वर्दी पहने आदमी द्वारा एक व्यक्ति को लातो और घुसो से पीटने का वीडियो सोशल मीडिया में इस दावे से वायरल है कि कश्मीर में भारतीय सेना कश्मीरी मुस्लिमों को मार रही है।

वीडियो के साथ प्रसारित संदेश के मुताबिक,“कृपया इसे पुरे देश में जितने लोगों को जानते है उन तक पहुंचाएं और उन्हें दिखाइए कि भारतीय सेना कश्मीरी मुस्लिमों के साथ कैसा व्यवहार कर रही है”– अनुवाद।

 

Please send this to all the people you know around the world to show them what the Indian ARMY is doing to the kashmiri Muslims.

Posted by Muhammad Shafi on Monday, 16 September 2019

10 मिनट की वीडियो क्लिप फेसबुक पर व्यापक रूप से वायरल है।

10 साल पुरानी पाकिस्तान की घटना

वीडियो की एक कीफ्रेम को गूगल पर रिवर्स सर्च करने से हमें यूट्यूब पर 2009 में अपलोड किया गया समान वीडियो मिला। इसके विवरण में लिखा हुआ था ,“-पाक सेना एक युवा और बूढ़े मुस्लिम को स्वात में बेरहमी से मार रही “-अनुवादित।

इसे एक सुराग के रूप में लेकर हमने संबधित कीवर्ड्स के साथ गूगल पर सर्च किया। 1 अक्टूबर, 2009 को प्रकाशित BBC के एक लेख के मुताबिक,“पाकिस्तानी सैनिकों को 10 मिनट के वीडियो में तालिबान संदिग्धों को स्पष्ट रूप से गाली देते हुए देखा जाता है…यह नहीं पता है कि इस वीडियो को कहा और किसने रिकॉर्ड किया था। ऐसा लगता है कि यह वीडियो हाल ही में लिया गया है और स्वात घाटी का है। पाकिस्तानी सेना ने बताया कि उसे कुछ भी टिप्पणी करने से पहले हमें वीडियो की जांच करनी होगी”-अनुवादित।

अल जज़ीरा ने भी इस घटना को प्रकशित किया गया था जिसके मुताबिक,”वह व्यक्ति चिल्ला रहा है [जिसे पीटा जा रहा है] मुझ पर रहम करो मेरे भगवान, पश्तो में। यह पश्चिमोत्तर आदिवासी इलाकों की भाषा जो अफगान सीमा के करीब है, जहां पाकिस्तान की सेना तालिबान विरोधी कार्यों में लगी हुई है।”-अनुवादित। इस कथित घटना को द गार्डियन ने भी प्रकाशित किया था।

भारत सरकार द्वारा कश्मीर में अनुच्छेद 370 को अप्रभावी करने के फैसले के बाद सोशल मीडिया में पाकिस्तान के कुछ पुराने वीडियो कश्मीर में भारतीय सेना द्वारा अत्याचार किए जाने के दावे से साझा किया गया।

डोनेट करें!
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.

बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.

About the Author

Pooja Chaudhuri is a researcher and trainer at Bellingcat with a focus on human rights and conflict. She has a Master's in Data Journalism from Columbia University and previously worked at Alt News.