वर्तमान में चल रहे किसानों के विरोध प्रदर्शनों को बदनाम करने के मकसद से सोशल मीडिया पर ग़लत सूचनाएं फैलायीं जा रहीं हैं. इसी बीच भाजपा महिला मोर्चा की सोशल मीडिया इन-चार्ज प्रीति गांधी ने एक वीडियो शेयर किया जिसमें एक व्यक्ति पाकिस्तान और खालिस्तान के सपोर्ट में नारे लगा रहा है. उसके पास खड़े लोगों ने पाकिस्तानी और खालिस्तानी झंडे पकडे़ हुए हैं. वीडियो शेयर करते हुए प्रीति गांधी ने सवाल किया, “क्या ये सच में किसान हैं?” उन्होंने इसके कुछ समय बाद ट्वीट डिलीट कर लिया. सोशल मीडिया पर लगातार भ्रामक और ग़लत कॉन्टेंट शेयर किया जा रहा है जिसमें किसानों के प्रदर्शन को ‘स्पाॅन्सर्ड’ बताया जा रहा है. कुछ दिन पहले ही ट्विटर पर ‘खालिस्तान’ ट्रेंड कर रहा था. (आर्काइव लिंक)
भाजपा दिल्ली के सोशल मीडिया और आईटी सेल के मुखिया पुनीत अग्रवाल ने भी इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, “क्या ये किसानों का विरोध प्रदर्शन है? कांग्रेस और AAP का ऐंटी नेशनल एजेंडा फिर बाहर आ गया. ये दोनों ही पार्टियां पाकिस्तान या उससे भी बड़ा खतरा हैं. अपनी चीप पॉलिटिक्स के लिए वो देश को तोड़ने में एक सेकंड भी नहीं सोचेंगे.” उन्होंने भी बाद में अपना ट्वीट डिलीट कर लिया. (आर्काइव लिंक)
ट्विटर यूज़र @GorAruna ने भी इसे हिन्दी कैप्शन के साथ शेयर किया.
ये सरदारजी मोदी सरकार हाय हाय के नारे लगा रहे है यह तो समझ में आता है..
लेकिन ये “पाकिस्तान जिंदाबाद खालिस्तान जिंदाबाद” के नारे क्यों ….❓🤔❓वीडियो देखने और सुनने के बाद आगे बताने की ज़रूरत नही है आप खुद समझदार हो …!!#मोदी_संग_किसान
— 🍁 Aaru rajgor 🍁T.A.B 🇮🇳 (@GorAruna) November 28, 2020
फे़सबुक पेज ‘पुष्पेन्द्र कुलश्रेष्ठ फै़न्स क्लब’ ने भी ये वीडियो शेयर किया जिसे 60,000 से ज़्यादा बार देखा गया.
सरदारजी मोदी सरकार हाय हाय के नारे लगा रहे है, यह तो समझ में आता है..
लेकिन ये पाकिस्तान जिंदाबाद खालिस्तान जिंदाबाद के नारे क्योंPosted by Pushpendra Kulshrestha Fans Club on Friday, November 27, 2020
यूके का पुराना वीडियो
एक कीवर्ड सर्च से हम ANI के 6 जुलाई, 2019 को अपलोड किये गए वीडियो तक पहुंचे. इसका टाइटल था, “ब्रिटेन में सिखों ने विश्व कप मैच के दौरान खालिस्तान समर्थक नारे लगाए.” वायरल हो रहे नारे इस वीडियो में 20 सेकंड के आस-पास सुनाई देते हैं.
नीचे वायरल वीडियो और इस इवेंट के विज़ुअल की तुलना की गयी है.
ब्रॉडकास्ट में ये भी नज़र आ रहा है कि कुछ सिख क्रिकेट स्टेडियम के सीटिंग एरिया में पाकिस्तानी और खालिस्तानी झंडा लिए घूम रहे हैं. लेकिन ये हिस्सा वायरल वीडियो में दिखाई नहीं देता है.
डेक्कन हेरल्ड की 13 जुलाई, 2019 की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान बनाम अफ़ग़ानिस्तान क्रिकेट वर्ल्ड कप मैच के दौरान कुछ सिख और पाकिस्तानी फै़न्स के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे जिनमें वो पाकिस्तानी और खालिस्तानी झंडा लहरा रहे थे. रिपोर्ट में लिखा है, “उन्हें वीडियो में ‘खालिस्तान ज़िन्दाबाद’ और ‘पाकिस्तान ज़िन्दाबाद’ के नारे लगाते हुए सुना जा सकता है.” रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि ये निश्चित तौर से भारत की छवि ख़राब करने के लिए पाकिस्तान के इंटर सर्विसेज़ इंटेलिजेंस (ISI) की राजनीतिक चाल थी जिसके लिए उन्होंने खेल का मंच इस्तेमाल किया. रिपोर्ट में आगे ये भी कहा गया कि लीड्स में रहने वाले सिखों ने 29 जून, 2019 को यूनाइटेड किंगडम में मैच के दौरान उठाए गए खालिस्तान समर्थक नारों का स्पष्ट रूप से खंडन किया था.
यानी, प्रो-पाकिस्तान और खालिस्तान के नारों वाला ये वीडियो किसानों से जुड़ा नहीं है. असल में ये घटना ही भारत की नहीं है. ये वीडियो 2019 क्रिकेट वर्ल्ड के पाकिस्तान बनाम अफ़ग़ानिस्तान क्रिकेट मैच के दौरान लगे नारों का है.
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