कई खाड़ी देशों के ट्विटर यूज़र्स ने भारत में मुसलमान जनसंख्या के ख़िलाफ़ हो रहे भेदभाव को लेकर नाराज़गी जाहिर की. इसी दौरान पाकिस्तान के कई ट्विटर हैंडल्स सामने आये हैं जो बीते हफ़्ते अरब के लोग बनकर इस्लामोफ़ोबिक ट्वीट करने वाले भारतीयों पर निशाना साध रहे हैं. ये सब कुछ भाजपा के सांसद तेजस्वी सूर्या के उस पुराने ट्वीट के सामने आने के बाद हुआ जिसमें तेजस्वी ने अरब की महिलाओं को लेकर एक छिछली टिप्पणी की थी. तेजस्वी के ट्वीट की सोशल मीडिया पर बहुत सारे लोगों ने आलोचना की थी. शहज़ादी हेंद अल कासिमी जो कि UAE के शाही परिवार की सदस्य हैं, ने भी दुबई में रहकर काम कर रहे एक भारतीय को सोशल मीडिया पर टोका था क्यूंकि वो उस देश के ख़िलाफ़ आपत्तिजनक बातें कह रहे थे. इसके बाद कई ऐसे ट्वीट्स सामने आये जिसमें खाड़ी देशों में रह रहे भारतीयों द्वारा किये गए इस्लामोफ़ोबिया से भरे ट्वीट्स का ज़िक्र था. ऐसे ट्वीट्स को उजागर करने वाले ये हैंडल्स भी खाड़ी देशों के दिखाई दे रहे थे. इसमें बहरीन, ओमान और कुवैत देश शामिल थे.

जल्दी ही खाड़ी देशों में मौजूद इंडियन मिशन ने इसका संज्ञान लिया और स्टेटमेंट जारी किया. इसके बाद UAE में मौजूद भारतीय अधिकारियों ने भी एक स्टेटमेंट जारी किया जिसमें उन्होंने वहां रह रहे NRIs से अपील की कि वो धार्मिक आधार पर बांटने वाली बातों से दूर रहें.

इस आर्टिकल में हम कुछ ऐसे अकाउंट्स की पड़ताल करेंगे जो पाकिस्तान में जन्मे हुए मालूम पड़ते हैं.

1. UAE की नूरा अल गुरैर

भाजपा के सांसद तेजस्वी सूर्या को टार्गेट करते हुए @AlGhurair98 नाम से चल रहे हैंडल ने एक ट्वीट किया. अंग्रेज़ी में लिखे गए इस ट्वीट में तेजस्वी सूर्या की परवरिश पर सवाल उठाये गए और ये भी कहा गया कि उन्हें वहां (खाड़ी देश में) आने नहीं दिया जाएगा और अगर उन्हें कभी भविष्य में फ़ॉरेन मिनिस्ट्री मिलती है तो उन्हें अरब के देशों में जाने से बचना चाहिए. ये ट्वीट 19 अप्रैल 2020 को किया गया था. इस ट्वीट को द टेलिग्राफ़, साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट, स्क्रॉल डॉट इन, द वीक और गल्फ़ न्यूज़ जैसे मीडिया हाउसेज़ ने दुबई स्थित बिज़नेसविमेन और ऐक्टिविस्ट का बताते हुए उल्लेख किया. सनद रहे कि अल गुरैर UAE का एक बड़ा बिज़नेस ग्रुप है और इसीलिए इसके नाम का इस्तेमाल करते हुए सोशल मीडिया पर ये भ्रम फैलाने की कोशिश की गयी कि इस बिज़नेस फैमिली से ट्विटर हैंडल इस्तेमाल करने वाले का कोई नाता है.

19 अप्रैल से 26 अप्रैल 2020 के बीच इस अकाउंट को 30 हज़ार से भी ज़्यादा फॉलोवर्स का फ़ायदा हुआ. ये आंकड़े सोशल मीडिया एनालिसिस करने वाली वेबसाइट Socialblade ने दिए.

इस सब के बीच हमें ये भी मालूम पड़ा कि यही हैंडल पहले @DilawarKhanPat5 नाम से चलता था. ट्विटर पर इस नाम को सर्च करने पर @AlGhurair98 हैंडल से किये गए ट्वीट दिखाई पड़ते हैं.

हमें @DilawarKhanPat5 से किये गए एक ट्वीट का गूगल कैशे में सेव किया हुआ ट्वीट मिला. ये ट्वीट अब @AlGhurair98 के नाम से दिखता है. नीचे दिये गए स्क्रीनशॉट में आपको दिखाई देगा कि इसे इस्तेमाल करने वाला शख्स ख़ुद को पाकिस्तान का बताता है जो कि मलयेशिया में रह रहा है.

2. ख़ुद को ओमान की शहज़ादी बताने वाला ट्विटर हैंडल

सस्पेंड किये जा चुके ट्विटर हैंडल @SayyidaMona ने ट्वीट किया और कहा, “ओमान भारत में रह रहे मुस्लिम भाई बहनों के साथ खड़ा है. अगर भारतीय सरकार मुस्लिम्स के ख़िलाफ़ हो रहे अत्याचार को नहीं रोकती है तो ओमान में रह रहे 10 लाख से ज्यादा वर्कर्स को बाहर कर दिया जाएगा. मैं ओमान के सुल्तान के साथ इस मसले पर बात करूंगी.” ये हैंडल ख़ुद के ओमान की शहज़ादी मोना बिन्त अल सैयद होने का दावा कर रहा था. इस ट्वीट को 8,700 से ज़्यादा रीट्वीट मिले.

