सोशल मीडिया पर एक वीडियो क्लिप वायरल है जिसमें 4 लोग गेहूं की एक बोरी को लेकर आपस में कहासुनी कर रहे हैं. दावा किया जा रहा है कि ये वीडियो पाकिस्तान का है.
उत्तर प्रदेश के देवरिया से विधायक और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पूर्व मीडिया सलाहकार डॉ. शलभ मणि त्रिपाठी ने ये वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा, “श्रीलंका और चीन के बाद अब आटे के लिए लड़ते पाकिस्तान की हालत देख लीजिए और चैन मनाइए कि आप श्री @narendramodi जी के भारत में हैं.”
श्रीलंका और चीन के बाद अब आटे के लिए लड़ते पाकिस्तान की हालत देख लीजिए और चैन मनाइए कि आप श्री @narendramodi जी के भारत में हैं !! pic.twitter.com/26dZ4mlSPE
— Dr. Shalabh Mani Tripathi (@shalabhmani) January 10, 2023
इंडिया टुडे ग्रुप के गौरव सावंत ने यही क्लिप ट्वीट करते हुए पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री जुल्फिकार अली भुट्टो के एक भाषण का संदर्भ दिया. उन्होंने 90 के दशक की शुरुआत में कश्मीर में लगाए गए नारों का भी ज़िक्र किया.
Fighting for Flour in #Pakistan.
Desperate times.
Zulfiqar Ali Bhutto’s dream comes true in @BBhuttoZardari‘s lifetime: Will eat grass but have atom bomb.The generation in #Kashmir that chanted *Pakistan se Naata kya* through early 1990s is quiet.
Pak begging to remain afloat pic.twitter.com/oxZPdfd1bD— GAURAV C SAWANT (@gauravcsawant) January 11, 2023
इसी तरह के कैप्शन के साथ ये क्लिप कई और यूज़र्स ने भी शेयर की जिनमें मेजर सुरेंद्र पूनिया, पत्रकार शुभम शुक्ला, सुदर्शन न्यूज़ के सागर कुमार, धीरज शर्मा और कई अन्य शामिल हैं.
मीडिया संगठनों ने भी खाद्य संकट की सूचना देते हुए इसी वीडियो का इस्तेमाल किया जिसमें टाइम्स नाउ, द इकोनॉमिक टाइम्स, इनखबर, DNA और RSS के मुखपत्र पांचजन्य शामिल हैं.
फ़ैक्ट-चेक
ऑल्ट न्यूज़ ने इस वीडियो के फ़्रेम्स को गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च किया. हमें संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस का सितंबर 2022 का एक ट्वीट मिला. एंटोनियो गुटेरेस ने पिछले साल सितंबर में पाकिस्तान में आई भीषण बाढ़ पर चर्चा करते हुए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से मुलाकात की एक तस्वीर ट्वीट की थी.
उनके ट्वीट पर रिप्लाई करते हुए यही वीडियो शेयर किया गया था. यहाँ साफ हो जाता है कि ये वीडियो हाल का नहीं है और कम से कम चार महीने पुराना है.
Discussed with PM @CMShehbaz Pakistan’s response to devastating floods.
Pakistan suffers—yet has done almost nothing to contribute to climate change.
I urge countries to generously support the humanitarian response, recovery & reconstruction as a matter of solidarity & justice. pic.twitter.com/iK1kEZSAaq
— António Guterres (@antonioguterres) September 9, 2022
हमें सितंबर 2022 में अपलोड किये गए इसी घटना के टिकटॉक वीडियोज़ के रेडिट पोस्ट भी मिलें. रेडिट पोस्ट पर किए गए कमेंट्स में से एक में लिखा गया है कि ऐसी स्थिति शायद देश में आई भयंकर बाढ़ की वजह से हुई थी.
इसके आलावा, हमें 6 सितंबर, 2022 को फ़ेसबुक पर अपलोड किया गया यही वीडियो मिला. इस पर लिखा था, “बाढ़ पीड़ितों के बीच एक बैग के लिए इतनी लड़ाई, भगवान उन पर दया करे.”
उस वक्त के और भी वीडियोज़ हैं जहां लोगों को खाने के बैग को लेकर आपस में मारपीट करते हुए देखा जा सकता है.
कुल मिलाकर, करीब चार महीने पुराना एक वीडियो पाकिस्तान में हालिया आर्थिक संकट के विज़ुअल्स के रूप में शेयर किया गया. पाकिस्तान असल में इस वक्त हाई इन्फ्लेशन और लो फॉरेन एक्सचेंज के आर्थिक उथल-पुथल से गुजर रहा है. हालांकि, ये वीडियो 2022 का है.
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