बुर्का पहने एक आदमी का वीडियो जिसके पास चाकू है, सोशल मीडिया में इस दावे के साथ प्रसारित है कि मस्जिद के बाहर भीड़ द्वारा RSS के एक आदमी को पकड़ा गया है।

 

SNS NEWS : Dangerous conspiracy. RSS man in burqa caught by masjid.

Posted by Mir Liyaqath Ali Abedi on Thursday, 19 September 2019

यह दावा कई फेसबुक उपयोगकर्ताओं द्वारा इस संदेश के साथ साझा किया गया है, “खतरनाक साज़िश। बुर्का पहने RSS का आदमी मस्जिद से पकड़ा गया।” (अनुवाद)

वीडियो को बिना किसी संदर्भ के भी इस कैप्शन के साथ साझा किया गया है —“बुर्का पहने बड़ा हथियार रखे एक आदमी मस्जिद में घुसता हुआ पकड़ा गया।” (अनुवाद)

 

A Man caught while entering Masjid wearing Burka having Big Weapon

Posted by Hyderabad Deccan News 4 on Wednesday, 18 September 2019

ऑल्ट न्यूज़ को अपने आधिकारिक मोबाइल एप्लिकेशन पर इस वीडियो की जांच करने के लिए कई अनुरोध भी मिले थे।

2018 की घटना

वीडियो में लोग कन्नड़ भाषा में बात कर रहे हैं, इसलिए ऑल्ट न्यूज़ ने ‘कर्नाटक आदमी बुर्का मस्जिद’ कीवर्ड्स के साथ गूगल पर सर्च किया। इस सर्च से हमें मई 2018 की कुछ खबररें मिली। न्यूज़18 कन्नड़ के एक प्रसारण के अनुसार, “HBR लेआउट में लोगों ने एक युवक को बुर्का पहने मस्जिद के चारों ओर घूमते हुए पकड़ा था। उसकी हरकतों को देखने के बाद लोगों को उसपर शक हुआ और उसे पकड़ लिया, जिसे बाद में आगे की कार्यवाही के लिए पुलिस को सौंप दिया गया।” (अनुवाद)

डेक्कन क्रॉनिकल ने भी इस घटना की खबर प्रकाशित की थी, जिसमें बताया गया कि बेंगलुरु में पकड़ा गया शख्स शिवराज था। इस रिपोर्ट के अनुसार, “पुलिस ने कहा, प्रारंभिक जांच से पता चला है कि रायचूर का मूल निवासी शिवराज नौकरी की तलाश में शहर आया था। उसने अपने दोस्त से पैसे उधार लिए थे, जो अब उससे पैसे वापस मांग रहा था। निराश शिवराज ने उसके साथ मारपीट का फैसला किया और अपने दोस्त की खोज में वो वह वहां पर आ गया। शिवराज ने कबूल किया कि उसके पास कर्ज चुकाने के लिए पैसे नहीं थे और उसके दोस्त ने उसे वापसी के लिए पर्याप्त समय नहीं दिया था। इसलिए उसने अपने दोस्त पर हमला करने का फैसला किया। उसने अपनी पहचान छिपाने के लिए बुर्का पहना था।” (अनुवाद)

व्यक्तिगत दुश्मनी का एक साल पुराना मामला, बुर्के में छुपे RSS के आदमी को मस्जिद के बाहर पकड़े जाने के रूप में सोशल मीडिया में साझा कर दिया गया।

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About the Author

Pooja Chaudhuri is a senior editor at Alt News.