक्षा से कोई लेना-देना नहीं है। pic.twitter.com/MNcSpafcrw
— North Central Railway (@CPRONCR) October 15, 2022
दूसरा वीडियो
ऑल्ट न्यूज़ ने पहले ही फ़रवरी 2021 में इस वीडियो की पड़ताल की थी. उस वक्त ये वीडियो इस दावे के साथ वायरल था कि ये मुंबई के बोरीवली रेलवे स्टेशन का है. मुंबई लोकल ट्रेन सेवाओं को 1 फ़रवरी, 2021 से आम जनता के दुबारा खोल दिया गया था.
ऑल्ट न्यूज़ ने वीडियो के एक फ़्रेम को रिवर्स इमेज सर्च किया जिससे हमें 21 मार्च, 2016 में ये वीडियो यूट्यूब पर अपलोड किया गया मिला. वीडियो के टाइटल से पता चलता है कि ये भीड़ मुंबई की थी.
यानी, करीब 6 साल पहले मुंबई की लोकल ट्रेन में सवार भारी भीड़ का एक वीडियो हाल में हुए यूपी PET के दौरान ट्रेन में उमड़ी भारी भीड़ के विज़ुअल्स बताकर शेयर किया गया.
इसके अलावा, इंफ़ो उत्तर प्रदेश फ़ैक्ट चेक के ऑफ़िशियल हैंडल ने दोनों वीडियो के साथ शेयर किये गए दावों को ट्वीट करते हुए भ्रामक बताया. (आर्काइव)
#InfoUPFactCheck: सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कुछ अकाउंट्स द्वारा उत्तर प्रदेश में आयोजित PET को लेकर मुंबई लोकल का वीडियो प्रदर्शित कर परीक्षा में अव्यवस्था की भ्रामक तस्वीर प्रस्तुत की जा रही है।
उत्तर प्रदेश में PET पूर्ण पारदर्शी एवं व्यवस्थित ढंग से आयोजित की जा रही है। pic.twitter.com/fKDMopYx1o
— Info Uttar Pradesh Fact Check (@InfoUPFactCheck) October 15, 2022
कुल मिलाकर, PET 2022 से पहले रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों में भारी भीड़ इकट्ठा होने के बताकर शेयर किये गए दोनों वीडियोज़ पुराने निकले.
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