पाकिस्तानी जर्नलिस्ट हामिद मीर भी इस फ़ेक प्रोफ़ाइल से किये गए ट्वीट के झांसे में आ गए. उन्होंने इसे कोट-ट्वीट करते हुए भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना कर डाली.

नीचे दिए गए स्क्रीनशॉट में आप देख सकते हैं कि इस अकाउंट को चलाने वाला पहले इसे @pak_fauj नाम से चलाता था. जैसा कि नाम से समझ में आ रहा है, ये हैंडल पाकिस्तान की मिलिट्री से जुड़े मसलों पर ट्वीट करता था. इस हैंडल ने आख़िरी बार पाकिस्तान के एक डेटा एनालिस्ट के ट्वीट को री-ट्वीट किया था. ये ट्वीट पाकिस्तान की एयर फ़ोर्स की एक टुकड़ी के सम्मान में लिखा गया था.

इंडिया पर किये गए इस ट्वीट के बाद इस हैंडल को महज़ 2 दिनों में 18 हज़ार फॉलोवर्स मिले.

ओमान की शहज़ादी ने ख़ुद सफ़ाई दी और कहा कि भारतीयों को ओमान से निकालने के बारे में बात करने वाले ट्वीट को उन्होंने नहीं किया था और वो उनका हैंडल नहीं है. उन्होंने अपने ट्विटर और इन्स्टाग्राम अकाउंट्स के बारे में बताते हुए कहा कि उनकी सोशल मीडिया पर पहुंच इन्हीं हैंडल्स तक सीमित है. ओमान में भारतीय राजदूत मुनु महावर ने शहज़ादी के इस ट्वीट को रीट्वीट किया और मामला साफ़ करने के लिए शुक्रिया कहा. उन्होंने ये भी कहा कि भारत के ओमान के साथ अच्छे सम्बन्ध बने रहेंगे और इन संबंधों को और भी बेहतर बनाने में दोनों देश मिलकर काम करेंगे.

3. शहज़ादी नूरा बिंत फैसल अल-साउद का नाम लेकर अकाउंट चलाने वाले ने तेजस्वी सूर्या पर हमला बोला

@NouraAlSaud नाम के हैंडल चलाने वाले ने कहा कि तेजस्वी सूर्या ने अरब की महिलाओं के बारे में जो भी कहा है वो काफ़ी घटिया है और वो चाहती हैं कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उन्हें उनके पद से तुरंत हटा दें. ये फ़र्ज़ी ट्विटर हैंडल साउदी अरब के संस्थापक की परपोती के शहज़ादी नूरा बिंत फैसल अल-साउद नाम से चल रहा था.

हमें मालूम पड़ा कि ये हैंडल इससे पहले @iDanialUsaf नाम से चलता था और इसने पाकिस्तान के मसलों पर काफ़ी ट्वीट किये हुए थे.

4. बहरीन के रहने वाले शख्स ने ट्विटर पर अपनी लोकेशन साउदी अरब डाली

21 अप्रैल को ट्विटर यूज़र तलाल बिन ओथमा अल-हमदा (@KahlownYasin) जो कि ख़ुद को बहरीन का रहने वाला बताता था, ने ये ट्वीट किया – ” बहरीन में भारतीयों (जिसमें ज़्यादातर हिन्दू हैं) के साथ अच्छा सलूक किया जाता है. बदले में इंडिया में मुस्लिम लोगों के साथ कैसे पेश आते हैं? #इंडिया आंचलिक शांति को नुकसान पहुंचा रहा है.”

अब हैंडल ने अपनी लोकेशन बदल कर साउदी अरब कर ली है. पहले ये हैंडल Ihsan Etkan नाम से चलता था जो कि खुद को पोलिटिकल साइंस का स्टूडेंट बताता था. साथ ही ये भी बताता था कि ये एक फ़्री लांसर है जिसने अफ़ग़ानिस्तान, चीन, पाकिस्तान और ईरान जैसे देशों में काम किया है.

हमें @KahlownYasin का गूगल कैशे में सेव किया हुआ ट्वीट भी मिला. इसके अनुसार ये हैंडल पहले इस्तानबुल से आने की बात करता था. इस ट्वीट से ये लगा कि इसे पाकिस्तान मूल का कोई शख्स इसे चला रहा है.

इस तरह से ये कहा जा सकता है कि कई पाकिस्तानी हैंडल खुद को अरब देशों का बताने की कोशिश कर रहे हैं और ये दिखाना चाहते हैं कि इन देशों के लोग भारत में मुसलमानों के साथ हो रहे व्यवहार से ख़ुश नहीं हैं.

अजयेंद्र त्रिपाठी के सहयोग के साथ.

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About the Author

Jignesh is a writer and researcher at Alt News. He has a knack for visual investigation with a major interest in fact-checking videos and images. He has completed his Masters in Journalism from Gujarat University.